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________________ गंथांक स्थिति प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम (पाताहेस) पाटण ताडपत्रीय ज्ञान भंडार हेमचन्द्राचार्य संघभंडार पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र क्लिन/ओरिजिनल प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल डीवीडी (डीवीडी-पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष भाषा परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य झे.पत्र/झे.पत्र) कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति प्रकार पद्य (पे.२) निशीथसूत्र-लघुभाष्य (पे.३) निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि णमिऊण रहन्ताणं सिद्ध पद्य श्लोक २८००० ग्रं.१७८८४ जिनदास गणि: प्रा. क्षमाश्रमण संपूर्ण ..... भद्रबाहस्वामी प्रा. ४०५. २/१२(३३६).... निशीथसूत्रलघुभाष्यचूर्णि.. (पे.१) निशीथसूत्र ताडपत्र गा.८१२ 'निशीथचूर्णि पंचमोद्देश पर्यंत प्रथम खंड' आ प्रमाणे नाम छे. (पे.पृ. 9-100) (पे.पृ. १-३०४) पे.वि. : प्रथम खण्ड (गायकवाड केटलॉग). (जुनो नं. ३२(१-३!!..(३१४२). (पे.पृ. १०) पे.वि. : बीजा सूचिपत्रमा 'निशीथसूत्रचूर्णि' ८ उद्देशथी १४ उद्देश पर्यंत किंचिद् अपूर्ण आ प्रमाणे नाम छे. (पे.पृ. ८-१४) पे.वि. : द्वितीय खण्ड-उ. ८-१४.. (पे.पृ. १०३-४०५) जे भिक्खू हत्थकम्म पद्य (पे.२) निशीथसूत्र-लघुभाष्य (पे.३) निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि जिनदास गणि प्रा. श्लोक २८००० णमिऊण रहन्ताणं सिद्ध पद्य क्षमाश्रमण गं १७८८४ प्रतिअपर्ण ताडपत्र २६४ २/१२(२१६).....(जुनो नं. ४२). (३३४२.५)... गद्य नियुक्ति ऊपर पण. :प्रा. ग्रं. १८००० काऊण नमोक्कार तिथयर आवश्यकसूत्रचूर्णि प्रथम खण्ड अपूर्ण श्रेष्ठ आवश्यकसूत्र-चूणी जिनदास गणि क्षमाश्रमण आवश्यकवृत्ति श्रेष्ठ प्रतिपूर्ण ताडपत्र २/१२(३२८) (जुनो नं. ४३)प्रत्याख्यान पर्यन्त. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. ह रिभद्रसूरि गद्य :आवश्यकसूत्र-शिष्यहितावृत्ति आवश्यकवृत्ति प्रथम खण्ड सं.प्रा. प्रतिपूर्ण ग्रं.२२००० ताडपत्र प्रणिपत्य जिनवरेन ३२८ २/१२(२९२) (जुनो नं. ३७)गा. के. नं. ३७मां विशेषावश्यकवृत्ति एम लखेल छे.. (३१४२) गय .२२००० ताडपत्र आवश्यकसूत्र-शिष्यहितावृत्ति......... आवश्यकवृत्ति द्वितीय खण्ड आवश्यकसूत्र-शिष्यहितावृत्ति आवश्यकवृत्ति द्वितीय खण्ड हरिभद्रसूरि........ सं.प्रा. श्रेष्ठ प्रतिपूर्ण हरिभद्रसूरि सं.प्रा. श्रेष्ठ प्रतिपूर्ण प्रणिपत्य जिनवरेन ४५२ प्रणिपत्य जिनवरेन २/१२(३९६) : २२००० गद्य ताडपत्र : वि. १४४२ :२७७ २/१२(२६८) (जुनो नं. २२). (३३.५४२.२) लेखन स्थल : स्तम्भतीर्थ प्रणिपत्य जिनवरेन । गद्य २८७ ३/१२(२८८) (जुनो नं. २९), (३१.५४२.५) आवश्यकसूत्र-शिष्यहितावृत्ति हारिभद्रसूरिसं ..प्रा. ग्रं.२२००० आवश्यकवृत्ति द्वितीय खण्ड श्रेष्ठ प्रतिपूर्ण ताडपत्र प्रत्याख्यान नियुक्ति विवरण आवश्यकसूत्र-शिष्यहितावृत्ति ............ हरिभद्रसूरि ......... सं.प्रा......... २२००० ..... ............. प्रणिपत्य जिनवरेन्ग द्य 163
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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