SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 413
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४६४८. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, गौतम स्वामी छन्द, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, आदि नामे नवनिधि होय... गा. ९', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३७५ ४६४९. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, गौतम स्वामी पचीसी, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, _ 'आदि-धण पुर गुब्बर गाम... गा. २५', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. २६८ ४६५०. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, गौतम स्वामी स्वाध्याय, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-मन वंछित कमला आइ मिलइ... गा. १५', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३७५ ४६५१. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, ग्यारह गणधर पद, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, आदि प्रात समै उठि प्रणमीयै... गा. ४', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३७९ ४६५२. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, ग्यारह गणधर स्वाध्याय, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-गणधर इग्यारे गाइये... गा. ८', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३७८ ४६५३. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन २० विहरमान ४ साश्वत जिननाम स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, आदि-रिषभनाथ सीमंधर स्वामी... गा. १३', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३२४ ४६५४. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-चउवीसे जिनवर ना पाय नमूं... गा. २८', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३२६ ४६५५. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-पहिलउ प्रणमुं आदि जिणंद... गा.७', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३२५ ४६५६. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि–पहिलो आदि जिणंद... गा. १३', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३३० ४६५७. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-प्रथम जिणेसर रिषभनाथ... गा. १३', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३२१ ४६५८. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चउवीस जिन स्तुति, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, ___ “आदि-जप रे तुं चौवीसे जिनराया... गा. ४', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ: ३२९ ४६५९. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चतुर्विंशति जिन बोधक नमस्कार, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-श्री नाभेय नमूं सदा... गा. २५', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३१९ ४६६०. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चतुर्विंशति जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि–रिषभ अजित अभिवंदीयइ... गा. १९', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ३१८ ४६६१. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चतुर्विध धर्म स्वाध्याय, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, ___ 'आदि-जीवड़ा कीजे रे धरम सुं प्रीतड़ी... गा. ६', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. ४७० ४६६२. जिनहर्षगणि / शान्तिहर्ष गणि, चन्द्रप्रभ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, आदि-श्री चन्द्रप्रभ स्वामी शिवगामी... गा.७', मु., जिनहर्ष ग्रन्थावली, पृ. १७४ 343 खरतरगच्छ साहित्य कोश For Personal & Private Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy