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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती भांता ७०- पे.क्र. १०६, पृ. १४४B, अर्हत्स्तोत्र आदि - विचारसङ्ग्रहपोथी, वि-१३७८, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.३-१५. पत्र-२५२+२-१=२५३., पेटाङ्क-१७३ अन्तर्गत समग्र ग्रन्थप्रमाण आपेल छे. कुल-४२०० श्लोक. अन्तमां पत्रांक २५०A-२५२A उपर प्रतस्थ कृतियोंनी अनुक्रमणिका आपेली छे. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. कुल झे.पृष्ठ-७६, डीवीडी-७२/८२ संलेखनाविधि प्रा., आदि वाक्यः समणोवासगधम्मो वोच्छं संलेहणाविहि परमं... पाताखेत ६- पे.क्र. ५२, पृ. २४७-२५०, उपदेशमालादि ५४ ग्रन्थो, संपूर्ण पे. नाम- आराहणा प्रत विशेष- शुद्ध प्रति. कुल झे.पृष्ठ-११०, डीवीडी-६१/६३ संवरकुलक मारुगूर्जर, पद्य, गा.२७, पाकाहेम ९४३४, पृ. २, संवरकुलक, वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ पाकाहेम १०८१९, पृ. २, संवरकुलक, वि-१६मी, संपूर्ण संवरकुलक प्रा., पद्य, पाकाहेम १८१८१, पृ. १, संवरकुलक सस्तबक, वि-१६९१, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ संवरकुलक-(मा.गु.)स्तबक मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम १८१८१, पृ. १, संवरकुलक सस्तबक, वि-१६९१, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ संवरकुलक-(मा.गु.)स्तबक मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम १८१८१, पृ. १, संवरकुलक सस्तबक, वि-१६९१, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ संवादशतक-निगममत ग्रन्थ सं., पद्य, श्लोक१०१, कृ.विः निगममत ग्रन्थ. पाकाहेम १३४१, पृ. ४, संवादशतक, वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-४ संवादसुन्दर सं., पद्य, श्लोक३३३, कृ.विः शारदा-लक्ष्मी, गांगेय-गुंजा आदि अनेक संवादोनो सङ्ग्रह. पाकाहेम ९६६, पृ. ६, संवादसुन्दर, वि-१९५९, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-७ पाकाहेम ५१४६, पृ. ५, संवादसुन्दर, वि-१६मी, संपूर्ण पाकाहेम १५२४६, पृ. ६, संवादसुन्दर, वि-१५५४, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-७ संवादसुन्दर मुनि-कनककुशल, सं., रचना सं. विक्रम १६३८, पाकाहेम ५२४४- पे.क्र. १, पृ. १-९, संवादसुन्दर सावचूरि आदि, वि-१७मी, संपूर्ण 757
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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