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________________ ग्रंथांकपत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम :प्रत प्रकार अन्य ताडपत्रीय तथा कागळनी प्रतनी झेरोक्ष (अताका) पूर्णता प्रतिलेखन वर्ष पत्र भाषा परिमाण रचना वर्ष | आदिवाक्य क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष पेटांक पष्ट. पेटा विशेष का प्रा. अष्ट्रभाषामय पचपाठ राजप्रश्नीयोपागसूत्र राजप्रश्नीयोपाङ्गसूत्र-वृत्ति... मलयगिरिसूरि ... राजप्रश्नीयोपाङ्ग सह वृत्ति श्रेष्ठ ग्रं.२०७९ ग्रं.३७०० नमो अरिहन्ताणं नमो प्रणमत वीरजिनेश्वर ८५ - ५०६ संपूर्ण कागज वि. १६१६ १०३/१०४(१६८) टीका ग्रन्थान-३७००. लेखन स्थल: अहमदाबाद गं. २०७९ अष्टभाषामय पंचपाठ राजप्रश्नीयोपाङगसूत्र राजप्रश्नीयोपाड़गसूत्र-वृत्ति पट्टावली नमो अरिहन्ताणं नमो. प्रणमत वीरजिनेश्वर मलयगिरिसूरि गं.3900 गद्य १०३/१०४(१२) श्रेष्ठ कागज वि. १८३३ चाणस्मा भंडार की प्रति. मूल पत्रांक-६ तथा झेरोक्ष पत्रांक-१२ नहीं है. गद्य शिष्य श्रीगौतमस्वामी ७६ ५०८ चौरासी गच्छनी पट्टावली श्रेष्ठ संपूर्ण कागज वि. १९१४ १०३/१०४(१५१) श्री विनयजीवन मणिविजयजी जैन पुस्तकालय चाणस्मा की प्रति. लेखन स्थल : झोटाणा स.मारुगुजर 290
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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