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कुटनाना
कुटनाना - (स० क्रि०) 1 बहकाकर स्त्रियों को कुमार्ग पर ले
जाना 2 बहकाना
कुटनी - (स्त्री०) 1 व्याभिचार मार्ग पर ले जानेवाली स्त्री, कुट्टिनी 2 झगड़ा करानेवाली स्त्री
कुटम्पस - (स्त्री०) अत्यधिक मारना पीटना कुटवाना - (स० क्रि०) 1 कूटने का काम किसी अन्य से कराना 2 कूटना
कुटाई - (स्त्री०) 1 कूटने का काम 2 कूटने की मज़दूरी 3 पिटाई कुटास- (स्त्री०) बो० कुटम्मस
कुटिया - (स्त्री०) 1 साधुओं की झोंपड़ी 2 कुटी
कुटिल - सं० (वि०) 1 टेढ़ा 2 छली, चालबाज़ 3 दुष्ट । (स्त्री०) 1 टेढ़ापन 2 धोखेबाज़ी 3 दुष्टता
कुटी - सं० (स्त्री०) झोंपड़ी, पर्णशाला। (पु० ) कुटीर उद्योग
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उद्योग, शिल्प
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कुटीर -सं० (पु० ) कुटी; ~ उद्योग (पु० ) घरेलू उद्योग छोटे-मोटे काम - औद्योगिक (पु० ) कुटीरोद्योग से
संबंधित
कुटुंब - सं० (पु० ) परिवार, खानदान कुटुंबी-सं० (वि०) परिवार वाला, बाल बच्चेदार [स्त्री० कुटुंबिनी
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+ अ० (पु० )
कुटुम - बो० (पु० ) कुटुंब । कबीला 1 बाल-बच्चे 2 कुटुंबी कुटौनी - (स्त्री०) 1 धान कटने का काम 2 धान कूटने की मजूरी। ~ पिसौनी (स्त्री०) 1 कूटने पीसने का काम 2 कूटने पीसने की मज़दूरी कुट्टनी-सं० (स्त्री०) कुटनी कुट्टा - (पु० ) 1 पर कटा पक्षी 2 पैर बाँधकर पिंजड़े में बंद किया गया पक्षी
कुट्टी - I ( स्त्री० ) 1 चारा काटने की क्रिया 2 काटा हुआ चारा 3 कूटकर सड़ाया गया काग़ज़ II (स्त्री०) कुट्टा कुठला - ( पु० ) अनाज रखने का मिट्टी का बना बड़ा बर्तन कुठार-सं० (पु०) 1 फरसा 2 कुल्हाड़ा [स्त्री० कुठारी ] कुठाराघात - सं० (पु० ) 1 कुल्हाड़ी से लगी चोट 2 घातक चांट
=
कुठाली - ( स्त्री०) सोना-चाँदी गलाने की घरिया कुठिया - (स्त्री०) छोटा कुठला
कुड़ - ( पु० ) हल की अगवासी
कुड़क-बो० (वि०) खाली । ~ बोलना व्यर्थ हो जाना कुड़कना - (अ० क्रि०) अंडा देना बंद करना कुड़कुड़ाना - I (अ० क्रि०) अस्पष्ट रूप से बड़बड़ाना, कुड़बुड़ाना II (स० क्रि०) चिड़ियों एवं जानवरों को भगाना कुड़कुड़ी - (स्त्री०) 1 गुड़गुड़ाहट 2 विकलता कुड़बुड़ाना - (अ० क्रि०) कुड़कुड़ाना कुड़ल - ( स्त्री०) 1 तनाव एवं पीड़ा 2 ऐंठन कुड्मल सं० (पु० ) कली
कुढ़न - (स्त्री०) 1 खीझ 2 जलन 3 मनस्ताप (जैसे- कुढ़न निकालना)
भेद जो मुर्दा खाते हैं
कुतका - (पु० ) 1 सोंटा 2 भँग घोंटना 3 दाहिने हाथ का अंगूठा कुतना - (अ० क्रि०) कूता जाना
कुतप - सं० (पु० ) 1 दिन का आठवाँ मुहूर्त, मध्याह्न 2 श्राद्ध में काम आनेवाली वस्तुएँ
कुनकुना
कुतरन - ( पु० ) कुतरा हुआ अंश
कुतरना - (स० क्रि०) 1 दाँत से काटना 2 काम करना (जैसे- अनाज कुतरना )
कुतवाल - बो० (पु०) = कोतवाल
कुतिया - ( स्त्री०) मादा कुत्ता। की औलाद नीच संतान कुतुकसं० (पु० ) कौतुक कुतुब - अ० ( पु० ) 1 ध्रुव तारा 2 किताबें । नुमा + फ़ा० (पु० ) दिग्दर्शक यंत्र; खाना + अ० + फ़ा० (पु० ) पुस्तकालय; ~फ़रोश + फ़ा० (पु०) पुस्तक विक्रेता कुतूहल - सं० ( पु० ) 1 उत्कट अभिलाषा, उत्सुकता, जिज्ञासा 2 आश्चर्य 3 कौतुक क्रीड़ा
कुतूहली - सं० (वि०) 1 कुतूहल युक्त 2 उत्सुक 3 जिज्ञासु कुत्ता - ( पु० ) 1 गीदड़ की जाति का मांसाहारी पालतू पशु 2 लोभी एवं दुष्ट व्यक्ति; घसीटी (स्त्री०) नीच कर्म; कुत्ते का काटना सनक जाना, पागल हो जाना; कुत्ते की दुम प्रकृतिगत दुष्ट व्यक्ति जिस पर कोई प्रभाव न पड़े; कुत्ते की नींद ऐसी नींद जो खटके मात्र से खुल जाए: कुत्ते की मौत मरना दुर्गति से मरना; कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती जो स्वभाव से दुष्ट है उसे समझाने पर कुछ असर नहीं पड़ता; कुत्ते के पाँव जाना बहुत तेज़ दौड़कर जाना; कुत्ते के भूँकने से हाथी नहीं डरता ताकतवर व्यक्ति तुच्छ व्यक्ति की परवाह नहीं करता कुत्ती - (स्त्री०) कुतिया कुत्र - सं० ( क्रि० वि०) कहाँ, किस जगह कुत्सन - ( पु० ) निंदा या बुराई करना कुत्सा -सं० (स्त्री०) निंदा, बुराई
कुत्सित - I सं० (वि०) 1 निंदित 2 अधम, नीच II (पु० ) 1 निंदा 2 नीच व्यक्ति
कुत्स्य -सं० (वि०) निंदा का पात्र
कुदकना - (अ० क्रि०) कूदना कुदक्कड़ - (पु० ) कूदनेवाला
कुदक्का-बो० (पु० ) उछल-कूद । ~मारना व्यर्थ इधर-उधर कूदना
कुदरत - अ० (स्त्री०) 1 ईश्वरीय शक्ति 2 प्रकृति । का खेल ईश्वर की लीला
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कुदरती - अ० (वि०) 1 प्राकृतिक 2 स्वाभाविक कुदरा-बो० (पु० ) कुदाल कुदाई, कुदान - (स्त्री०) 1 कूदने की क्रिया 2 छलाँग 3 कूदने की जगह
कुदाना - (स० क्रि०) कूदने में प्रवृत्त करना
कुदार, कुदाल - बो० (पु०) मिट्टी खोदने का फावड़ानुमा एक औज़ार जिसमें लकड़ी का बेंट लगा होता है
कुढ़ना - (अ० क्रि०) 1 खीझना 2 जलना 3 संतप्त होना कुढ़ाना - (स० क्रि० ) 1 चिढ़ाना 2 दुःखी करना
कुदाली - (स्त्री०) छोटा कुदाल कुद्रव -सं० (पु० ) कोदों
कुणपाशी -सं० (पु० ) 1 मुर्दा खानेवाला जीव 2 प्रेतों का एक कुनकुना - (वि०) हल्का गर्म