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________________ ४५३२. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, श्रेयांस पद, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-संजम ले प्रभु रिसह नाह... गा. ४', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१७ ४५३३. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, षट्कर्म गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-रे विवेकी प्राणी... गा. ५', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१५ ४५३४. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र)/जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सम्यक्त्व गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-ए समकित नित... गा. ४', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१६ ४५३५. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सवैया चौवीस, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-कठिन करे इसे आचारज... गा. २४', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१५ ४५३६. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सांचोर जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-श्री सांचोर मण्डन... गा. १४', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१५ ४५३७. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सात व्यसन गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-समवसरण बैठे... गा. १३', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., .जैसलमेर, गुटका नं. ४१५ ४५३८. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सिवाणा पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-श्री समीयाण मण्डन पास... गा. ६', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१५ ४५३९. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र)/ जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सीमन्धर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, .१७वीं, 'आदि-उमाहौ मन में घणउ... गा. ९', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१७ ४५४०. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सीमन्धर जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'गा. ५९', अ., ह. रामलालजी, बीकानेर ४५४१. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सूरत पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं सूरत, 'आदि-सुन्दर मूरति अजब दीदार... गा. ५', अ., ह. .जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४५४२. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, सूरियाभ गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-करत नृत्य सूरियाभ... गा. ४', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१, अभय ग्र., बीकानेर 335 खरतरगच्छ साहित्य कोश For Personal & Private Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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