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________________ ४४३८. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, गौडी पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-पास गौड़ी धणी... गा. ९', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४४३९. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, गौडी पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-प्रभु पास जिणेसर जगी राजइ... गा.६', अ., ह. जिनभद्रसूरि ___ ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४४४०. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, गौडी पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-भाव भले प्रभु भेटिया... गा.७', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४४४१. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, गौडी पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-श्री गौडीपुर सिरतिलो... गा.७', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४४४२. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र)/ जिनचन्द्रसूरि बेगड़, घंघाणी पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-सहियाँ मोरी वामानन्दन... गा. ७', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ ४४४३. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र)/जिनचन्द्रसूरि बेगड़, घंघाणी स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-सैयां मोरी वन्दन... गा. ५', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१६ ४४४४. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चन्दन बाला गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, आदि-वीर जिणंद अभिग्रह धरी रे... गा.७', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८२ ४४४५. जिनसमुद्रसूरि (महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चन्द्रप्रभ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-उत्तुंग तोरण... गा. १३', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१.. ४४४६. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चिन्तामणि पार्श्वनाथ स्तवन छप्पन रागगर्भित, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-श्री चिन्तामणि पास नमो नितु... गा. ११', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१५, प्रति नं. १४८१ ४४४७. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र) / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चेतना सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-वीर जिणेसर वान्दवा रे... गा. ५', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८२ ४४४८. जिनसमुद्रसूरि ( महिमसमुद्र)/जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चैत्य परिपाटी, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं-१८वीं, 'आदि-जगगुरु श्री महावीर जी... गा. १३', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, प्रति नं. १४८१ 327 खरतरगच्छ साहित्य कोश For Personal & Private Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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