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________________ ग्रंथांक प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम (भांता) भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना (ताडपत्रीय) पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- भाषा परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य झे.पत्र/झे.पत्र) प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति प्रकार गा.४ पद्य गा.२६ पद्य (पे.१८) वैरस्वाम्याधुत्पत्तिकाल (पे.९९) दुःषमाव्यवच्छेदस्वरूप (2.9002 पञ्चस्थावर निरूपण... (पे.१०१) तमस्काण्डस्वरूप पञ्चसए किन्तणे झद्धित्तुमियसमिद्धं किमयं भन्ते तसुक्काए. तमस्कायस्य सर्वथैवा (पे.पू. १३५8-१३६A/ पे.वि.: सूचीपत्रांक-२-७२. (पे.पू. १३६A-१३७B) (प.पू. १३७8-93CA...... (पे.पृ. १३८०-१३९A/ पं.वि. सूचीपत्रांक-२-१७४. [कृ.वि. : अं.वाक्य-हंता असइ अदुवा अणंतखुत्तो नो चेव गंदवित्ताए स्थापना (पे.पृ. १३९०-१३९०) पे.वि. सूचीपत्रांक-१-१४४४. कृ.वि. : अं.वाक्य-यद्भव्ये त एव च त्रिकचतुष्कसंयोगगतिभेदात् पंचदशधा प्रदेशान्तरेभिहिता इति] (पे.पृ. १३९०-१४०) (पे.पू. १४0A-988A) पे.वि. : सूचीपत्रांक-१-१४४०. असीयसर्य किरयाणं (पे.१०२) अक्रियावाद्यादिसर्वनयादिविचार तत्रौदयिको भाव एक इत्थं पुण जिणमग्गे (ये.१०३) औदयिकादिभावस्वरूप (ये.१०४) बोटिकोच्चाटनवादस्थानक (पे.१०५) वोदिकोच्चाटनवादस्थानक आहारोपधिशय्या भावाधिकरणविचार (पे.प्र.988A-9885) पे.वि.: सूचीपत्रांक-9-१४५१. आहारउवाहिसिज्जा एयस्स गद्य कृ.वि. : अं.वाक्य-आहारे उवगरणे वि २७ सेज्जाए वि २९ सम्बे ८१ भंगा बायालसि आहारदोसे एएहिं भंगेहि साहू परिहरइ. (पे.पृ. १४४४) संरम्भो समारम्भो गद्य (प.१०६) संरम्भाद्यष्टोत्तरशतभङ्गविचार (4.9०७) नवकोटिविहार (पे.१०८) द्विचत्वारिंशद्दोषविवरण (ये.१०९) शय्यान्तरविचार गद्य हन्ति पचति झापयत्येव द्विशतेसप्तत्यधिके असइ वसहीएवी मुञ्चरु गद्य (पे.पू. १४४8-9844) (पे.पू. १४५4-१४८) पं.वि. : सूचीपत्रांक-१४४९. (पे.पृ. १४८०-१४८B) [कृ.वि. अं.वाक्य-आयारेओ तस्स छायं वज्जति जत्थ आयरिओ वसई स सेज्जायरो सेसो असिज्जायरा (प.पू. १४८-१४८B) (पे.पृ. १४८४-१४९B) पे.वि. : सूचीपत्रांक-१-१४४५. [कृ.वि. अं.वाक्य-पंचमवर्गेण गुणितो जघन्येन मनुष्यसंख्या गद्य (पे.११०) सुरनारकषड्लेश्याविचार (4.999) मनुष्यसङ्ख्या सुरनेरइयाण छल्लेसा द्वयो वर्गश्चत्वारो
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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