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फैलाना
फेंट-II (स्त्री०) फेंटना (जैसे-ताश के पत्तों की फेंट) | फेरवट-(स्त्री०) 1 चक्कर, फेरा 2 घुमाव-फिराव 3 फेरने का फेंटना-(स० क्रि०) 1 हाथ की उँगलियों से मिलाना | भाव 4 अंतर, फ़र्ख (जैसे-दही में चीनी फेंटना, दवा में शहद फेंटना) 2 अच्छी फेरवा- (पु०) लपेटा हुआ तार || (पु०) = फेरा तरह मिलाना (जैसे-ताश के पत्ते फेंटना)
फेरा-(पु०) 1चक्कर, परिक्रमण 2 लपेटना 3 लपेट फेंटा-(पु०) 1 कमर का घेरा 2 कमर पर लपेटा हुआ कपड़ा, (जैसे-रस्सी का सौ फेरा देना) 4 बार-बार आना-जाना कमरबंद 3 कमर पर लपेटा हुआ धोती का भाग 4 पगड़ी 5 मंडल, घेरा 6 विवाह में की जानेवाली परिक्रमा, भाँवर । 5 सूत की बड़ी अंटी
फारी, फेरी I (स्त्री०) 1 उलट-पलट 2 क्रम बदलना फेंटी-(स्त्री०) अटेरन पर लपेटा हुआ सूत
II (क्रि० वि०) 1 बारी-बारी से 2 रह-रहकर फेकरना-(अ० क्रि०) 1 फूट-फूट कर रोना 2 गीदड़, सियार फेरी-(स्त्री०) 1 परिक्रमा, प्रदक्षिणा 2 भाँवर 3 चक्कर का रोना
4 बार-बार आना-जाना 5 रस्सी पर ऐंठन देने की चरखी। फेकारना-(स० क्रि०) खोलकर झटकारना
दार + फ्रा० ~वाला (पु०) घूम-घूमकर सौदा फेकैत-(पु०) - फिकैत
बेचनेवाला व्यापारी फेट-(स्त्री०) = फेंट I
फेरुआ-बो० (पु०) = फेरवा फेटना-(स० क्रि०) = फेंटना
फेरौरी-बो० (स्त्री०) खपरैल बदलने का काम फेटा-(पु०) = फेंटा
फेल-सं० (पु०) 1जूठा भोजन 2 जूठन फेन-सं० (पु०) झाग (जैसे-साबुन का फेन)। पिंड (पु०) | फेल-अ० (पु०) 1 बुरा कर्म 2 काम, क्रिया 1 बुदबुद 2 निरर्थक; ल्युक्त (वि०) फेन से भरा; ~वाही | फेल-अं० (वि०) 1अनुतीर्ण 2 विफल 3 अनुपयुक्त, (पु०) छानने के काम आनेवाला कपड़ा
अनुपयोगी फेनक-I सं० (पु०) 1 फेन, झाग 2 फेन उत्पन्न करनेवाला फेला, फेलिका-सं० (स्त्री०) = फेल पदार्थ II (वि०) फेन उत्पन्न करनेवाला
फेलो-अं० (पु०) 1सहयोगी 2 संस्था का सदस्य फेनल-सं० (वि०) = फेन-युक्त
फेल्ट-अं० (पु०) नमदा। टोपी + हिं० (स्त्री०) नमदे का फेनाग्र-सं० (पु०) बुलबुला
बना हैट फेनाना-(अ० क्रि०) फेनयुक्त होना
फेहरिस्त-फा० (स्त्री०) - फ़िहरिस्त फेनिल-I सं० (वि०) झागयुक्त II (पु०) रीठा फ्रैंसी-अं० (वि०) 1 अलंकृत एवं सुंदर 2 उत्कृष्ट फेनी-(स्त्री०) लच्छे की तरह मैदे की एक प्रसिद्ध फैकल्टी-अं० (स्त्री०) संकाय (जैसे-आर्ट्स फैकल्टी) मिठाई
फ्रैवटर-अं० (पु०) 1ग० गुणनखंड 2 घटक, कारक फेफड़ा-(पु०) फुफ्फुस (जैसे-क्षय रोग से फेफड़ा सड़ गया) फ़ैक्टरी-अं० (स्त्री०) कारखाना, निर्माणशाला फेफड़ी-(स्त्री०) ओंठों पर पड़नेवाली पपड़ी
फ़ैज़-अ० (पु०) 1दानशीलता 2 उपकार, भलाई 3 यश, फेफरी-(स्त्री०) ओंठों पर पड़ी पपड़ी
कीर्ति। बख़्श + फ्रा० (वि०) उपकारी फेयरवेल-अं० (पु०) विदाई
फ़ैज़े आम-अ० + फा० + अ० (पु०) परोपकार फेरंड-सं० (पु०) गीदड़, सियार
फ़ैन- अं० (पु०) पंखा II प्रशंसक, अंधभक्त फेर-(पु०) 1 फेरना 2 घुमाव, चक्कर 3 क्रम, सिलसिला | फ़ैमिली-अं० (स्त्री०) परिवार 4कुछ से कुछ हो जाना, परिवर्तन (जैसे-उलट-फेर) फ़ैयाज़-अ० (वि०) 1 उदार दिल 2 दानी 5 धोखा, छल (जैसे-फेरबाज़ी का काम) 6 अनिश्चिय, फ़ैयाज़ी-अ० + फ्रा० (स्त्री०) 1 दानशीलता 2 उदारता दुविधा की स्थिति 7 छलपूर्ण युक्ति 8 उपाय, तरकीब फ़ैर-अं० (पु०) = फायर 9 जंजाल, झंझट (जैसे-प्रेम का फेर बुरा होता है)।-पलटा फैलना-(अ० क्रि०) 1विस्तार से युक्त होना 2 अधिक जगह (पु०) गौना; ~फार (पु०) 1 उलट-फेर, महान् परिवर्तन घेरना (जैसे-लताओं का फैलना) 3 प्रभावपूर्ण एवं सक्रिय 2 घुमाव-फिराव, चक्कर 3 धूर्तता का व्यवहार; बदल + होना (जैसे-शहर में हैजा फैलना) 4 आकार, रूप आदि में अ० (पु०) परिवर्तन
परिवर्तन होना (जैसे-आबादी बढ़ने से बस्ती का फैलना) 5 फेर-सं० (पु०) = फेरंड
कार्यक्षेत्र की सीमा बढ़ना (जैसे-देश विदेशों में व्यापार फेरना-(स० क्रि०) 1 घुमाना (जैसे-माला फेरना) फैलना) 6 चर्चा का विषय बनना (जैसे-हड़ताल की ख़बर 2 इधर-उधर ले जाना, पोतना (जैसे-दीवार पर रंग फेरना) फैलमा) 7 बिखरा होना (जैसे-कमरे में सामान क्यों फैला है) 3 वापस करना (जैसे-सौदा फेरना) 4 लौटाना 5 अभ्यास 8 प्रचार में आना १ दूर-दूर तक जानकारी होना करना (जैसे-मुग्दर फेरना) 6 इस बल से उस बल करना (जैसे-यश-अपयश फैलना) 10 हठ करना, ज़िद्द करना (जैसे-करवट फेरना) 7 सबके सामने लेकर जाना | फ्रैलसूफ्र-I अ० (वि०) 1 फिजूलखर्च, अपव्ययी 2 फ़रेबी (जैसे-अतिथियों के सामने पान-इलायची फेरना) 8 बार-बार | और धूर्त II (पु०) दार्शनिक उच्चारण करना (जैसे-पाठ फेरना)
फ़लसफ्री-अ० + फ्रां० (स्त्री०) 1अपव्यय, फिजूलखर्ची फेरब-(पु०) गीदड़
2 चालाकी एवं धूर्तता फेरव-I सं० (वि०) 1 चालबाज़ 2 हिंसक II (पु०) | फैलाना-(स० क्रि०) 1विस्तार बढ़ाना, पसारना (जैसे-कपड़ा 1 राक्षस 2 गीदड़
फैलाना, हाथ फैलाना) 2 आगे बढ़ाना, तानना (जैसे-रबर का