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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती गणधरसत्तरी (युगप्रधानसत्तरी), (सन्ताण सत्तरी) प्रा., पद्य, गा.७१, पातासंघवी ६७-१- पे.क्र. ४, पृ. १३५-१३८, उपदेशमाला आदि, वि-१२३७, संपूर्ण पे. नाम- युगप्रधान सत्तरी-संताण सत्तरी डीवीडी-३०/४९ गणधरसार्द्धशतकप्रकरण आचार्य-जिनदत्तसूरि, प्रा., पद्य, गा.१५०, आदि वाक्यः गुणमणिरोहणगिरिणो रिसह जिणिन्दस्स... पाकाहेम ७७५- पे.क्र. ३५, पृ. ७०-७३, दशवैकालिक आदि सूत्रप्रकरण चरित्र स्तोत्र सङ्ग्रह, संपूर्ण पे. विशेष- गाथा-१५७. प्रत विशेष- प्रति एक बाजूथी उंदरे करडेली छे, पत्र-५८,५९ भेगा छे. कुल झे.पृष्ठ-९० पाकाहेम २०७९, पृ. ३१८, गणधरसार्धशतकप्रकरण सह बृहद्वृत्ति, वि-१६८५, संपूर्ण ___ कुल झे.पृष्ठ-२१२ पाकाहेम ६७५९, पृ. १६८, गणधरसार्धशतकप्रकरण बृहत् टीकासह, वि-१५मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र १५१मुं डबल छे. गणधरसार्द्धशतकप्रकरण-(सं.)बृहद्वृत्ति गणि-सुमति, सं., गद्य, रचना सं. विक्रम १२९५, पाकाहेम २०७९, पृ. ३१८, गणधरसार्धशतकप्रकरण सह बृहद्वृत्ति, वि-१६८५, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२१२ पाकाहेम ६७५९, पृ. १६८, गणधरसार्धशतकप्रकरण बृहत् टीकासह, वि-१५मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र १५१मुं डबल छे. गणधरसार्द्धशतकप्रकरण-(सं.)बृहद्भत्ति गणि-सुमति, सं., गद्य, रचना सं. विक्रम १२९५, पाकाहेम २०७९, पृ. ३१८, गणधरसार्धशतकप्रकरण सह बृहद्वृत्ति, वि-१६८५, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२१२ पाकाहेम ६७५९, पृ. १६८, गणधरसार्धशतकप्रकरण बृहत् टीकासह, वि-१५मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र १५१मुं डबल छे. गणधरहोरा प्रा., पद्य, गा.२९, आदि वाक्यः जीवाजीवयपयत्थवत्थुवित्थारमुणियपरमत्थं... पातासंघवी १८०-२- पे.क्र.८, पृ. ७२-७५, त्रिभुवनसार योगशास्त्र प्रकाशत्रण आदि, संपूर्ण डीवीडी-३६/५४ गणपतिकल्प सं., पाकाहेम ८९२१- पे.क्र.५, पृ. १-२, मयूरशिखाकल्प आदि, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ गणपाठ जुओ - कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो गणपाठ, संस्कृत गणितपाटी त्रिशती जुओ - त्रिशतीगणितपाटी, जैनेतर-श्रीधराचार्य, संस्कृत गणितसार जैनेतर-श्रीधराचार्य, सं., पाकाहेम १०७२७, पृ. २३, गणितसार, वि-१६मी, संपूर्ण पाकाहेम १०७२८, पृ. ११, गणितसार, वि-१६मी, संपूर्ण गणियोगवाहिकल्प्याकल्प्यविधि (योगवाहिकल्प्याकल्प्यविधि) प्रा., आदि वाक्यः सक्करकासारक्खोयरसखीरसेवइयखीरपायसखीरपेयसञ्जायमाहुरयमज्जिया वीसेदणचउत्थप्पाणोग्गाहमसमभरणतवियाए य घाणो... 225
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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