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________________ ग्रंथांक स्थिति प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम पूर्णता (पाताहेसं) पाटण ताडपत्रीय ज्ञान भंडार हेमचन्द्राचार्य संघभंडार प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र क्लिन/ओरिजिनल प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल डीवीडी (डीवीडी-पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य झे.पत्र/झे.पत्र) कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कर्ता भाषा कति प्रकार देवचन्द्रसूरि प्रा. ग्रं. ३९५ वि. ११४६ अत्थि इहेव जम्बू गद्य (पे.२) कालिकाचार्यकथामूलशुद्धिप्रकरणटीकान्तर्गता कल्पसूत्र कालिकाचार्यकथा गद्य-पद्य श्रेष्ठ संपूर्ण ताडपत्र वि. १३३६ : १५२ प्रा. गं. १२८० भद्रबाहुस्वामी ... देवचन्द्रसूरि नमो अरिहन्ताणं... अस्थि इहेव जम्बू ग्रं.३९५ वि. ११४६ श्रेष्ठ १२० भद्रबाहस्वामी . गं. १२८० (4.9) कल्पसूत्र (पे.२) कालिकाचार्यकथामूलशुद्धिप्रकरणटीकान्तर्गता. कल्पसूत्र कालिकाचार्यकथा गद्य-पद्य (पे.१) कल्पसूत्र (पं.२) कालिकाचार्यकथा कल्पसूत्र कालिकाचार्यकथा पद्य (4.9) कल्पसूत्र (पे.२) कालिकाचार्यकथा. कल्पसूत्र कालिकाचार्यकथा लघुपर्युषणा कल्प श्लोक८७ ताडपत्र नमो अरिहन्ताण...... उत्पत्तिविगमध्रौव्य :१४४ नमो अरिहन्ताणं... जो कुणइ ससत्तीए.. १५१-१३८(१थी १३८)=१३ i(पे.पू. १०७-१४४) [कृ.वि. : ग्रंथान ३६० थी ४०० सूची मळे छे] ६/१६(५०) (जुनो नं. ६४(०२.३)). (१५.५४२) लेखन स्थल : अणहिल्लपुर (प.पू. १-११३). गद्य (प.पृ. ११४-१५२) [कृ.वि. : ग्रंथान ३६० थी ४०० सुधी मळे छे.. ७/१६(४२).... (जुनो नं. ५९(२.३.22..(१३४२).. संयक्त प+ग (प.प्र.9-99६) (प.पू. ११६-१२०) ७/१६(५२) (जुनो नं. ६५(३.४))....... (प.पू. १-१२४). (प.पू. १२५-१४४.. ७/१६(७०) (जुनो नं. ६४(०७.८))अन्त-समाप्तोयं लघुपर्युषणाकल्पः परं कथाया दिङ्मानं नवा सूचीपत्रमा कर्तानाम विनयचन्द्रसूरि आप्यु छे-कोना कतो?, (१५४२) संयुक्त प+ग (पे.पू. १-१३९) (प.पू. १३९-१५१) पे.वि. : गाथा-८५. ७/१६(६४) (जुनो नं. ६८(२))..(१३.५४२). गद्य ग्रंथान ३६० थी ४०० सुधी मळे छे. भद्रबाहस्वामी ग्रं. १२८० ...२११ ताडपत्र ग्रं. १२८० :गा.७८ पथ भद्रबाहुस्वामी विनयचन्द्र श्रेष्ठ देवचन्द्रसूरि (4.22. कल्पसूत्र (पे.२) कालिकाचार्यकथा कालिकाचार्यकथा गद्य (अपूर्ण) कालिकाचार्यकथामूलशुद्धिप्रकरणटीकान्तर्गता कल्पसूत्र नमो अरिहन्ताणं... देविन्दविन्द नमियं १३१-१०२(१थी १०२)=२९ :अस्थि इहेव जम्बू अपूर्ण ताडपत्र ग्रं.३९५ वि. ११४६ ताडपत्र गं. १२८० श्रेष्ठ भद्रबाहुस्वामी श्रेष्ठ भद्रबाहुस्वामी कल्पसूत्र. ताडपत्र ७/१६(४०) ....(जुनो नं. ५७(०१), (१४.५४२) नमो अरिहन्ताण... .. संयुक्त प+ग १०७ ७/१६(२६).........(जुनो नं. ६३४)(१२४२!..... नमो अरिहन्ताण...... संयुक्त प+ग १९५-१०(१ थी १०)=१८५७/१६(६६)....(जुनो नं. ७०(०२)).(१४४२.२) :सुयं मे आउसं तेणं १६२ ७/१६(८०).... (जुनो नं. ६५(२)). (१४४२) लेखन स्थल : ....... स्थानाङ्गसूत्र अपूर्ण श्रेष्ठ ताडपत्र स्थानाडगसत्र सधर्मास्वामी :ग्र.3300 ८८... दशवैकालिक लघुटीका श्रेष्ठ ताडपत्रवि . १२४८ 172
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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