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________________ स्थिति ग्रंथांक प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम । कृति नाम (भांका) भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना (कागळ) पूर्णता प्रतिलेखन वर्ष पत्र क्लिन ओरिजिनल सीवीसी (सीवीडी- भाषा झे.पत्र/ओ.पत्र) परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य कति प्रकार प्रतिपूर्ण कागज वि. १४५४ १११ ९२८२) प्रतविशेष माप पंक्ति, अक्षर प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कर्ता ३०७ त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित्र पर्व-७, सर्ग-4 जीर्ण 8. (जुनो नं. १८८४-८७/१२८६)सूचीपत्रक्रम-४-२५८.. :विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका., (१०.३४४.१,१४४४४) पर्व-१०. । (जुनो नं. १८८४-८७/१३५४)६०मुं पान डबल छे. सगे १० त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रमहाकाव्य ३०८ पञ्चलिड़गीप्रकरण पद्य १९२(६३) सपूर्ण हेमचन्द्रसूरि जीर्ण जिनेश्वरसूरि जीर्ण :कागज गा.१०१ उवसम संवेगो विय पद्य ।३०९ वासुपूज्यचरित्र संपूर्ण कागज वि. १४६९ ९२(७२) ग्रं.५४९४ । वासुपूज्यस्वामिचरित्र पद्य हरिवंशपुराण वर्द्धमानसूरि .....सं. जीर्ण वि. १२९९ मत्ये पतिर्दध्यौ वि. १४४१ : ९३ ३१० संपूर्ण कागज ९२(९६) (जुनो नं. १८८४-८७/१३१३)सूचीपत्र संख्या-४-६६१. पेज-१ नहीं है. श्लोक-५४४२./विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका...(१०.३४४.३, १७४५६). कर्ता-नागेन्द्रगच्छ (जुनो नं. १८८४-८७/११३५)सूचिक्रम-४-११६२. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. ग्रन्थान-११५००., (१२.३४५.५-५.५, ११४४०) लेखन स्थल : मधूकपुरनगर अं.वाक्य-सुविहिहिं अरुहहो नित्यं करहो...विविह :जम्मभम्म हरई. अपभ्र. ग्रं. ११५०० पणवेवि गुरूपयइ भब्बह पद्य
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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