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________________ ग्रंथांकपत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम (पातासंघवीजीर्ण)पाटण ताडपत्रीय ज्ञान भंडार संघवी पाडाना जीर्ण, त्रुटक अने चोंटेला भंडार स्थिति पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र क्लिन/ओरिजिनल प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल डीवीडी (डीवीडीपेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य झे.पत्र/झे.पत्र) कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति प्रकार (प.पृ. ४-४१,४३,४५) कर्ता (पे.३) स्थानाङ्गसूत्रनो हिस्सो ठाणाङ्गगत पाठ (ये.४) शास्त्रीयवादस्थल सिद्धहेमबृहद्वृत्ति जीर्ण त्रुटक ताडपत्र ६२२-१६५(१थी १६५)=४५७५६/५९(१५४) (पे.पृ. २९-१९५). (जुनो नं. ११४)वचमां घणुं त्रुटक, अस्तव्यस्तजीर्ण, नकामी. गद्य सिद्धहेमशब्दानुशासन-बृहद्भत्ति कल्पसूत्र हेमचन्द्रसूरिसं. जीर्ण त्रटक ताडपत्र २०४ ५६/५९(९८) (जुनो नं.४५)प्रथम पत्र १ नथी. अंतना पण नथी, वचमां पण नथी. जीर्ण नकाम..(१५.५४१.७). गं१२८० नमो अरिहन्ताणं... भद्रबाहस्वामी जीर्ण संयुक्त प+ग ५६/५९(५४) दशवैकालिकलघुवृत्ति ताडपत्र १८० (जुनो नं.२३८(१))वचमां घणा पत्र नथी ने पाछला पण नथी. गद्य ताडपत्र दशवैकालिकसूत्र-लघुवृत्ति सिद्धहेमबृहद्वृत्ति तद्धित ७मो अध्याय जीर्ण सिद्धहेमशब्दानुशासन-बृहद्धत्ति हेमचन्द्रसरिस अभिधानचिन्तामणीनाममाला टीका : जीर्ण ............. 1५८२-२९०(१ थी २९०)=२९२ ५६/५९(११२)... (जुनो नं. २०३)जीर्ण., (१५४१.७)............ गय ३६ त्रटक ताडपत्र वि.१३३७ अभिधानचिन्तामणिनाममाला-टीका आवश्यकनियुक्ति आवश्यकसूत्र-नियुक्ति हेमचन्द्रसूरि जीर्ण भद्रबाहुस्वामी :२९६ ५७/५९(१३८) (जुनो नं. १११)प्रथमनां ४ पत्र बगडेलां ने पाछलां २६४ थी पाना खवाई गया छे-जीर्ण-त्रुटक छे. /विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. लेखन स्थल : अणहिलपाटक धर्मतीर्थकृतां वाचं ...........गद्य उभय ग्रन्थान-१००००.टीका ग्रन्थान-४६८५. १५९ ५७/५९(७२) .... (जुनो नं. ६८)जीर्ण. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका... जयइ जगजीवजोणी पद्य आनुं अने नंदिसूत्रनुं आदिवाक्य समान छे. वियाणओ ८७-२(१थी २)-८५..........५७/५९(३४).....(जुनो नं. ८९)त्रुटक-अपूर्ण..(१५४१.७) अ.१०000 ताडपत्र संपूर्ण वि. ११९१ प्रा. गा.२५०० ग्रं. ३१०० जीर्ण त्रुटक ताडपत्र :धर्मघोषसरि धर्मोपदेशशत सटीक धर्मोपदेशशत धर्मोपदेशशत-टीका सामाचारी जीर्ण ताडपत्र ५७/५९(३७)......(जुनो नं.८८)चोटेली. कल्पसूत्र तथा कालिकाचार्यनी कथा जीर्ण ताडपत्र ५७/६०(६६) (जुनो नं. ३१२)वचमां केटलांक पत्र नथी.. (१४४१.५) 238
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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