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बैंजनी
बैंजनी - (वि०) बैंगनी
बैंड - I
अं० ( पु० ) 1 अंग्रेज़ी बाजा बजानेवालों का जत्था 2 अंग्रेज़ी बाजा । मास्टर (पु०) बैंड का संचालक बैंड- II अं० ( पु० ) पट्टा बैंडज-अं० (पु०) पट्टी बैड़ना - (स० क्रि०) बेड़ना बै- अ० (स्त्री०) बेचना, बिक्री बैक - अं० ( पु० ) पार्श्व, नेपथ्य पीछे (जैसे-पीछे का खिलाड़ी) बैकवर्ड -अं० (पु० ) पिछड़ा बैकुंठ-सं० (पु०) = बैक्टिरिया - अं० (पु०) रोगाणु बैगन- (पु० ) बैगनी - (वि०)
वैकुंठ
= बैंगन
=
बैंगनी
मैच-अं० (पु० ) वर्ग, ग्रुप
बैजंती - (स्त्री०) 1 विजयमाल 2 झंडा, पताका बैज-अं० (पु० ) 1 कपड़े आदि का फीता जो पद का चिह्न हो, चपरास 2 बिल्ला
बैट-अं० (पु० ) बल्ला (जैसे- बैट - बाल)। बल्लेबाज़
मैन (पु० )
बैटरी - अं० (स्त्री०) रासायनिक पदार्थों के योग से विद्युत उत्पन्न करने का एक यंत्र (जैसे-बिजली की बैटरी)
बैटा-बो० (स्त्री०) रूई ओटने की चरखी, ओटनी बेटिंग-अं० (स्त्री०) बल्लेबाज़ी
बैट्समैन - अं० (पु०) बल्लेबाज़
बैठ- (पु० ) 1 राजकीय कर 2 राजकीय दर
बैठक - (स्त्री०) 1 बैठने का कमरा, चौपाल 2 बैठने का आसन 3 बैठने का ढंग 4 अधिवेशन (जैसे संसद की बैठक ) 5 बैठकी (जैसे- बैठकबाज़ी) 6 उठने-बैठने की कसरत । खाना + फ़ा० (पु०) बैठने, मिलने-जुलने का कमरा; बाज़ + फ़ा० (पु० ) अड्डेबाज़; ~बाज़ी + फ़ा० (स्त्री०) अड्डेबाजी
बैठका - (पु० ) बैठने, मिलने-जुलने का कमरा बैठकी-I (स्त्री०) 1 बैठने का आसन, बैठक 2 उठना-बैठना 3 जान-बूझकर चुपचाप बैठे रहना (जैसे- श्रमिकों की बैठकी) II (वि०) बैठने से संबंध रखनेवाला (जैसे- बैठकी
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हड़ताल )
बैठना - ( अ० क्रि०) 1 आसीन होना (जैसे- कुर्सी पर बैठना, सिंहासन पर बैठना ) 2 सवार होना, चढ़ना (जैसे- घोड़े पर बैठना ) 3 इजलास करना (जैसे-जज महोदय बैठ गए) 4 छोटा-बड़ा न होना, फिट आना (जैसे-मशीन में पट्टा बैठ गया) 5 अवैध संबंध स्थापित करना (जैसे-विधवा होने पर श्री देवर के घर बैठ गई) 6 यथा-स्थान आना (जैसे-टूटी हड्डी का बैठना) 7 धाराशायी होना (जैसे- भीषण वर्षा से मकान बैठना) 8 नष्ट होना (जैसे कारोबार बैठना) 9 निथर कर तल में लगना (जैसे-पानी में चूना बैठना) 10 पिचकना (जैसे- शीतला के प्रकोप से आँख बैठना, बुढ़ापे में गाल बैठना ) 11 लक्ष्य पर जा लगना (जैसे-निशाने पर गोली बैठना ) 12 चरितार्थ होना (जैसे- कहावत का ठीक बैठना) 13 अभ्यस्त होना (जैसे- तबले पर उसका हाथ ठीक बैठता
बैलट
बैठनी - (स्त्री०) कपड़ा बुनते समय जुलाहों के बैठने का स्थान,
आसन
बैठवाँ - (वि०) बैठा हुआ, चिपटा बैठवाना - (स० क्रि०) बैठाने का काम कराना बैठ- हड़ताल - ( स्त्री०) बैठे रहने का धरना
बैठाना - (स० क्रि०) 1 बैठने में प्रवृत्त करना, आसीन करना (जैसे- सिंहासन पर बैठाना) 2 नियुक्त करना (जैसे-प्रबंधक बनाकर बैठाना, पंचायत बैठाना ) 3 ससम्मान स्थान देना (जैसे- अतिथि को बैठाना) 4 यथा स्थान करना (जैसे टूटी हड्डी बैठाना, मशीन का पुरज़ा बैठाना) 5 सवारी पर आसीन करना (जैसे- जहाज़ पर बैठाना) 6 चूल्हे पर चढ़ाना (जैसे-दूध बैठाना) 7 दबाना (जैसे- अनाज के बोझ ने कमरा बैठा दिया) 8 बेकार करना, निकम्मा करना 9 उपपत्नी बनाकर घर में रखना 10 अभ्यास करना (जैसे- चित्रकारी में हाथ बैठाना) 11 लक्ष्य जमाना (जैसे- निशाना बैठाना) 12 हिसाब
करना
बैडमिंटन - अं० (पु०) चिड़िया और रैकेट का एक खेल बैत- अ० (स्त्री०) शेर या पद्य के दोनों चरण बैताल - I ( पु० ) वैताल बैताल - II (पु० ) = बेताल बैद-बो० (पु०) वैद्य
बैदई-बो० (स्त्री०) वैद्य का काम
बैन-बो० (पु० ) 1 वचन, बोल 2 रो-रोकर गुणगान करना बैनर-अं० (पु० ) प्रतीक चिह्न
बैना - (पु० ) विवाह आदि उत्सव में बाँटी जानेवाली मिठाई बैनामा -अ० + फ़ा० (पु०) विक्रय पत्र (जैसे- मकान का बैनामा) बैरंग-अं० (वि०) 1 बिना टिकट लगा (जैसे-बैरंग लिफाफा, बैरंग चिट्ठी) 2 विफल
बैर - I सं० ( पु० ) 1 शत्रुभाव, दुश्मनी 2 विरोध, बुराई । ~काढ़ना, ~लेना बदला लेना; ~ठानना शत्रुता करना; पड़ना कष्ट देना; ~ मोलना शत्रुता करना बैर - II बो० (पु० ) बेर का पेड़ और उसका फल बैरक - अं० (स्त्री०) छावनी
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बैरक़-तु० ( पु० ) छोटा झंडा, झंडी बैरन - I (स्त्री०) महिला शत्रु बैरन - II अं० (पु० ) लार्ड
बैरा-अं० (पु०) होटल आदि में अभ्यागतों को भोजन आदि पहुँचानेवाला व्यक्ति; गीरी + फ़ा० (स्त्री०) बैरा का काम बैराग - बो० (पु० ) वैराग्य वैरागी
बैरागी - बो० (पु० ) बैरिन - ( स्त्री०) 1 शत्रुतापूर्ण व्यवहार करनेवाली स्त्री 2 सौत बैरिस्टर-अं० (पु० ) बारिस्टर बैरी - I सं० (वि० ) 1 विरोधी 2 शत्रुता रखनेवाला II (पु० )
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दुश्मन, शत्रु
बैरोमीटर -अं० (पु०) वायुमंडल का दाब नापने का एक उपकरण (जैसे- निर्द्रव बैरोमीटर)
बैल - (पु० ) 1 गौ जाति का नर 2 मूर्ख व्यक्ति (जैसे- तुम निरा बैल हो) । गाड़ी (स्त्री०) बैल से खींचा जानेवाला छकड़ा बैलट -अं० (पु० ) बैलेट । पत्र + सं० (पु० ) मतपत्र
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