SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 366
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ कृति उपरथी प्रत माहिती कुल झे.पृष्ठ-६० पाकाहेम ७५२९, पृ. १-११, दशवैकालिकसूत्र बालावबोधसहित पिण्डैषणाध्ययनपर्यन्त, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र ८मुंत्रण छे. कुल झे.पृष्ठ-४८ दशवैकालिकसूत्र-(मा.गु.)टबार्थ मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम ६९४९, पृ.६१, दशवैकालिकसूत्र टबार्थसहित, वि-१६९४, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-५२ दशवैकालिकसूत्र-(मा.गु.)स्तबक मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम १०४९९, पृ. ८३, दशवैकालिकसूत्र सस्तबक पञ्चपाठ, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति उंदरे करडेली छे. कुल झे.पृष्ठ-८३ दशवैकालिकसूत्र-(प्रा.)चूर्णि , प्रा., गद्य, ग्रं.७९७०, आदि वाक्यः णमो अरहन्ताणं० मङ्गलादीणि सत्थाणि... पाकाहेम १४९२७, पृ. १९२, दशवैकालिकसूत्र चूर्णि, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१९२ दशवैकालिकसूत्र-(प्रा.)चूर्णि , प्रा., गद्य, ग्रं.७९७०, आदि वाक्य: णमो अरहन्ताणं० मङ्गलादीणि सत्थाणि... पाकाहेम १४९२७, पृ. १९२, दशवैकालिकसूत्र चूर्णि, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१९२ दशवैकालिकसूत्र-(प्रा.)चूर्णी प्रा., गद्य, ग्रं.८४००, कृ.विः हस्तप्रतोमां ग्रन्थाग्र ७००० थी ८४०० सुधी मळे छे. समान कृति हशे? पाकाहेम ६५२८, पृ. १४०, दशवैकालिकसूत्रचूर्णि, वि-१४९४, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-७०००. कुल झे.पृष्ठ-१४१ पाकाहेम ६५४५, पृ. ११२, दशवैकालिकसूत्रचूर्णि, वि-१५मी, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचिपत्र प्रमाणे ग्रन्थाग्र-७४००. कुल झे.पृष्ठ-११२ पाकाहेम १००७४, पृ. १०१, दशवैकालिकसूत्र चूर्णि, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-७९७०. कुल झे.पृष्ठ-१०० दशवैकालिकसूत्र-(प्रा.)नियुक्ति आचार्य-भद्रबाहुस्वामी, प्रा., पद्य, गा.४४०, ग्रं.४४६, आदि वाक्यः (१) सिद्धगतिमुवगयाणं कम्मविसुद्धाण सव्वसिद्धाणं (२) सिद्धिगइमुवगयाणं... कृ.विः गाथा संख्यामां थोडंक वैविध्य मळे छे. पाताखेत २८-२- पे.क्र. १, पृ. १-३२, दशवैकालिकनियुक्ति ऋषभपञ्चाशिका कर्मविपाक, संपूर्ण पे. विशेष- गाथा-४५२. डीवीडी-६२/६४ पातासंघवी ७४, पृ. ३११, दशवैकालिकनियुक्ति वृत्तिसह, वि-१४८९, संपूर्ण प्रत विशेष- सारी, प्रथम २१ पत्रो नथी. डीवीडी-३१/५० पातासंघवी ३५-१- पे.क्र. २, पृ. १७-२८, दशवैकालिकसूत्र, नियुक्ति, वृत्ति, संपूर्ण 349
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy