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स्थिति
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
१०११४सड़ग्रहणीप्रकरण
श्रेष्ट
: (१२४४.७)
श्रीचन्द्रसूरि मलधारि
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र
क्लिन/ओरिजिनल
डीवीडी (डीवीडी- परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
झे.पत्र/झे.पत्र)
कति प्रकार संपूर्ण कागज । वि.१६मी १८
(१९) गा.२७३
नमिउं अरहन्ताइ ठिइभव: पद्य कागज ....वि. १६मी.. ग्रं. ५५०
ग्रं.२४४ सं. मारुगूर्जर संपूर्ण कागज
वि.१६मी प्रा. गा.२५०० ग्रं.
जयइ जगजीवजोणी
पद्य 3900
वियाणओ
संपूर्ण
२४)
१०११५ शब्दसञ्चय आदि
(पे.१) शब्दसञ्चय (ये.२) स्यादिप्रक्रम
(ये.३) आक्तिक १०११६ : आवश्यकसूत्रनियुक्ति टिप्पणी सहित
आवश्यकसूत्र-नियुक्ति
अमरचन्द्रसुरि
(११.७४४.५). (प.पू. १-99) (ये.पू. ११-१६) (प.पू. १६-२३). ग्रन्थान-२५५०..(११.४४.७) आनुं अने नंदिसूत्रनु आदिवाक्य समान छे.
जीर्ण
:५३
भद्रबाहस्वामी
संपूर्ण
कागज
वि. १५२०
(८२)
श्लोक-४०६०. नाममा 'लघुवृत्ति थी अहीं शुं ग्रहण करवं?..(११.५४४.७.. गाथा ५४० थी ५४६ मळे छे.
गा. ५४४ ग्रं. ४०६१
नमिऊण जिणवरिन्दे हेयोपदेयार्थोपदेश
पद्य गद्य
आवश्यकसूत्र-नियुक्ति-टिप्पणी १०११७ उपदेशमालाप्रकरण लघुवृत्ति सह । जीर्ण
हेयोपादेयावृत्तिसह.. उपदेशमाला
धर्मदास गणि उपदेशमालाप्रकरण-हेयोपादेया टीका- सिद्धर्षि गणि
कथा रहित १०११८ कल्पसूत्रसन्देहविषौषधिटीका
श्रेष्ठ कल्पसूत्र-सन्देहविषौषधिवृत्ति जिनप्रभसूरि १०११९ महीपालचरित्र पद्य टिप्पणीसहित ... महिपालचरित्र
वीरदेवगणि
कागज
वि.१५७१
(६०)
(१२४४.७)
गय
वि. १३६४ वि. १६मी ...
कागज
ग्रन्थान-१८००.. (११.५४४.७)
(५७) पद्य
गा. १८१६ ग्रं. २२००
कागज
वि. १५मी
९९ नमो अरिहन्ताणं...
(900) संयुक्त प+ग
(११.५४५)
भद्रबाहस्वामी
ग्र.१२८०
महिपालचरित्र-टिप्पणी १०१२० कल्पसूत्र टिप्पणी सहित
कल्पसूत्र
कल्पसूत्र-टिप्पणी १०१२१ मेघदूतमहाकाव्य टिप्पणीसहित
मेघदूतमहाकाव्य मेघदूतमहाकाव्य-टिप्पण वकचूलरास
- वि. १६मी
(३७)
...
१.२४५.२)
कालिदास
ग्र.२०००
पद्य
संपूर्ण
कागजवि . १६मी. ग्रं. १३५
(११.२४४.५
मारुगूर्जर