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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती पे. नाम- दसविहसामायारी प्रत विशेष- वच्चेना २० पाना नथी. कुल झे.पृष्ठ-५२, डीवीडी-६१/६३ दशविधसामाचारीस्वरूप प्रा.,सं., गद्य, आदि वाक्यः पुवफागुणी नटुं न दिसई गिलाणो मरइ वद्धो न सुव्वइ उत्तरफगुणीहिं नटुं वारसाहेण दीसइ... कृ.विः अं.वाक्य-चारित्रोपसंपदापि द्विधा वैयावृत्त्यविषया क्षेपणविषया च इति. भांता ७०- पे.क्र. ९५, पृ. १३३०-१३३B, अर्हत्स्तोत्र आदि - विचारसङ्ग्रहपोथी, वि-१३७८, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.३-१५. पत्र-२५२+२-१=२५३., पेटाङ्क-१७३ अन्तर्गत समग्र ग्रन्थप्रमाण आपेल छे. कुल-४२०० श्लोक. अन्तमां पत्रांक २५००-२५२A उपर प्रतस्थ कृतियोंनी अनुक्रमणिका आपेली छे. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. कुल झे.पृष्ठ-७६, डीवीडी-७२/८२ दशविधावस्थितकल्प प्रा.,सं., गद्य, आदि वाक्यः आचेलक्कुद्देसियसेज्जायररायपिण्डाकियकम्मे... कृ.विः अं.वाक्य-आद्यंतिमतीर्थकरसाधवश्चोभयकालं प्रतिक्रमणं कुर्वन्ति...पुरिमपश्चिमतीर्थकराणां तु नियतः. भांता ७०- पे.क्र. ९४, पृ. १३१B-१३२B, अर्हत्स्तोत्र आदि - विचारसङ्ग्रहपोथी, वि-१३७८, संपूर्ण पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-१४४१. प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.३-१५. पत्र-२५२+२-१=२५३., पेटाङ्क-१७३ अन्तर्गत समग्र ग्रन्थप्रमाण आपेल छे. कुल-४२०० श्लोक. अन्तमां पत्रांक २५००-२५२A उपर प्रतस्थ कृतियोंनी अनुक्रमणिका आपेली छे. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. कुल झे.पृष्ठ-७६, डीवीडी-७२/८२ दशवीशी भावना प्रा., पद्य, गा.२०८, पातासंघवी १४१-२- पे.क्र. ४, पृ. ६५-८३, उपदेशमाला आदि, संपूर्ण पे. विशेष- गाथा-२०५. प्रत विशेष- प्रथमना छ पत्रोना टुकडा खरी गया छे., दशवीशी भावना- गाथा-२०५. डीवीडी-३५/५३ पातासंघवी १८५-२- पे.क्र. ५, पृ. १९६-२२१, ओघनियुक्ति आदि, वि-१३०९, संपूर्ण डीवीडी-३७/५४ दशवैकालिकपरिचयगाथा प्रा., पद्य, आदि वाक्यः सिज्जम्भवं गणहरं जिणपडिमादसणेण... पाताखेत ६- पे.क्र. १, पृ.?, उपदेशमालादि ५४ ग्रन्थो, संपूर्ण पे. विशेष- अपूर्ण. गाथा-८ तक है. पत्रांक अज्ञात है. झेरोक्ष पत्र-१. किसी अन्य प्रति का पत्र है. प्रत विशेष- शुद्ध प्रति. कुल झे.पृष्ठ-११०, डीवीडी-६१/६३ दशवैकालिकसूत्र आचार्य-शय्यम्भवसूरि, प्रा., संयुक्त प+ग, ग्रं.७००, आदि वाक्यः धम्मो मङ्गलमुक्किठें अहिंसा सञ्जमो तवो।... पाताखेत १७-१- पे.क्र.१, पृ. १-५२, दशवैकालिक अने पाक्षिकसूत्र, संपूर्ण डीवीडी-६१/६३ पाताखेत ४४-३, पृ. ५५, दशवैकालिकसूत्र, संपूर्ण प्रत विशेष- चूलिका-२. डीवीडी-६२/६४ पातासंघवीजीर्ण ४२- पे.क्र. २, पृ. १-६६, प्रवचनसारोद्धार तथा दशवैकालिकसूत्र, वि-१२९५, संपूर्ण डीवीडी-५७/६० 341
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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