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लजुरी 714
लड़ना लजुरी-(स्त्री०) 1 रस्सी 2 डोरी।
लटापटी-(स्त्री०) 1 लटपटाने की क्रिया 2 लड़ाई झगड़ा लज्ज़त-अ० (स्त्री०) 1 लज़ीज़ होने का भाव 2 ज़ायका, 3 गुत्थम गुत्था, भिडंत स्वाद। दार । फ़ा० (वि०) = लज़ीज़
लटिया-(स्त्री०) सूत आदि का छोटा लच्छा, लच्छी लज्जा-सं० (स्त्री०) 1 शर्म, हया, लाज 2 मर्यादा, मान । लटी-(स्त्री०) 1 बुरी बात 2 झूठी और व्यर्थ की बात, गप
जनक, प्रद (वि०) शर्मिंदा करनेवाला; ~~युक्त 3 वेश्या 4 भक्तिन (वि०) = लजीला; ~शील (वि०) लज्जावाला; ~शून्य लटूरा-I बो० (पु०) कुप्पा II (वि०) जटावाला (वि०) बेशर्म; ~हीन (वि०) बेशर्म, बेहया
लट्टपट्ट-(वि०) = लथपथ लज्जारुण-सं० (वि०) शर्म से लाल
लटू-(पु०) 1 लकड़ी का एक गोल खिलौना (जैसे-लटू लज्जालु-सं० (वि०) - लजीला
नचाना) 2 बिजली का बल्व 3 उत्कट प्रेमी और इस प्रेम के लजावंत-सं० (वि०) शर्मानेवाला
कारण बावला व्यक्ति लज्जावती-सं० (वि०) शमनिवाली
लट्ठ-I (पु०) मोटा लंबा डंडा II (वि०) परम मूर्ख। बंद लज्जावान्-सं० (वि०) शर्म करनेवाला
+ फ़ा० (वि०) लाठीधारी; ~बाज़ + फ़ा० (वि०) लाठी लज्जास्पद-सं० (वि०) = लज्जा जनक
चलानेवाला; बाज़ी + फ़ा० (स्त्री०) लाठी चलाना; लजित-सं० (वि०) लज्जा युक्त, शर्मिंदा
~मार (वि०) 1 लाठी मारनेवाला 2 कठोर, कड़ी लट-(स्त्री०) 1 जुल्फ़, अलका 2 सिर के उलझे हुए बाल (जैसे-लट्ठमार बात) (जैसे-लट सुलझाना)
लट्ठम लट्ठा-(स्त्री०) लाठियों से मार पीट लटक-(स्त्री०) 1 झुकाव, लचक 2 अंगचेष्टा, ठसक लट्ठा-I (पु०) 1 बल्ला 2 धरन 3 साढ़े पाँच फुट लंबा बाँस। लटकन-(पु०) 1 लटकने का भाव 2 नाक में झूलनेवाला एक | -बंदी + फ़ा० (स्त्री०) लट्टे से नापी गई ज़मीन की नाप प्रकार का गहना
लट्ठा-II (पु०) मोटा कपड़ा लटकना-(अ0 क्रि०) 1 पदार्थ का किसी आधार में फँसकर | लठ-(पु०) लट्ठ नीचे को झूलना (जैसे-खूटी में तार लटकना, तार पर कमीज़ लठियल-(वि०) लट्ठबंद लटकना) 2 झुकना (जैसे-बारजा लटकना) 3 असमंजस में लठिया-(स्त्री०) छोटी लाठी पड़ा रहना (जैसे-अदालत में मुक़दमा अटकना) 4 अनुत्तीर्ण लठियाव-(पु०) लट्ठबाज़ी होना (जैसे-वह इस नवीं कक्षा में लटक गया) लठैत-(वि०) लट्ठबाज़ लटकवाना-(स० क्रि०) लटकाने का काम कराना लठैती-(स्त्री०) लट्ठबाज़ी लटका-(पु०) 1 बातचीत का बनावटी ढंग 2 टोटका 3 एक लडंग-(पु०) झुंड, समूह तरह का चलता गाना
लड़त-(स्त्री०) 1 लड़ाई झगड़ा 2 लड़ने का भाव 3 मुक़ाबला, लटकाना-(स० क्रि०) 1 लटकाने में प्रवृत्त करना 2 झुकाना सामना 3 काम को अनिश्चित दशा में छोड़ देना 4 दुविधा में डालना लड़-(स्त्री०) 1 माला (जैसे-मोतियों की लड़) 2 कतार, पंक्ति (जैसे-उसने मुझे लटका रखा है)
3 बटा हुआ लंबा खंड (जैसे-तीन लड़ का रस्सा) लटकाव-(पु०) लटकने का भाव
लड़कई-बो० (स्त्री०) = लड़कपन लटकीला-(वि०) लटकता और लहराता हुआ
लड़कखेल-(पु०) 1 बालकों का खेल 2 साधारण काम लटकेदार-हिं० + फ़ा० (वि०) 1 ढबदार 2 नखरे की | लड़कपन-(पु०) 1 बाल्यावस्था 2 लड़कों सा आचार व्यवहार चालवाला
(जैसे-लड़कपन करना) लटकौवा-(वि०) = लटकीला
लड़कबुद्धि-+ सं० (स्त्री०) 1 नासमझी, अज्ञानता 2 बाल लटजीरा-(पु०) अगहन में होनेवाला एक प्रकार का धान और उसका चावल
लड़कबुध-(स्त्री०) बालक की बुद्धि लटना-(अ० क्रि०) 1 अशक्त और असमर्थ होना 2 विकल | लड़का-(पु०) 1 बालक 2 बेटा, पुत्र (जैसे-अपने लड़के को
समझा लेना)। बाला (पु०) 1 संतान, औलाद 2 परिवार, लटपट-(स्त्री०) 1 लटपटाने की अवस्था 2 अनुचित उद्देश्य हेतु पुत्र कलवादि होनेवाला नया-नया मेल-जोल या संबंध
लड़की-(स्त्री०) 1 बालिका 2 पुत्री, बेटी। ल्लड़का (पु.) लटपटा-(वि०) 1 ठीक और सीधे रास्ते न चलनेवाला लड़की और लड़का; ~वाला (पु०) 1 कन्या का पिता या 2 ढीलाढाला 3 अंडबंड, अव्यवस्थित 4 शिथिल और हारा | संरक्षक 2 कन्यापक्ष हुआ 5 मला मसला, गीजा हआ, सलवटदार
लड़कोरी, लड़कौरी-(वि०) स्त्री० जिसकी गोद में बच्चा हो, लटपटान-(स्त्री०) 1 लड़खड़ाहट 2 आकर्षक और मनोहर पुत्रवती गति
लड़खड़ाना-(अ० क्रि०) 1 डगमगाना, डिगना 2 डगमगाकर लटपटाना-(अ० क्रि०) 1 लड़खड़ाना 2 विचलित होना, गिरना 3 विचलित होना डिगना 3 आसक्त होना (जैसे-प्रेम में लटपटाना) 4 लीन होना | लड़खड़ाहट-(स्त्री०) डगमगाहट (जैसे-काम में लटपटाना)
लड़ना-(अ० क्रि०) 1घात प्रतिघात करना, लड़ाई करना लटा-(वि०)1 लोलुप, लंपट और व्यभिचारी 2 बदमाश, लुच्चा , 2 नीचा दिखाने का प्रयास करना (जैसे-मुकद्दमा लड़ना)
बुद्धि
होना