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________________ 279 इयण -Viv. 111 (सप्तमीसमर्थ पाथस् और नदी प्रातिपदिकों से वेद- विषय में भव अर्थ में) ड्यण् प्रत्यय होता है। इयत्.. - IV. 1.9 देखें- ड्याड्यो V. 1.9 इयत्.. - IV. iv. 113 देखें-झ्याइयो N. iv. 113. ....झ्या.. - VII. 1. 39 देखें-सुलक्० VII. 1. 39 ..डयो - N.I.9 देखें - ड्यड्ड्यौ N. I.9 ....इयो -IV. iv. 113 देखें - ड्यड्ड्यौ iv. iv. 113 इवल - IV. ii. 87 (नड,शाद शब्दों से चातुरर्थिक) इवलच प्रत्यय होता है। नड = नरकुल। शाद = छोटी घास, कीचड़। ड्वितः-III. iii. 88 डु इत्संज्ञक है जिन धातुओं का,उनसे (कर्तृभिन्न कारक संज्ञा तथा भाव में वित्र प्रत्यय होता है)। इन् - V.i. 24 (विंशति तथा त्रिंशद् प्रातिपदिकों से 'तदर्हति पर्यन्त कथित अर्थों में) डुवुन् प्रत्यय होता है; (संज्ञाभिन्न विषय में)। ६.. - VI. III. 110 -VIII. 1. 13 देखें - इलोपे vi. III. 110 (ढकार परे रहते) ढकार का (लोप होता है, संहिता में)। ह-प्रत्याहार सूत्र IX ढक् - IV.i. 119 भगवान् पाणिनि द्वारा अपने नवम प्रत्याहार सूत्र में (मण्डूक प्रातिपदिक से) ढक प्रत्यय होता है.(चकार से पठित द्वितीय वर्ण। . विकल्प करके अण भी होता है)। पाणिनि द्वारा अष्टाध्यायी के आदि में पठित वर्णमाला ___मण्डूक = मेंढक। का तेइसवां वर्ण। स्क्-IV. 1. 120 .....-V.1.15 (स्त्री-प्रत्ययान्त प्रातिपदिकों से अपत्य अर्थ में) ढक् देखें - धिाण IV. 1.15 प्रत्यय होता है। ...... - VII.1.2 हक् - IV. 1. 142 देखें-फडखO VII.1.2 (दुष्कुल प्रातिपदिक से अपत्य अर्थ में विकल्प से) ढक -V.v. 106 प्रत्यय होता है, (पक्ष में ख)। . (सप्तमीसमर्थ सभा शब्द से साध अर्थ में वैदिक प्रयोग विषय में) ढ प्रत्यय होता है। दक्-Vil. 32 C-V.III. 102 (प्रथमासमर्थ देवतावाची अग्नि प्रातिपदिक से षष्ठ्यर्थ (शिला शब्द से इवार्थ में) ढ प्रत्यय होता है। में) ढक प्रत्यय होता है। .-VIII. 1.31 हक्-IV. 1.96 (हकार के स्थान में) ढकार आदेश होता है, (झल परे (नदी आदि प्रातिपदिकों से शैषिक) ढक् प्रत्यय होता रहते या पदान्त में)।
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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