________________
कत्लेआम
(पु० ) वधस्थल, कसाईखाना;
क़त्लेआम अ० + फ़ा + अ० (पु० ) सार्वजनिक हत्या, अंधाधुंध वध
कथंचित्- ( क्रि० वि०) शायद, संभवतः
कथक -सं० (पु० ) 1 कत्थक 2 कथावाचक कथक्कड़ - (पु० ) अधिक कथाएँ कहनेवाला कथन-सं० (पु० ) 1 कहना 2 वचन 3 वर्णन कथना - (स० क्रि०) 1 कहना 2 निंदा करना कथानुसार-सं० कथा के अनुसार कथनी - (स्त्री०) कही हुई बात, कथन कथनीय सं० (वि०) कहने योग्य कथनोपकथन-सं० (पु०) संवाद, बातचीत, डॉयलाग (370)
141
कथमपि सं० ( क्रि० वि०) 1 किसी प्रकार 2 बहुत कठिनता से कथरी - (स्त्री०) फटे-पुराने कपड़ों को जोड़कर बनाया गया बिछौना कथांतर - सं० (पु०) 1 दूसरी कथा 2 गौण कथा कथांश सं० (पु० ) कथा का कोई अंश
कथा - सं० (स्त्री०) 1 पौराणिक आख्यान 2 कल्पित कहानी । -कार ( पु० ) 1 कहानी कहनेवाला 2 कथा सुनानेवाला; ~काव्य (पु०) कथात्मक काव्य; ~ तत्त्व (पु० ) सारांश; नायक (पु० ) प्रधान पात्र पत्रिका (स्त्री०) कहानियों की पत्रिका पीठ (पु० ) 1 कथा की प्रस्तावना 2 कथा करने का स्थान प्रबंध (पु०) कहानी प्रसंग (पु० ) कथावार्ता: ~मुख (पु० ) कथा की प्रस्तावना; योग (पु० ) = कथावार्ता वस्तु (स्त्री०) 1 कथा का सार रूप 2 कथ्य विषयः वार्ता (स्त्री०) 1 अनेक प्रकार के प्रसंग, बातचीत 2 पौराणिक या धार्मिक चर्चा; सूत्र (पु० ) =
=
कथा तत्त्व, कथावस्तु
कथात्मक-सं० (वि०) कहानीवाला
कथानक -सं० (पु० ) 1 छोटी कथा 2 रचना का आदि से अंत तक का सामूहिक रूप, कथा-सार कथानिका-सं० (स्त्री०) उपन्यास का एक भेद कथिक-सं० (पु० ) = कथाकार
कथित सं० (वि०) कहा हुआ कथोद्घात-सं० (पु०) कथारंभ कथोपकथन -सं० (५०) बातचीत, संवाद कथोपकथनात्मक-सं० (पु० ) संवादपूर्ण कथ्य - I सं० (वि०) कहने योग्य, कथनीय II ( पु० ) विषय कदंब - सं० (पु० ) 1 क़दम नामक वृक्ष और फल 2 ढेर, राशि 3 सरसों का पौधा
कदंश-सं० (पु०) बुरा अंश, निकृष्ट भाग कद - ( उप०) बुरा (जैसे- कदन्न, कदाचार )
क़द - अ० ( पु० ) ऊंचाई, लम्बाई (जैसे आदमकद शीशा) कदक्षर-सं० (पु०) बुरी लिखावट
कदन -सं० (पु० ) 1 मृत्यु 2 विनाश 3 युद्ध 4 हत्या 5 दुःख,
कद्दूदाना
डग (जैसे चार क़दम चलने पर ) 3 पचिह्न 4 कोशिश । खाज़ + फ़ा० (पु० ) ठीक चाल चलनेवाला; बोस + फ़ा० (पु० ) चरण चूमनेवाला; बोसी + फ़ा० (स्त्री०) सम्मान प्रदर्शन, चरण स्पर्श करना; उखड़ना पाँव उखड़ना, भाग जाना; ~ उठाना आगे बढ़ना; चूमना 1 चरण स्पर्श करना 2 सम्मान करना 3 गुरु मान लेना; छूना 1 पाँव पड़कर प्रणाम करना 2 किसी की कसम खाना ~ निकालना 1 क़दम की चाल सिखाना 2 बाहर जाना; पर क़दम रखना आगे-पीछे चलना, अनुगमन; ब क़दम चलना 1 साथ साथ चलना 2 अनुसरण करना; बढ़ाना 1 चाल तेज़ करना 2 आगे बढ़ना, मारना 1 दौड़-धूप करना 2 कोशिश करना; ~ रखना आना, पहुँचना; लेना 1 पाँव पड़ना 2 इज़्ज़त करना कदमचा + फ़ा० (पु० ) 1 पैर रखने की जगह 2 पाखाने की खुड़ढी
कदमा - ( स्त्री०) कदंब के फूल सी एक मिठाई कदर-सं० (पु०) 1 आरा 2 अंकुश 3 कंकड़ी आदि चुभने से बनी गाँठ, गोखरु 4 सफेद खैर का पेड़ छेना क़दर - अ० 1 मान, केंद्र 2 प्रतिष्ठा 3 महत्त्व (वि०) सम्मान देनेवाला, आदर करनेवाला; (स्त्री०) प्रतिष्ठाभाव
ष्ट
कदन्न -सं० (पु० ) घटिया किस्म का अनाज कदम - (पु० )
14
कदंब
क़दम - अ० (पु० ) 1 पैर (जैसे-पहला क़दम बढ़ाना) 2 पग,
दान + फ़ा० दानी + फ़ा०
कदराई - ( स्त्री०) कायरता, डरपोकपन, दब्बूपन कदर्थ-सं० (वि०) 1 अनुचित अर्थवाला 2 व्यर्थ, बेकार 3 बुरा, कुत्सित 4 निकम्मा
कदर्थना - सं० (स्त्री०) 1 बुरी दशा, दुर्दशा 2 निंदा 3 तिरस्कार
4 सताना
कदर्थित सं० (वि०) 1 निंदित, तिरस्कृत 2 जो दुर्गति को प्राप्त हुआ हो
कदर्य - सं० (वि०) 1 कंजूस, कृपण 2 कायर, डरपोक 3 बुरा, हीन । ~ता (स्त्री०) 1 कृपणता 2 कायरता 3 हीनता कदल -सं० (पु०), कदली-पं० (स्त्री०) केला कदा-सं० ( क्रि० वि०) कब, किस समय कदाकार, कदाकृति-सं० (वि०) बुरी आकृतिवाला, बेडौल, कुरूप, भोंड़ा
कदाख्य-सं० (वि०) बदनाम
कदाचन-सं० ( क्रि० वि०) कदाचित्
कदाचार-सं० (पु०) बुरा व्यवहार, कुत्सित आचरण कदाचित् -सं० (अ०) 1 कभी, शायद 2 अगर, यदि कदापि सं० (अ०) कभी, हर्गिज
क़दामत - अ० (स्त्री०) प्राचीनता । पसंद + फ्रा० रुढ़िवादी कदाहार-सं० (पु० ) दूषित भोजन
कदी-अ० + फ़ा० I (वि०) हठी, ज़िद्दी II (अ) कभी-कभी क़दीम-अ० (वि०) पुराना, प्राचीन
कदीमी- अ० + फ्रा० (वि०) प्राचीन, पुराने समय का कदुष्ण-सं० (वि०) कुनकुना, थोड़ा गरम
कदूरत - अ० (पु० ) 1 जमा हुआ मैल 2 दुर्भाव, मन-मुटाव कद्दावर-अ० + फ्रा० (वि०) बड़े डील डौलवाल कद्दू - फ्रा० (पु० ) एक सब्ज़ी, सीताफल । कश (पु०) कद्दू रेतने का उपकरण
कद्दूदाना फ्रा० (पु०) मल के साथ निकलनेवाले छोटे-छोटे पेट के कीड़े