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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती पातासंघवीजीर्ण ९०- पे. क्र. २२, पृ. ?, कल्पसूत्रादि अनेक प्रकीर्णक ग्रन्थों के छूटक पन्ने, संपूर्ण पे. विशेष अपूर्ण प्रारंभिक गाथा नहीं है, झेरोक्ष पत्र ९२-९३ पर है. प्रत विशेष टक-अव्यवस्थित. शान्तिनाथ १२भव नोन्ध कुल झे. पृष्ठ - १४४, डीवीडी - ५८ /६० मारुगूर्जर, गद्य, पाताहे ५७ पे.क्र. ३ पृ. १६५आ, शान्तिनाथचरित्र महाकाव्य आदि वि-१३८४, संपूर्ण पे. विशेष संपूर्ण झेरोक्ष पत्र- १६१-१६२. प्रत विशेष विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका प्रति सुन्दर लिपि, विशेष टिप्पण, पदच्छेद, संधिसूचक आदि लाक्षणिकताओं से युक्त है. कुल झे. पृष्ठ १७०, डीवीडी-६/१५ शान्तिनाथकलश अप., पद्य, गा.१३, आदि वाक्यः तिजगदीवर कणय समवन्नु तित्थङ्करु सोलसमु .... पाकाहेम १०२३- पे.क्र. ८. पू. १२-१४ प्रकरणस्तोत्रादिसङ्ग्रह, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति पाणीथी भींजायेली छे. कुल झे. पृष्ठ- १४५ शान्तिनाथचरित्र आचार्य - अजितप्रभसूरि, सं. पद्य रचना सं. विक्रम १३०७, श्लोक १६३३ अध्याय६ प्रस्त, आदि वाक्यः श्रेयोरत्नाकरोद्भुता महल्लक्ष्मीमुपास्महे... पाताहेसं ५७- पे.क्र. १, पृ. १ - १६५अ, शान्तिनाथचरित्र महाकाव्य आदि, वि-१३८४, संपूर्ण " पे. नाम - शान्तिनाथचरित्रमहाकाव्य सह टिप्पण, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र - १ - १६२. टिप्पणयुक्त पाठ. प्रत की लिपि सुन्दर व सुवाच्य तथा पदच्छेद, अलंकरण, संधिसूचकादि लाक्षणिकताओं के साथ. प्रत विशेष - विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका प्रति सुन्दर लिपि, विशेष टिप्पण, पदच्छेद, संधिसूचक आदि लाक्षणिकताओं से युक्त है. कुल झे. पृष्ठ- १७०, डीवीडी-६/१५ पाकाहेम १६३६१, पृ. १८१, शान्तिनाथचरित्र, वि-१६६३, संपूर्ण प्रत विशेष - पत्र १२४मुं डबल छे तथा पत्र १३०मुं नथी. कुल ही. पृष्ठ- १२२ शान्तिनाथचरित्र (सं.) टिप्पण सं., पद्य, रचना सं. विक्रम १३०७, पाताहेसं ५७ - पे.क्र. १, पृ. १- १६५अ, शान्तिनाथचरित्र महाकाव्य आदि, वि- १३८४, संपूर्ण शान्तिनाथचरित्र पे. नाम- शान्तिनाथचरित्रमहाकाव्य सह टिप्पण, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र - १- १६२. टिप्पणयुक्त पाठ. प्रत की लिपि सुन्दर व सुवाच्य तथा पदच्छेद, अलंकरण, संधिसूचकादि लाक्षणिकताओं के साथ. प्रत विशेष- विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. प्रति सुन्दर लिपि, विशेष टिप्पण, पदच्छेद, संधिसूचक आदि लाक्षणिकताओं से युक्त है. कुल झे. पृष्ठ- १७०, डीवीडी-६/१५ गणि- जिनवल्लभ, प्रा. पथ, गा.२३. "" पाकाहेम २०५४- पे.क्र. २, पृ. ११-१३, आदिनाथचरित्रादि सटीक, वि-१७मी, संपूर्ण पे. विशेष- गाथा - ३३. कुल झे. पृष्ठ-२२ पाकाहेम १०१६६- पे.क्र. २, पृ. १-४, नाभेयचरित्रस्तोत्र आदि वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे. पृष्ठ-५ शान्तिनाथचरित्र-(सं.) टीका 712
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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