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मंदक
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मकोड़ा
~भागी, ~भाग्य (वि०) अभागा, दुर्भाग्यशाली; ~मंद बुननेवाला एक प्रसिद्ध कीड़ा (जैसे-मकड़ी का जाला) (क्रि० वि०) धीरे-धीर; स्मित (पु०) हल्की मुस्कान | मकतब-अ० (पु०) 1पाठशाला, मदरसा 2 विद्यारम्भ हास्य (पु०) हलकी हँसी
मकदूर-अ० (पु०) 1 ताक़त, शक्ति 2 वश मंदक-सं०(वि०) मंद बुद्धि
मकना-(पु०) मकुना मंदग-सं० (वि०) मंद गति
मानातीस-अ० (पु०) 1चुंबक पत्थर 2 चुंबक मंदन-सं० (पु०) धीमा करना
मकबरा-अ० (पु०) क़ब्र पर बनी इमारत, गुंबद मैदरा-I (वि०) नाटा, ठिंगना II (पु०) एक तरह का बाजा मक़बूल-अ० (वि०) 1 स्वीकृत 2 मान्य और सर्वप्रिय 3 पसंद मंदा-(वि०) 1 मंद, धीमा 2 ढीला, शिथिल 3 बिगड़ा हुआ, किया हुआ विकृत 4 बिना तेज़ी का (जैसे-मंदा भाव)
मकबूलियत-अ० (स्त्री०) 1 क़बूल किए जाने का भाव मंदाकिनी-सं० (स्त्री०) स्वर्ग की गंगा
2 लोकप्रियता, सर्वप्रियता 3 पसंद, रुचि मंदाग्नि-सं० (स्त्री०) पाचन शक्ति का कमज़ोर होना मकरंद-सं० (पु०) 1 फूल का रस 2 फूल का केसर 3 कुंद का मंदादर-सं० (वि०) उपेक्षा करनेवाला
पौधा और फूल मंदान-(पु०) जहाज़ का अगला भाग
मकर-I अ० (पु०) छल कपट । चकर + हिं० (पु०) मंदारक-सं० (पु०) 1मदार, आक 2 एक देव वृक्ष धोखाधड़ी; -चाँदनी + हिं० (स्त्री०) = मक्र चाँदनी मंदिमा-सं० (स्त्री०) 1 धीमापन, मंदता 2 सुस्ती, शिथिलता मकर-II सं० (पु०) 1मगर नामक जलजंतु 2 घड़ियाल 3 अल्पता, कमी
3 मछली 4 बारह राशियों में से दसवीं राशि। चक्कर + मंदिर-सं० (पु०) 1 देवालय 2 मकान 3 विशेष भवन | हिं० (पु०) = मकर रेखा; ~मंडल (पु०) = मकर रेखा; (जैसे-विद्या मंदिर)
राशि (स्त्री०) = मकर; रेखा (स्त्री०) भूमध्य रेखा से मंदिरा-सं० (स्त्री०) 1घुड़साल, अश्वशाला 2 मँजीरा 23, दक्षिणी अक्षांश; ~संक्रांति (स्त्री०) माघ मास की मंदी-(स्त्री०) मंद होने का भाव (जैसे-बाज़ार मंदी पर है) संक्रांति जब सूर्य उत्तरायण होता है (जैसे-मकर संक्रांति का मंदील-(पु०) जरदोजी के कामवाला एक प्रकार का सिरबंद
स्नान) मंदुरा-सं० (स्त्री०) 1 अश्वशाला, घुड़साल 2 चटाई मकरा-I (पु०) = मकड़ा मंदोदरी-सं० (स्त्री०) रावण की पत्नी
मकरा-II (पु०) = मडुआ मंदोबाद-सं० (पु०) हलका पागलपन
मकरी-I (स्त्री०) = मकड़ी मंदोष्ण-सं० (वि०) कम गरम, कुनकुना
मकरी-II सं० (स्त्री०) 1 मादा मगर 2 मछली मंद्र-I सं० (पु०) ज़ोर का शब्द, गंभीर ध्वनि II (वि०) मक़रूज़-अ० (वि०) कर्ज़दार, ऋणी 1 सुंदर, मनोहर 2 प्रसन्न 3 गंभीर 4 मंद, धीमा; ~ध्वनि | मकरेड़ा-बो० (पु०) मक्के के पौधे का डंठल (स्त्री०) गंभीर ध्वनि, गर्जन
मकसद-अ० (पु०) 1 उद्देश्य 2 मनोरथ 3 अभिप्राय मंशा-अ० (स्त्री०) 1 इच्छा, इरादा 2 अभिप्राय, उद्देश्य मक़सूद-अ०1 (वि.) 1 अभिप्रेत 2 उद्दिष्ट II (पु०) मकसद. मंसब-अ० (पु०) 1 पद, ओहदा 2 कर्तव्य। ~दार + फ़ा० | मक़सूम-अ० I (वि०) बाँटा हुआ, विभक्त II (पु०) . (पु०) ओहदेदार, पदधारी
__1 भाग्य, किस्मत 2 भाग, हिस्सा मंसूख-अ० (वि०) रद्द किया हुआ
मकई-बो० (स्त्री०) मकई मंसूखी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) रद्द किया जाना
मकान-अ० (पु०) 1 घर, गृह 2 निवास स्थान 3 मूल निवास मंसूबा-अ० (पु०) इरादा
स्थान। दार + फ़ा० (पु०) मकान मालिक; ~भाड़ा + मंसूर-अ० (वि०) । विजयी 2 ईश्वरीय सहायता प्राप्त हिं० (पु०) मकान का किराया; ~मालकिन + हिं० मइका-बो० (पु०) = मायका
(स्त्री०) मकान मालिक की स्त्री; ~मालिक (पु०) मई-अं० (स्त्री०) अंग्रेज़ी, ईसवी सन् का पाँचवा महीना । मकानदार
दिवस (पु०) मई माह की पहली तारीख को मनाया मकाम--अ० (पु०) = मुकाम जानेवाला अंतर्राष्ट्रीय समारोह
मकामी-अ० + फ़ा० (वि०) = मुक़ामी मउर-बो० (पु०) = मौर। छोराई बो० (स्त्री०) = मौर | मकार-सं० (पु०) 'म' वर्ण छौराई
मकुष्ठ-सं० (पु०) 1 एक प्रकार का धान 2 मोठ नामक अन मकई-(स्त्री०) 1 मक्का 2 मक्का का दाना
मकूनी-(स्त्री०) = मकुनी मकड़ जाल-हिं० + सं० (पु०) 1 मकड़ी का बुना जाला मकूलक-सं० (पु०) 1कली 2 दंती का पेड़ 2 फँसाने अथवा धोखा देने हेतु बनाई गई युक्ति, छल प्रधान मकूला-अ० (पु०) 1 उक्ति, कथन 2 कहावत, लोकोक्ति रचना
मकेरा-(पु०) ज्वार या बाजरे का खेत मकड़ा-I(पु०) एक प्रकार की घास, खमकरा II (पु०) नर | मको-(स्त्री०) मकोय मकड़ी
मकोईया-I (वि०) मकोय के रंग के समान, ललाई युक्त मकड़ाना-(अ० क्रि०) 1 मकड़ी की तरह चलना 2 अकड़कर पीला II मकोय का रंग चलना
मकोड़ा-(पु०) 'कीड़ा' का अनुकरणवाचक शब्द मकड़ी-(स्त्री०) 1अपने मुंह से निकले लार से जाला (जैसे-कीड़ा-मकोड़ा)