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________________ ३६१५. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सिद्धचक्र स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, ___ 'आदि-सिद्धचक्र भजोनी भविकजन... गा. ७', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३६१६. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सीमन्धर जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदि-श्री सीमंधर सहिबा... गा. ९', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३६१७. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सुपार्श्व जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८६१ जयपुर, 'आदि-जगगुरु सांचौ स्वामी सुपास... गा. ६', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३६१८. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सुमति जिन पंचकल्याणक स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, आदि-जय जय सुमति जिनेसर सामी... गा.७', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३६१९. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सुविधि जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८४५, आदि-प्रभु सुविधि जिणंद सुखकारी... गा. ७', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३६२०. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सुविधिजिन प्रतिष्ठा स्त. देशनोक , गीत स्तवन, राजस्थानी, १८६१ देसनोक, अ. ३६२१. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, सुविधि प्रतिष्ठा स्तवन महिमापुर, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८५५ महिमापुर, अ. ३६२२. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, स्थूलिभद्र स्थापना स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८४८ पाडलीपुर, अ., उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-३, पृ. १७८ ३६२३. क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, होरी गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, 'आदि-इक सुणले नाथ अरज मोरी... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (३०१) ३६२४. क्षमानन्दन / ज्ञानसार, जिनकुशलसूरि स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं सांगानेर, 'आदि-सांगानेर विराजे गुरु... गा. ६', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. २३६ ३६२५. क्षमाप्रमोद / रत्नसमुद्र, निगोद विचारगीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'गा. ४८', अ., ___ह. अभय ग्र., बीकानेर ३६२६. क्षमाप्रमोद /.रत्नसमुद्र, वीसलपुर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'गा. ४८', अ., ह. - अभय ग्र., बीकानेर ३६२७. क्षमारत्न, जिनकुशलसूरि स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदि-सद्गुरुजी सुणो मोरी... गा. ५', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. २३६ ३६२८. क्षमासमुद्र / जिनचन्द्रसूरि, सम्मेतशिखर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि... सम्मेतशिखर जी को दरिसण करि कै... गा. ३', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (१६) ३६२९. क्षमासागर / जिनसागरीय, शत्रुञ्जय स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७३१, अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर, मुकनचन्दजी संग्रह, बीकानेर, आचार्यशाखा भं., बीकानेर खरतरगच्छ साहित्य कोश 271 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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