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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती श्राद्धदिनकृत्यप्रकरण-(सं.)बृहद्वृत्ति आचार्य-देवेन्द्रसूरि, सं., पद्य, गा.१२८०, आदि वाक्यः गोभिर्येन जगत्त्रयेऽपि निखिलद्रव्यप्रकाशः सदा।... पातासंघवी १७५, पृ. ३५७, श्रावकदिनकृत्यवृत्ति, वि-१४०९, संपूर्ण डीवीडी-३६/५४ श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र प्रा., गद्य, पाकाभाभा ८१, पृ. १६२, श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र अर्थदीपिकावृत्ति सह, वि-१६वी, संपूर्ण श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.)अवचूरि , गद्य, पाकाभाभा ६२, पृ. ३१, श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र अवचूरि, वि-१६वी, संपूर्ण श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.)अर्थदीपिका वृत्ति आचार्य-रत्नशेखरसूरि, सं., गद्य, पाकाभाभा ८१, पृ. १६२, श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र अर्थदीपिकावृत्ति सह, वि-१६वी, संपूर्ण श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.)अर्थदीपिका वृत्ति आचार्य-रत्नशेखरसूरि, सं., गद्य, पाकाभाभा ८१, पृ. १६२, श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र अर्थदीपिकावृत्ति सह, वि-१६वी, संपूर्ण श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.)अवचूरि , गद्य, पाकाभाभा ६२, पृ. ३१, श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र अवचूरि, वि-१६वी, संपूर्ण श्राद्धलघुजीतकल्प जुओ - श्रावकसामाचारीप्रकरण, आचार्य-तिलकसूरि, प्राकृत, गा.३८ श्राद्धलघुजीतकल्प-(सं.)वृति आचार्य-तिलकसूरि, सं., गद्य, पाकाहेम १०३२३- पे.क्र. २, पृ. ३१-३३, जीतकल्पवृत्तिसहितआदि, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र २०मुं डबल छे. वृत्ति रचना संवत १२०० आपेल छे. कुल झे.पृष्ठ-३४ श्राद्धविधिविनिश्चय-अञ्चलमतसद्उत्तर (अञ्चलमतसद्उत्तर), (अञ्चलमतदलन) मुनि-हर्षभूषण, सं., रचना सं. विक्रम १४८०, ग्रं.१२८३, पाकाहेम ७९३०, पृ. १-२६, श्राद्धविधिविनिश्चय-अञ्चलमतसदुत्तर बीजकसहित, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१८ श्रावक अतिचार वर्णन प्रा.,मारुगूर्जर, पद्य, आदि वाक्यः ...ताडन बन्धोरज्वादिभिः छविछेद कर्णादिकर्तन... पाताहेसं ५७- पे.क्र. ११, पृ. ?, शान्तिनाथचरित्र महाकाव्य आदि, वि-१३८४, संपूर्ण पे. विशेष- पूर्ण. झेरोक्ष पत्र-१६७-१७०. प्रत विशेष- विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. प्रति सुन्दर लिपि, विशेष टिप्पण, पदच्छेद, संधिसूचक आदि लाक्षणिकताओं से युक्त है. कुल झे.पृष्ठ-१७०, डीवीडी-६/१५ श्रावक आवश्यकसूत्र प्रा.,मारुगूर्जर, पाकाहेम ९०२- पे.क्र. ६२, पृ. २४३-२४९, ओघनियुक्ति आदि अनेक प्रकीर्णक-प्रकरण-कुलक-स्तोत्रसङ्ग्रह, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-३१ श्रावक की ११ प्रतिमा वर्णन प्रा.,सं., गद्य, आदि वाक्य: नमस्कारपूर्वकं अहं भन्ते पढमं.... पाकाहेम १२७५५- पे.क्र. २, पृ. १A-9B, अनेकविधिविधान, शास्त्रीयविचारप्रकरण औपदेशिकविषय तथा सुभाषितादिसङ्ग्रह, वि-१५मी, संपूर्ण 728
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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