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________________ ग्रंथांक स्थिति पूर्णता प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम (पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृिति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कर्ता क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कृति प्रकार पद्य भाषा प्रा. संपूर्ण गा. २३ कागजवि . १६मी (पे.पू. १) [कृ.वि. : गर्भवासनो अधिकार.] (११.२४४.५) (पे.पू. १-02. (पे.पृ.१-७) प्रा. गा. २८..... प्रतिपूर्ण कागज वि.१६वी ग्रं.-२१२८., (११.२४४.७) वि.१४४४ : संपूर्ण .... वि. १७वी .(१०.७X४.५) शर्ववर्मदेव सिद्धो वणेसमाम्नायः । प्रतिपूर्ण वि. १६०५ (१०.७४४.५) (पे.३) देहस्वरुपकुलक मुखपोतिकाकुलक आदि :श्रेष्ठ (प.) मुखपोतिकाकुलक वर्द्धमानसूरि (पे.२) सिद्धान्तसारप्रकरणआचरणोपन्यासप्रकरण कातन्त्रव्याकरणचतुष्कवृत्ति स्वोपन :जीर्ण बालावबोधवृत्तिटिप्पनकचतुष्कवृत्तिण्डिका कातन्त्रव्याकरण-बालावबोधवृत्तिनो मेरुतुड़गसूरि टिप्पनक कातन्त्रव्याकरण सूत्रपाठ जीर्ण कातन्त्रव्याकरण कातन्त्रव्याकरण उणादिगण मध्यम वृत्तिसहित कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो उणादिगण: कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो :दगासह उणादिगणनी दौर्गसिंही वृत्ति कात्यायनव्याकरण कृवृत्ति जीर्ण कातन्त्रव्याकरण शर्ववर्मदेव वर्धमानविद्यास्तव आदि : मध्यम (पे.) वर्धमानविद्यास्तव (पे.२) वर्धमानविद्यास्तव सिद्धहेमद्वितीय मध्यम तृतीयपादसन्धिगर्भजिनस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ सिद्धहेमद्वितीयतृतीयपादसन्धिगर्भजिनस्तवन सिद्धहेमद्वितीयतृतीयपादसन्धिगर्भजिनस्तवन-अवचूरि :९६९९ प्रतिपूर्ण कागजवि .१६वी .......(१०.७X४.७) सिद्धी वर्णसमाम्नायः Q139 संपूर्ण कागज वि.१७मी मा.... गा.१२ गा.१७ (१०.५४४.२) (पे.पू. १-२). (प.पू. १-२) (१०.२४४.५) प्रा. ९७४२ म कागज वि. १७मी का.१० 425
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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