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व्याकृति
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व्युच्छिति व्याकृति-सं० (स्त्री०) 1 प्रकाशन 2 पृथक्करण
व्यापी-सं० (वि०) 1 व्याप्त (जैसे-सर्वव्यापी) 2 आच्छादक ध्याक्रोश-सं० (पु०) 1 फटकार 2 चिल्लाहट
3 सर्वत्र फैलनेवाला व्याख्या-सं० (स्त्री०) 1विवेचन, विवरण 2 टीका | व्याप्ति-सं० (स्त्री०) व्याप्त होने का भाव 3 अनुवचन, अर्थयन। कार (पु०) 1 टीकाकार 2 व्याख्या व्याम-सं० (पु०) लंबाई की एक माप करनेवाला; ~गम्य I (वि०) व्याख्या किए जाने योग्य II | | व्यामिश्र-I सं० (पु०) मिलाना II (वि०) 1 मिलाया हआ अस्पष्ट बयान
2 अन्यमनस्क, क्षुब्ध व्याख्यात-सं० (वि०) 1 व्याख्या की गई 2 वर्णित व्यामोह-सं० (पु०) 1 मोह, अज्ञान 2 घबड़ाहट व्याख्याता-सं० (वि०/पु०) 1 व्याख्या करनेवाला 2 भाषण व्यायाम-सं० (पु०) 1 कसरत 2 अभ्यास 3 श्रम। --शाला करनेवाला
(स्त्री०) व्यायाम करने की जगह या स्थान; -शिक्षक व्याख्यात्मक-सं० (वि०) व्याख्या संबंधी
(पु०) व्यायाम शिक्षा देनेवाला, व्यायाम सिखानेवाला व्याख्यान-सं० (पु०) 1 टीका करना 2 भाषण, वक्तृता | व्यायामिक-सं० (वि०) 1व्यायाम संबंधी, व्यायाम का 3 वर्णन (जैसे-संपूर्ण व्याख्यान)। दाता (पु०) = | 2 व्यायाम के फलस्वरूप होनेवाला व्याख्याता; ~पीठ (पु०) = व्याख्यान मंच; बाज़ी , व्यायामी-सं० (पु०) 1 कसरती 2 परिश्रमी, मेहनती 3 व्यायाम फ़ा० (स्त्री०) व्याख्यान देना; ~भवन (पु०) : से पुष्ट (शरीर) व्याख्यानालय; ~मंच (पु०) व्याख्यान देने का स्टेज; व्यायोग-सं० (पु०) वीररस प्रधान एक ही अंक का एक प्रकार ~शाला (स्त्री०) = व्याख्यान भवन
का रूपक व्याख्यानात्मक-सं० (वि०) व्याख्यान संबंधी
व्याल-सं० (पु०) 1 सर्प, साँप 2 दुष्ट हाथी व्याख्यानालय-सं० (पु०) व्याख्यान देने का कमरा व्यावरण-सं० (पु.) 1 विकृत होना 2 घेरना व्याख्यापन-सं० (पु०) व्याख्या करना
व्यावर्तक-सं० (वि०) 1 चारों ओर से घूमनेवाला 2 पीछे व्याख्यापरक-सं० (वि०) व्याख्या की अपेक्षा करनेवाला आनेवाला व्याघात-सं० (पु०) 1 आघात 2 बाधा 3 धक्का
व्यावर्तन-सं० (पु०) 1 चारों ओर घूमना 2 लौटना 3 घुमाव व्याघ्र-सं० (पु०) बाघ। नख (पु०) बघनखा
4 मोड़ व्याज-सं० (१०) कपट, फ़ग्व, धोखा। निंदा (स्त्री०) व्यावसायिक-सं० (वि०) व्यवसाय संबंधी। ~ता (स्त्री०) 1 स्तुति की ओट में निंदा 2 साहि० एक अलंकार जिसमें एक ___ व्यावसायिक होने का भाव की निंदा करने से दूसरे की निंदा प्रकट हो; --स्तुति (स्त्री० ) | व्यावहारिक-सं० (वि.) 1 व्यवहार संबंधी 2 व्यवहार में आने 1 निंदा के बहाने स्तुति 2 साहि० एक अलंकार जिसमें कोई योग्य 3 व्यवहारशील। ता (स्त्री०) व्यावहारिक रूप में कथन अभिधा शक्ति की दृष्टि से निंदा सूचक हो होने की स्थिति ... ध्यादेश-सं० (पु०) विशेष आदेश
व्यावृत्ति-सं० (स्त्री०) 1घेरना. 2 ढकना 3 पृथक् करना व्याध-सं० (पु०) 1 बहेलिया 2 शिकारी
4 अनावृत करना व्याधि-सं० (स्त्री) 1 रोग 2 पीड़ा
व्यासंग-सं० (पु०) 1 घनिष्ठ संपर्क 2 आसक्ति 3 मनोयोग व्यापक-सं० (वि०) 1 फैला हुआ 2 छाया हुआ 3 विस्तृत | 4 जोड़, योग 5 पार्थक्य (जैसे-व्यापक कार्य पद्धति)
व्यास-सं० (पु०) 1 कथावाचक 2 ज्या० केंद्र को स्पर्श करती व्यापन-सं० (पु०) 1 फैलाना 2 घेरना
हई परिधि के दो बिंदुओं को मिलानेवाली रेखा। -पीठ व्यापना-सं० (अ० क्रि०) 1 व्याप्त होना 2 समाना (पु०) वह गद्दी जिसपर कथावाचक बैठकर कथा कहता है, व्यापादक-सं० (वि०) 1 नशाकारी 2 घातक
व्यास की गद्दी व्यापादन-सं० (पु०) 1 अपकार चिंता 2 हत्या करना 3 नष्ट | व्यासक्त-सं० (वि०) अत्यधिक आसक्त करना
व्यासक्ति-सं० (स्त्री०) विशेष आसक्ति व्यापार-सं० (१०) 1 पेशा, काम-धंधा, रोज़गार 2 वाणिज्य । व्यासार्द्ध-सं० (पु०) केंद्र से परिधि तक की दूरी, त्रिज्या 3 उद्योग 4 कार्य, काम। कर (३०) व्यापार पर लगाया व्यासासन-सं० (पु.) = व्यास पीठ गया टैक्स; क़रार । अ० (पु०) व्यापारिक समझौता; व्यासिद्ध-सं० (पु०) 1 निषिद्ध 2 वर्जित
चिह्न (पु.), छाप । हिं० (स्त्री०) व्यापार संबंधी व्यासेध-सं० (पु०) 1 निषेध 2 वर्जन 3 रोक विशेष चिह्न, ट्रेड मार्क (जैसे-व्यापार चिह्न देखकर सामान व्याहत-सं० (वि०) 1 निवारित, निषिद्ध 2 व्यर्थ, निरर्थक II लेना); नीति (स्त्री०) व्यापार संबंधी नियम और कानून; (पु०) साहि० अर्थदोष
प्रधान (वि०) - व्यवसाय प्रधान; ~मंडल (पु०) व्याहित-सं० (स्त्री०) बाधा, विघ्न व्यापारिक संघ; वृद्धि (स्त्री०) व्यापार का बढ़ना; ~संघ व्याहरण-सं० (पु०) 1 उक्ति, कथन 2 कहानी, किस्सा (पु०) = व्यापार मंडल; संवर्द्धन (पु०) = व्यापार वृद्धि व्याहार-सं० (पु०) 1 वाक्य, जुमला 2 पूछना व्यापारण-सं० (पु०) 1 आज्ञा देना 2 काम में लगाना व्याहृत-सं० (वि०) 1 कथित 2 खाया हुआ. भुक्त व्यापारिक सं० (वि०) व्यापार संबंधी, व्यापार का। ~संघ व्याहृति-सं० (स्त्री०) 1 कथन, उक्ति 2 भूः भुवः आदि सप्त (पु०) व्यापारियों का संगठन
लोकात्मक मंत्र व्यापारी-सं० (पु०) व्यापार करनेवाला
| व्युच्छिति-सं० (स्त्री०) - व्युच्छेद