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________________ (डतामुक्ता) मुक्ताबाई जैन ताडपत्रीय ज्ञानमंदिर - डभोई हुआ है. प्रति.पुष्पिका में प्रतिलेखन वर्ष है किन्तु स्पष्ट पढ़ा नहीं जाता. संभवतः १२वी सदी है. (पे.पृ.२-११) पे.वि. : अपूर्ण. गाथानुसन्धान यत्र-तत्र असम्बद्ध है. (पे.८) वोच्छेयगण्डिया गा.१७३ : अह पुण सरत्थुवन्तो सर्वज्ञ व्यवस्थापन नाम प्रकाश श्रेष्ठ १०१/१०२(६). सतेजव्यवस्थापननामप्रकाश तिलक मञ्जरी १०१/१०२१८.. तिलकमञ्जरी धनपाल सवःपात जिना.... न्यायग्रन्थ न्याय प्रवेश) ताडपत्र १०१/१०२(४) दार्शनिकग्रन्थ-अज्ञात प्रणम्य शम्भ जगतः बृहत्सग्रहणी : ताडपत्र श्रेष्ठ जिनभद्र गणि क्षमाश्रमण १०१/१०२(२०)... पद्य बृहत् सङ्ग्रहणीप्रकरण गा. ५७९ नियट्ठवियअट्ठकम्म गाथा ३६६ थी ३८० बच्चे पण मळे छे. 1४६२ जिम्बा.. श्रेष्ठ शान्तिसूरि जीवविचार जीवविचारप्रकरण । आवश्यक नियुक्ति आवश्यकसूत्र-नियुक्ति 1४६३ श्रेष्ठ ताडपत्र :गा.५१ ताडपत्र :गा. २५०० :ग्रं.३१०० जम्बो १०१/१०२(४)...... भुवणपईवं वीरं नमिऊण : पद्य ६४ १०१/१०२(६३) जयइ जगजीवजोणी पद्य वियाणओ १०१/१०२(५६).... भद्रबाहुस्वामी आनुं अने नंदिसूत्रनु आदिवाक्य समान छे. ४६४. :श्रेष्ठ ताडपत्र गरा क्षेत्रसमास टीका क्षेत्रसमासप्रकरण-टीका धर्मबिन्दु (जैनन्याय) धर्मबिन्दु :४६५ श्रेष्ठ संपूर्ण ताडपत्रवि . १७मी १०१/१०२(१४). पृष्ठ माहिती नथी. 282
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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