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________________ இவரு இருவரும் 卐 बावीस अभक्ष्य ॥ शहद मक्खन मांस मदिरा बर्फ ओले जहर मिट्टी गिला अचार रात्रि भोजन द्विदल चलित रस बहुबीज बैंगन तुच्छ फल अनजान फल बड़ के टेटे पीपल केटेटे उंबरा के टेटे काले उंबरे के टेटे प्लक्ष की टेटी अनन्तकाय 22 अभक्ष्य के अंतर्गत 4 महा विगई शहद-मक्खन-मांस-मदिरा, 4 तुच्छ चिजें बर्फ-ओले-जहर-मिट्टी, 4 संयोजित अभक्ष्य-गिला अचार (कड़ी धूप मे सुखाया नहीं हो एसे कच्चे आम आदि के टुकड़े का अचार)-रात्रि भोजन-द्विदल (कच्चे दूध-दही-छास के साथ में दलहन मिलने से जीव उत्पत्ति होती है) चलित रस (बासी भोजन-स्वाद जिसका । बिगड़ गया हो ऐसी मिठाईयां पकवान आदि)4 फल बहुबीज-बेंगन-तुच्छ फल (सीताफल, बैर आदि जिसमे खाना कम और फैकना ज्यादा हो)-अनजान फल, 5 प्रकार के बड़ वृक्ष के फल ? (इनके फलों में अनेक उड़ते त्रस जीव पाये जाते है।) अनन्तकाय (जिसमें अनन्त जीव है जैसे जमीकंद-काई आदि)।
SR No.016126
Book TitleAdhyatmik Gyan Vikas Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRushabhratnavijay
PublisherRushabhratnavijay
Publication Year
Total Pages24
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size18 MB
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