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________________ शब्दमाला . १७७ (टीका) शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . . |शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ निनाद पुं १३९९ शब्द, ध्वनि निमीश्वर पुं ५२ गइ उत्सर्पणीना निन्दा स्त्री २७१ निंदा, कुथली १६मा तीर्थकर निन्दु स्त्री ५३१ जेना संतान मरी जतां होय | निमेष पुं ५७८ आंख बंध करवी ते तेवी स्त्री निमेष पुं १३६ आंखनो पलकारो निप पुं १०१९ घट, कलश | निमेषधुत् पुं १२१३ (शे. १७५) खद्योत, निपान पुं न. १०९२ हवाडो, कूवा पासे - आंगीयो ढोरने पाणी पीवानुं स्थान | निम्न न. १०७१ गंभीर, ऊंडु निपुण पुं ३४२ निपुण, प्रवीण | निम्न न. १३६४ छिद्र, बिल निबन्ध पुं २५७ विशेष अर्थने अनुसनार | निम्नगा स्त्री १०८० नदी | निम्ब पुं ११६९ लींबडो निबन्धन न. २९० वीणाना तारनुं बंधन | नियति स्त्री १३७९ भाग्य निबन्धन न. १५१३ कारण, हेतु नियन्तृ पुं ७६० सारथि निबर्हण न. ३७० हिंसा | नियम पुं ८२ नित्य कर्म, शौच- संतोषादि निबिड न. १४४६ निरन्तर, सान्द्र - पांच नियम निबिरीस न. १४४७ निरन्तर, सान्द्र | नियम पुं ८४३ नियम, व्रत निभ न. ३७८ छळ, कपट | नियमस्थिति स्त्री ८१ दीक्षा, प्रव्रज्या निभ पुं १४६२ समान, तुल्य नियामक पुं. ८७६ वहाण चलाववा शक्तिमान निभालन न. ५७७ जोवू ते नियुत न. ८७३ (शि. ७७) लाख, निभृत पुं ४३१ विनयी, नम्र .. . (संख्या वाचक) निमय 'पुं ८७० फेरफार करवो, साटु, नियुद्ध न. ७९९ बाहु-युद्ध - अदलो बदलो करवो नियुद्धभू स्त्री ८०१ अखाडो, मल्लयुद्धनी जग्या . निमित्त न. १५१३ कारण नियोग पुं २७७ आज्ञा, हुकम निमित्त न. ७७७ (शे. १४३) निशान, | नियोग पुं १५२० आज्ञा, हुकम, फरमावq, बाण लक्ष्य विधि निमित्तवित् पुं १८२ ज्योतिषी, दैवज्ञ . नियोगिन् पुं ७१९ अमात्य सिवायना काम निमीलन न ३२४ मृत्यु .. उपर नीमेल मंत्री निमीलन न. ५७८ आंख बंध करवी ते | नियोज्य पुं ३५९ चाकर
SR No.016120
Book TitleShabdamala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktichandravijay, Munichandravijay
PublisherShantijin Aradhak Mandal
Publication Year2000
Total Pages474
LanguageGujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
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