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________________ तेजोन्मत्त तेजोन्मत्त-सं० (वि०) तेज से पागल तेजोबीज-सं० ( पु० ) मज्जा तेजोभंग - सं० (पु० ) अपमान, बेइज़्ज़ती तेजोभ्रष्ट-सं० (वि०) जिसका तेज नष्ट हो गया हो तेजोमंडल - सं० ( पु० ) आकाशीय पिंडों के चारों ओर का मंडल, छटा-मंडल, आभा-मंडल तेजोमय - सं० (वि०) 1 तेज से परिपूर्ण 2 शक्ति से परिपूर्ण 3 तेजस्वी = तेजोमूर्ति - सं० ( पु० ) तेजस्वी पुरुष तेजोवान् -सं० (वि०) तेजवान् तेजोहत-सं० (वि०) जिसका तेज नष्ट हो चुका हो तेन - ( पु० ) गीत का आरंभिक स्वर तेम-सं० (पु०) आर्द्रता, गीलापन तेमरु - (पु० ) 1 तेंदू का पेड़, आबनूस 2 आबनूस की लकड़ी तेरज - (पु० ) 1 खतियौनी का गोशवारा 2 आय-व्यय का लेखा-जोखा तेरस - (स्त्री०) पखवारे की तेरहवीं तिथि तेरह - I (वि०) दस से तीन अधिक II (पु० ) 13 की संख्या । ~ बाइस करना टाल-मटोल करना, बहानेबाज़ी करना तेरहीं- (स्त्री०) हिंदुओं में किसी के मरने के दिन से तेरहवाँ दिन तेरा - (सर्व०) 'तू' का संबंध कारक का रूप (जैसे- तेरा मकान कहाँ है) । मेरा करना पार्थक्य के भाव से युक्त बातें करना तेलँडा - (पु० ) तेल रखने का बर्तन तेल - ( पु० ) 1 वनस्पतियों आदि से निकलनेवाला स्निग्ध तरल पदार्थ 2 वर-वधू को विवाह के पूर्व हल्दी मिला हुआ तेल लगाने की रीति । उत्पादक + सं० (वि०) तेल उत्पन्न करनेवाला (जैसे- तेल उत्पादक क्षेत्र); उद्योग + सं० (पु० ) तेल का व्यापार; ~उद्योगपति + सं० तेल उद्योग का मालिक कंपनी + अं० (स्त्री०) तेल की संस्था; -कारखाना + फ़ा० (पु०) जहाँ तेल उद्योग चले; ~कुआँ (पु०), कूप + सं० (पु०) प्राकृतिक तेल के बहुत बड़े गड्ढे; क्षेत्र + सं० (पु०) वह क्षेत्र जहाँ तेल निकलता है; खान + सं० (स्त्री०) = तेल कूप; = चलित + सं० (वि०) तेल से चलनेवाली; ~चित्र + सं० (पु० ) तेल मिले रंगों से बना चित्र, आयल पेंटिंग; ~ डिपो + अं० (पु०) तेल भंडार; ~धारी + सं० (वि०) तेल धारण करनेवाला (जैसे-तेलधारी पौधा); पति + सं० (पु० ) तेल- उद्योगपति; फुलेल (पु० ) इत्र आदि; ~ भंडार (पु० ) तेल संग्रह मज़दूर + फ़ा० (पु०) तेल श्रमिक; मालिश + फ़ा० (स्त्री०) तेल मलना (जैसे-तेल मालिश करना); रिफ़ाइनरी + अं० (स्त्री०) तेल- शोधन - कारखाना; ~वाला (वि०) तेल का व्यापार करनेवाला; वाहक + सं० (वि०) तेल ले जानेवाला (जैसे- तेल वाहक जहाज़) ~शोधक + सं० (वि०) तेल साफ़ करनेवाला; ~ शोध-कारखाना + सं० + फ़ा० (पु० ) तेलशोधन कारखाना; ~शोधन + सं० (पु० ) तेल की सफ़ाई; ~शोधन उद्योग + सं० (पु०) तेल सफ़ाई का काम; ~शोधन कारखाना + सं० + फ़ा० (पु०) वह स्थान जहाँ तेल सफाई होती है; शोधनी + सं० (स्त्री०) = तेहा + तेल साफ़ करने का स्थान; स्त्रोत सं० (पु०) तेल उद्गम हँड़ा (पु० ) तेल रखने का मिट्टी का बड़ा बर्तन, -हँड़ी (स्त्री०) छोटा तेल हँड़ा; चढ़ना विवाह संबंधी तेल की रस्म पूरी होना; चढ़ाना तेल की रस्म पूरी करना; ~में हाथ डालना सत्यता के प्रमाण हेतु खौलते तेल में हाथ डालना; तिलों से ही निकलता है हर चीज़ का खर्च उसी में से निकाला जाता है; तेल देखो की धार देखो सोच-समझकर काम करो तेलगू - (पु०/स्त्री०/वि०) तेलुगू तेलवाई - (स्त्री०) 1 तेल लगाने की क्रिया 2 तेल लगवाने का पारिश्रमिक 3 विवाह की रस्म जिसमें कन्यापक्ष से जनवासे में वर के लगाने हेतु तेल एवं कुछ रुपये भेजते हैं तेलहन - (पु० ) कुछ वनस्पतियों के बीज जिनसे तेल प्राप्त होता है 370 = तेलहा - (वि०) 1 जिसमें तेल हो 2 तेल से बना हुआ (जैसे-तेलही जलेबी) 3 जिसपर तेल गिरा हो (जैसे- तेलहा कपड़ा) 4 जिसमें तेल सी सुगंध हो 5 जो तेल सा चिकना हो तेला - ( पु० ) तीन दिन तक चलनेवाला उपवास तेलिन - ( स्त्री०) 1. तेली की स्त्री 2 तेली जाति की स्त्री तेलिया - I (वि०) 1 जो तेल-सा चमकीला और चिकना हो 2 जो तेल के रंग का जैसा हल्का काला हो II (पु०) तेल की तरह का काला चमकीला रंग। काकरेज़ी + 4570 (90) कालापन युक्त गहरा लाल रंग कुम्मैत + फ़ा०, सुरंग + सं० (पु० ) 1 घोड़े का कालिमा-मिश्रित लाल रंग 2 इस रंग का घोड़ा; पाखान (पु० ) एक प्रकार का काला चिकना पत्थर तेली - (पु० ) 1 हिंदुओं की एक जाति जो तेल का व्यापार कर है 2 तेलहन पेरकर तेल निकालने एवं बेचनेवाला व्यक्ति । ~ का बैल रात-दिन परिश्रम करनेवाला व्यक्ति, कठोर परिश्रम करनेवाला तेलुगू - (स्त्री०) तैलंग देश की भाषा तेलौंची- (स्त्री०) तेल रखने की प्याली तेवट - (स्त्री० ) [ संगीत ] 14 लघु मात्राओं का एक ताल तेवर - (पु० ) 1 क्रोध सूचक भ्रू-भंग, क्रोधपूर्ण दृष्टि (जैसे-तेवर चढ़ना) 2 भौंह, भृकुटी (जैसे-तेवर चढ़ाकर देखना) । - चढ़ना क्रोध के मारे भौंहों का तन जाना; ~बदलना क्रुद्ध होना तेवरसी - (स्त्री०) 1 ककड़ी 2 खीरा 3 फूट तेवराना - बो० (अ० क्रि०) 1 तेवर का ऊपर खिंचना 2 बेसुध होना त्योरी तेवरी - (स्त्री०) तेवहार - (पु० ) त्योहार तेहर - ( स्त्री०) तीन लड़ोंवाली करधनी तेहरा - (वि०) 1 तीन परतों में लपेटा हुआ 2 जिसमें तीन परतें हों 3 जिसे तीसरी बार करना पड़े (जैसे- तेहरा काम, तेहरी मेहनत ) 4 जो एक साथ तीन हो 5 तिगुना तेहराना - (स० क्रि०) 1 तीन परतों में करना 2 फिर से तीसरी बार करना 3 तीसरी बार पढ़ना (जैसे- कविता पाठ को तेहराना) तेहा - (पु० ) 1 स्वाभिमान 2 ऐंठ ताव 3 क्रोध घमंड, शेखी =
SR No.016141
Book TitleShiksharthi Hindi Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHardev Bahri
PublisherRajpal and Sons
Publication Year1990
Total Pages954
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size30 MB
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