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________________ ६६९०. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास-कंसारी त्रंबावती भीड़भंजन, ___ गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-भीड़भंजन दुखगंजण रे... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १६१ ६६९१. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास-चिन्तामणि, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-चिंतामणि म्हारी चिंता चूरि...', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७१ ६६९२. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास-देवका पाटण मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-देवकर पाटण दादउ पास... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७७ ६६९३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास-नलोल मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-पद्मावती सिर ऊपरि... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७० ६६९४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास-नवपल्लव मंगलोर मण्डन, गीत - स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-नवपल्लव प्रभु नयणे निरख्यउ... गा. ५', मु., समयसुन्दर .. कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७६ ६६९५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ भास–वाडी मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, __ १७वीं, 'आदि-चउमुख वाडी पास जी... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७५ ६६९६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ दृष्टान्तमय लघु स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-हरख धरि हियड़इ मांहि अति घणउ... गा. ९', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २०० ६६९७. समयसुन्दरोपाध्यायं / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ पंच कल्याणक लघु स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-श्री पास जिणेसर सुखकरणो... गा. ८', मु., समयसुन्दर • कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १९९ ६६९८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ लघु स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-देव जुहारण देहरइ चाली... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १८१ ६६९९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन–अनेक तीर्थ नाम, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-हो जग मंइ पास जिणंद जागइ... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १४३ ६७००. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ गीत-अंतरीख मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-पार्श्वनाथ परतिख अंतरीख... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७८ खरतरगच्छ साहित्य कोश 489 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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