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________________ (पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रतिलेखन वर्ष पत्र स्थिति प्रत प्रकार ग्रंथांकपत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य गद्य गद्य कागज वि.१६१७ .१०.२४४.२) कथासङग्रहवसतिशयनासनादिविषयक गद्य समासलक्षण सावचूरि पञ्चपाठ...... श्रेष्ठ समासलक्षण रत्नमण्डनसरि समासलक्षण-अवचूरि ४९०० नमस्कारमाहात्म्य अष्टप्रकाशात्मक श्रेष्ठ सिद्धसेनाचार्य १५०८६ । प्रत्यक्षमणिदीधिति परिशिष्ट जीर्ण गुणानन्द भट्टाचार्य कागज .... वि.१७मी . (१०.५४४.५)..................... गं.२१७ संपूर्ण ... कागज वि. १८३३ पत्र ३५९ अने ६१ नथी. (१०x४.५) गंगेश्वराचार्यकृत तत्त्वचिन्तामणि का हिस्सा प्रत्यक्षखंड की दीधितिटीका का गुणानन्द भट्टाचार्यकृत परिशिष्ट है. (१०.५४४.५ ५०८९ श्रष्ट संपूर्ण कागज ......वि. १४८३ :५०९४ हरिभद्रसूरि श्रेष्ठ :पदमसागर संपूर्ण ग्रं. ७३० कागज ............ वि. १७मी ... श्लोक २८..... । (१०.५४४.५) हीरविजयसूरि विजयराज्ये विरचितं. पद्य प्रणपत्यव्यक्तभक्त्य प्रणम्य श्रीमहावीर पदमसागर ५१०८ अनेकान्तवाद प्रवेश प्रकरण अनकान्तवादप्रवेशप्रकरण युक्तिप्रकाश स्वोपज्ञ विविरणसहित युक्तिप्रकाश युक्तिप्रकाश-स्वोपज्ञ विवरण.. श्वेतार्ककल्प श्वेतरिङ्गिणीकल्प व हरस-मसा औषधादि (4.9) श्वेतार्ककल्प (पे.२) श्वेतरिङिगणीकल्प ... (मे.३) हरस-मसा औषधादि संवादसुन्दर मध्यम संपूर्ण कागज वि. १७मी (१०x४.२ सं. गुजराती ५१४६ संपूर्ण कागजवि . १६मी श्लोक ३३३ (पे.पू. १). पे.पू.92.. (पे.पू.) (१०.५४४.५) शारदा-लक्ष्मी, गांगेय-गुंजा आदि अनेक संवादोनो सङग्रह (१०x४.५) संपूर्ण ५२०४ उपदेशसङ्ग्रह श्लोकबद्ध उपदेशसङ्ग्रह श्लोकबद्ध ५२१२ द्विवर्णरत्नमालिकास्तुति सटीक त्रिपाठ कागज ........ वि. १७मी. श्लोक ४३३ कागज वि. १८मी पद्य श्रेष्ठ संपूर्ण (९.७४४.५) 352
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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