________________ (151) अभिधानराजेन्द्रपरिशिष्टम् / / [प्राकृतसूत्राणाम्] [अकारानुक्रमणिका पृष्ठ पृष्ठ० पृठ० सत्र सूत्र 38 जनो जा जम्मा बा४।१३६ 26 जेणं मि अम्मि० 8 / 3 / 107 / 44 तो दोऽनादौ शौ० 8 / 4 / 260 25 जस्शस् इँइ० (8/326 26 णेणो मज्झ अम्ह० 8 / 3 / 114 / 4 तोऽन्तरि |8/1 // 6 // 46 जस्शसोरम्हे० 184376 / 31 णेरदेदावावे |8 / 3 / 146 / 26 ते तुंतुमंतुवंत० ||362 / 46 णोनः 18/322 25 जस्शसोर्णो वा ||4|306 / तेवाक्योपन्यासे |8/2 / 176 28 णोऽमशसटाभि० / / 377 / 24 जसशसोर्लुक् 29 तो दो तसो वा 18 / 3 / 4 / |8/2/160 // 44 णं नन्वर्थे 184283 46 जस्शसोस्तु० त्थे च तस्य लुक् 8 / 3 / 83 / 18/4 / 366 त्यदाद्यव्ययात्० 8140 24 जस्शस्ङसि० |8|3 / 12 / 26 तइतु ते तुम्हंतुह० 181366 / त्यादिशत्रोस्तूरः 814/171 / 26 जस्शस्डसि० ||350 // 26 तइ तुव तुम तुह० 8366/ 31 त्यादीनामाद्यत्र० / 8 / 3 / 136 36 जाग्रेर्जग्गः |8|4|80 41 तक्षेस्तच्छचचरम्प०१८४/१६४॥ 1 त्यादेः |8| 34 जुगुप्सेझुण० |8|4|4| 50 तक्ष्यादीनां छोल्ला० 184365 / त्यादेराद्यत्रय० ||4|382 22 जेण तेण ल० 18/211831 11 तगरत्रसरतूवरेट: 181 / 205! 14 त्योऽचैत्ये 18 / 2 / 13 / 32 जाजे |8|3656 35 तडेराहोडविहोडौ 18427) त्रपो हिहुत्थाः 18/2 / 161 32 जात् सप्तम्या० |8|3/165 51 ततस्तदोस्तोः ||4|417 / त्रसेडरवोजव० ||4|168 34 ज्ञो जाणमुणौ |8147 / 28 तदश्च तः सोऽक्लीबो 18 / 386 / 20 त्रस्तस्य हित्थत० 18/2 / 136 46 तदिदमोष्टा नेन स्त्रि०।४।३२२॥ 17 ज्ञोञः 8/2283 52 त्रस्य डेत्तहे |8|4|436 // 28 तदो डोः 18367) 46 ज्ञो नः पैशा० 84303 30 त्रस्तिण्णिः 18/3 / 121 28 तदो णः स्यादौ क्व० 8370) 4 ज्ञो णत्वेऽभिज्ञा० 1811156 30 वेस्ती तृतीयादौ 18 / 3 / 118 // 46 तदोस्तः 84|307 43 ज्ञोणव्वणज्जौ (84252 त्वतलोः प्पणः 1841437 / 38 तनेस्तडतडतडव० 8/4/137 / 16 ज्यायामीत् 18 / 2 / 115 // 15 त्वथ्वद्वध्वांचछ० पा२१५॥ 16 तन्वीतुल्येषु |8/2 / 113 // 40 त्वरस्तुवरजअडौ। 18/4/170 / 53 तव्यस्यइएव्व० ||4|438| 20 त्वस्य डिमात्त० 8 / 2 / 154| 48 टए 1841346 / 44 तस्मात्ताः 1841278| 21 त्वादेसः 18/2 / 172 / 24 टाआमोर्णः 18 / 36 / 30 तादर्थ्यडे, 1831321 25 टाडस्डेरदादि० 18 / 3 / 26 / 52 तादर्थे केहिं तेहिं० 4425 // 14 थठावस्पन्दे 46 टाड्यमा पइंतई ||26 16 ताम्रानेम्वः 18/4/370 182256 |8|200 23 थूकुत्सायाम् 46 टाड्यमा मई 18 / 4 / 377| 37 तिजेरोसुक्कः 18/4/104 6 तित्तिरौरः 8/190| 44 थोधः 18/4/267 / 25 टाणशस्येत् |8|314| 20 तिर्यचस्तिरिच्छिः 18 / 2 / 143 11 टोडः 18111165 45 तिष्ठश्चिष्ठः |8||268 4 दक्षिणे हे 8/1/45 25 टोणा 18 / 3 / 24 / 17 - तीक्ष्णः |8|| दग्धविदग्धवृद्धि 18/2040 / 27 टोणा 18 / 3251 6 तीर्थे हे |8/1/104| 24 दरार्धाल्पे 18/2 / 215 // 46 टोस्तुर्वा 18 / 4 / 311 // 11 तुच्छे तश्चछौ वा 8/1/204 / 40 दलिवत्योर्विसट्ट० 18/4/176! 45 दृष्ठयोः स्टः |84260 38 तुडेस्तोडतुट्टखु० 1814/116 12 दशनदष्टदग्धदो० / 18/11217 26 तु तुव तुम तुह० |8/31102 / 13 दशपाषाणे हः 811262 11 ठोढः |8111166 26 तुब्भ तुय्होय्हो० // 398 17 दशाहे 18/2 / 85 15 ठोऽस्थिविसंस्थुले / 2 / 32 // 53 तुम एवमणा० 18141441 // 41 दहेरहिऊलालु० 18/4/208 तुमे तुमए तु० 18 / 3 / 101 / 43 दहोज्झः 84246 13 डाहवौ कतिपये तुम्हासुसुपा 2 दिक्प्रावृषोःसः |811250 18 / 4374 / 18/116 // 21 डिल्लडुल्लौ भवे 26 तुय्ह तुब्भ तहिं० 44 दिरिचेचोः ||21633 18/4/273 / 18/3/67 / 40 तुरोऽत्यादौ (8/4/172 / 24 डेम्मि 13 दिवसेसः 8/11263 डे: 18 / 3 / 11) 34 तुलेरोहामः 184 // 25 // 12 दीपौ धो वा 18/11223 // 26 डो दी? वा 113 / 381 26 तुदोभे तुब्भ० 113.100 / 1 दीर्घ-हस्वौ मिथो० 8 / 2 / 4 / 11 डोलः 1811 / 2021 31 तृतीयस्य मिः 18|3141 / 18 दीर्घ वा 18/2262 / 16 ड्मक्मोः / 8 / 2252 / 31 तृतीयस्य मोमु० 1813 / 144) 17 दुःखदक्षिणतीर्थे० / 82272 / 53 तृनोऽणअः 1841443 34 दुःखे णिव्वर 84|| 22 गइचेअचिअच्च० / 8 / 2 / 184) 38 तृपस्थिप्पः 1841138 37 दुःखे णिव्वलः 184162 22 णवरं केवले 82 / 197 32 तेनास्तेरास्यहे० 83.164| दुकूले वालश्च द्विः 111116 / 22 णवि वैपरीत्ये / 8 / 2 / 178 | 18 तैलादौ 18268 / / 14 दुर्गादेव्युदुम्बर०८१२७०। 26