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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
प्रा.
बृहत् कल्पसूत्र-नियुक्ति बृहत् कल्पसूत्र-लघुभाष्य
:गा.६६००
काऊण नमोक्कारं तित्थ : पद्य
भद्रबाहुस्वामी सङ्घदास गणि क्षमाश्रमण मलयगिरिसूरि. क्षेमकीर्ति
बृहत् कल्पसूत्र-वृत्ति
सं.प्रा.
प्रकटीकृतनिःश्रेयसपद
गद्य
क्षेमकीर्तिसूरि वडे सं. १३३२ मा परिपूरित.
१००४५ व्यवहारसूत्र...
मध्यम
संपूर्ण
:१०..
। (१०)................(१३.५४५:२).
भद्रबाहस्वामी
कागज............ वि. १६मी. ग्रं.६८८ कागजवि . १६मी.
जे भिक्खू मासियं
११००४६ व्यवहारसूत्र
मध्यम
। (१२).............(१३.५४५-२).
................
भद्रबाहस्वामी
गं.६८८
जे भिक्खू मासियं
१००४७/व्यवहारसूत्र भाष्य
मध्यम
संपूर्ण
कागज
वि.१६मी
(८०)
ग्रन्थान-४६२९.. (१३.५४५.२)......
व्यवहारसत्र-भाष्य
ग्र.६000
पद्य
:१००४८ व्यवहारसूत्र चूर्णि
व्यवहारसूत्र-चूर्णी
संपूर्ण
कागज
.वि. १५७४..
१५६. उक्तः कल्पः अधुना
(१५७) गिद्य
ग्रन्थान-१०३६०...(१३.५४५:२... परिमाण-उद्देशक-१०.
अध्याय १० ग्र.
: मध्यम
प्रतिपूर्ण
कागज
वि.१६मी
२२८
(२२८)
ग्रन्थान-१६८५६. प्रथम पत्रमा समवसरण- चित्र छे.. (१३.५४५.२)
भद्रबाहस्वामी
पद्य
१००४९ व्यवहारसूत्रनियुक्ति-भाष्य-वृत्तिसह
प्रथम खण्ड व्यवहारसूत्र-नियुक्ति व्यवहारसूत्र-भाष्य
व्यवहारसूत्र-वृत्ति १००५० व्यवहारसूत्रनियुक्ति-भाष्य-वृत्तिसह
द्वितीय खण्ड व्यवहारसूत्र-नियुक्ति व्यवहारसूत्र-भाष्य
व्यवहारसूत्र-वृत्ति १००५१ : निशीथसूत्र
प्रणमत नेमिजिनेश्वर
ग्रं. ६००० ग्रं. १३७१९. :कागज
मलयगिरिसूरि : मध्यम
:गद्य (४६७)
वि.१६मी
२३९
पत्र ३१६मुं डबल छे..(१३.५४५.२)
भद्रबाहुस्वामी
मलयगिरिसूरि
ग्रं. १३७१९
प्रणमत नेमिजिनेश्वर
गध
मध्यम
(१२)
ग्रन्थान-७१५....१३.५४५:२.........
भद्रबाहस्वामी
गा.८१२
:जे भिक्ख हत्थकम्म
पद्य
मध्यम
कागज
वि.१६मी
(१०५)
पत्र २४मुं डबल छे.. (१३.५४५.२)
१००५२ निशीथसूत्र भाष्य
निशीथसूत्र-भाष्य
गा.६४३९ ग्रं.
: १०५ णवबम्भचेरमइओ अट्ठारस
पद्य
८४००
434