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बिगड़ना
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बिता
बिगाइना-(अ० क्रि०) 1 ख़राब होना (जैसे-दूध बिगड़ना) बिछिया-(स्त्री०) पाँव की उँगलियों का एक गहना
2 काम योग्य न रहना (जैसे-मशीन बिगड़ना) 3 दुर्गति को बिछुड़न-बो० (स्त्री०) 1 जुदाई 2 वियोग प्राप्त होना (जैसे-शासन व्यवस्था बिगड़ना) 4 सुगमतापूर्वक | बिछुड़ना-(अ0 क्रि०) = बिछड़ना निर्वाह न होता (जैसे-आपस का व्यवहार बिगड़ना) 5 दोष बिछुवा-(पु०) 1 पाँव का एक गहना 2 एक तरह की छुरी, उत्पन्न होना (जैसे-चरित्र बिगड़ना, आदत बिगड़ना) 6 नाराज़
__ कटार होना (जैसे-अध्यापक का बिगड़ना)
बिछोड़ा-(पु०) बिछुड़न, वियोग बिगहा-बो० (पु०) - बीघा
बिछोह-(पु०) 1 अलग होना 2 वियोग बिगाइ-(पु०) 1 विकार, 2 खराबी, दोष 3 आपस का द्वेष | बिछोही-(वि०) 1 अलग हुआ 2 वियुक्त 4 नुकसान
बिछौना-(पु०) बिस्तर बिगाड़ना-(स० क्रि०) 1खराब करना (जैसे-मशीन | बिजना-(पु०) पंखा बिगाड़ना) 2 विकार पैदा करना 3 कुमार्ग पर लगाना,पथभ्रष्ट बिज़नेस-अं० (पु०) व्यापार। ~मैन (पु०) व्यापार
करना (जैसे-लड़के को बिगाड़ना) 4 दुर्गत करना करनेवाला, व्यापारी बिगाना-फ़ा० बो० (वि०) बेगाना
बिजली-(स्त्री०) 1 विद्युत 2 तड़ित 3 रासायनिक शक्ति से बिगुल-अं० (पु०) तुरही
प्राप्त शक्ति विशेष। ~इंजीनियर + अं० (पु०) विद्यत बिगोना-(स० क्रि०) 1 बिगाड़ना 2 दुरुपयोग करना 3 छिपाना, अभियंता; घर (पु०) वह स्थान जहाँ से विद्युत
चुराना 4 तंग करना 5 बहकाना 6 धोखा देना 7 बिताना कल-कारखानों, घरों आदि जगह पहँचाई जाती है; -चालित विधन-बो० (पु०) = विघ्न
+ सं० (वि०) बिजली से चलनेवाला; ~धारिता + सं० विचकना-(अ० क्रि०) चिढ़ना
(स्त्री०) विद्युत-क्षमता; -प्रणाली + सं० (स्त्री०) - बिचकाना-(स० क्रि०) चिढ़ाना
बिजली व्यवस्था; बत्ती (स्त्री०) बल्ब ~बल + सं० = विचलना-I (अ० क्रि०) 1 विचलित होना 2 हतोत्साह होना बिजली शक्ति; मिस्त्री + पु० (पु०) - बिजलीसाज़;
3 अलग होना II (अ० क्रि०) 1बिछलना 2 बिछड़ना ~व्यवस्था + सं० (स्त्री०) बिजली का प्रबंध; ~शक्ति + 3मचलना
सं० (स्त्री०) = विद्युत शक्ति; साज़ + फ़ा० (पु०) विचला-(वि०) 1 बीच का 2 मध्यम श्रेणी का
बिजली मिस्त्री; ~स्टेशन + अं० (पु०) = बिजलीघर विचलाना-(स० क्रि०) 1 विचलित करना, डिगाना 2 बहकाना
बिजहन-(पु०) निर्जीव बीज, अनुपजाऊ बीज 3 तितर-बितर करना
बिजाई-(स्त्री०) बोआई विचवई-I (पु०) बीच-बचाव करनेवाला, मध्यस्थ बिजाती-(वि०) 1 दूसरी जाति का 2 जाति से बहिष्कृत II (स्त्री०) मध्यस्थता
बिजायठ-(पु०) बाजूबंद बिचवान-(पु०), बिचवानी (स्त्री०) मध्यस्थ। ~गुट बिजूका, बिजूखा-बो० (पु०) 1 पुतला 2 धोखा, छल (पु०) मध्यस्थों का दल
बिजोरा-I (पु०) एक तरह का नींबू II (वि०) बीज से उत्पन्न बिचाली-(स्त्री०) घोड़े के स्थान में बिछाई जानेवाली घास | होनेवाला विचेत-बो० (वि०) बेहोश, अचेत
बिजोरा-III बो० फ़ा० + हिं० (वि०) कमज़ोर विचौला-(वि०) = बिचला
बिजौरा-(पु०) = बिजोरा I बिचौलिया, बिचौली-(पु०) 1 मध्यस्थ 2 दलाल बिजौरी-(स्त्री०) बड़ी कुम्हड़ौरी बिच्छी-(स्त्री०) मादा बिच्छू
बिजू-(पु०) बिल्ली की तरह का एक जंगली जानवर, बीज बिच्छू-(पु०) एक छोटा एवं ज़हरीला जंतु (जैसे-बिच्छू का | बिझरा-बो० (पु०) मटर, गेहू चना, जौ का मिश्रण
बिटक-सं० (पु०) फोड़ा बिच्छेप-बो० (पु०) - विक्षेप
बिटारना-(स० क्रि०) 1 घुघोलना 2 घंघोलकर गंदा करना बिछड़ना-(अ० क्रि०) 1अलग होना, जुदा होना | बिटिया-(स्त्री०) बेटी
(जैसे-परिवार से बिछड़ना) 2 वियोग होना (जैसे-प्रेमिका से। बिटुआ-(पु०) बेटा बिछड़ना)
बिट्ठल-(पु०) विष्णु बिछना-(अ० क्रि०) फैलाया जाना
बिठलाना, बिठाना-(स० क्रि०) बैठाना विछलन-(स्त्री०) फिसलन
बिड-(पु०) मल, विष्ठा बिछलना-(अ० क्रि०) फिसलना
बिड़ई-(स्त्री०) गेंडुरी, इँडुरी बिछलाना-(अ० क्रि०) फिसल पड़ना
बिडाल, बिडाल-सं० (पु०) बिल्ली, बिलाव। ~वृत्तिक विछलाहट-(स्त्री०) फिसलाहट
(वि०) लोभी, कपटी बिछवाना-(स० क्रि०) बिछाने का काम कराना बिडालक-सं० (पु.) 1 आँख का गोलक, नेत्र-पिंड 2 नर बिछाई-(स्त्री०) 1बिछाने का काम 2 बिछाने की मज़दूरी बिडाल, बिल्ला बिछाना-(स० क्रि०) लाना (जैसे-खटिया पर चाटर। बिताना-(स० क्रि०) व्यतीत करना बिछाना) 2 मारकर किस
बित्ता-(पृ०) हाथ के अंगठे एवं कनिष्ठिका के सिरों के बीच की. बिछावन-(पु०) बिझना
अधिकतम दूरी, बालिश्त
डंक)