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________________ २३६३. विक्रमादित्य चौपई, विजयराजगणि / ललितकीर्तिगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १७वीं, अ., ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर २३६४. विक्रमादित्य चौपई, दयातिलक वा. / रत्नजय वा., रास चौपई, राजस्थानी, १८वीं, अपूर्ण' ___ अ., उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-३, पृ. १३२५ २३६५. विक्रमादित्य पंचदण्ड चौपई, लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय / लक्ष्मीकीर्ति उ०, रास चौपई, राजस्थानी, १७२८, 'आदि-प्रणमुं पास जिणंद..., अन्त–होई संघ सहुं साथ समेला...', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर, खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर, विनय. प्रतिलिपि, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा २३६६. विक्रमादित्य पंचदण्ड चौपई, लाभवर्द्धनगणि / शान्तिहर्षगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १७३३, 'आदि-श्रीसुखसंपद सूरवे..., अन्त-ए धर्म दृढ़ श्रावकतणो...', अ., ह. सेठिया लाइब्रेरी, बीकानेर, कैलाशसागरसूरि ज्ञान मन्दिर, कोबा ८६६५ २३६७. विघ्नविनाशी स्तोत्र , जिनदत्तसूरि / जिनवल्लभसूरि, स्तोत्र, प्राकृत, १२वीं, आदि-सिग्घमवहरउ __विग्धं... गा. १४', मु., सप्तस्मरणादि स्तोत्र संग्रह २३६८. विचार अलावा, गुणरत्नसूरि / कीर्त्तिरत्नसूरि, प्रश्नोत्तर, संस्कृत-राजस्थानी, १६वीं, अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर २३६९. विचाररत्नसंग्रह, गुणविनयोपाध्याय / जयसोम उ०, प्रश्रोत्तर, संस्कृत, १६५७ सेरूणा, अ., ह. बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा १३११ २३७०. विचाररत्नसार, देवचन्द्रोपाध्याय / दीपचन्द्र उ०, प्रकरण, संस्कृत, १८वीं, अ., ह. खरतरगच्छ : ज्ञान भं., जयपुर, अभय ग्र., बीकानेर २३७१. विचारशतक, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रश्नोत्तर, संस्कृत, १६७४ मेड़ता, 'आदि पार्श्वनाथं जिनं...', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि, कैलाशसागरसूरि ज्ञान मन्दिर, कोबा १३२०१ २३७२. विचारशतक बीजक, क्षमाकल्याणोपाध्याय / अमृतधर्म उ०, प्रश्नोत्तर, राजस्थानी, १९वीं, अ., ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर २३७३. विचारषट्त्रिंशिका स्वोपज्ञ टीकासह (दण्डकप्रकरण), गजसारगणि / धवलचन्द्र उ०, प्रकरण, मूल-प्राकृत, टीका-संस्कृत, १५८१ पाटण, 'मूल का आदि-नमिउं चउवीस जिणे..., मूल का अन्त–सिरि जिणहंस मुणीसर...', 'टीका का आदि-श्रीवामेयं महिमामयं...', ह. विनय प्रतिलिपि ८८५, मु. २३७४. विचारषट्त्रिंशिका टीका, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रकरण, संस्कृत, १६९६ अहमदाबाद, 'अन्त–संवतिरसनिधिगुहमुखसोममिते...', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर २३७५. विचारषट्त्रिंशिका बालावबोध, आनन्दवल्लभगणि / राजचन्द्र, प्रकरण, राजस्थानी, १८८० __ अजीमगंज, अ., ह. दानसागर - बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर २३७६. विचारषट्त्रिंशिका बालावबोध, देवचन्द्रोपाध्याय / दीपचन्द्र उ०, प्रकरण, राजस्थानी, १८०३ नवानगर, अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर, उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-३, पृ. १६४० खरतरगच्छ साहित्य कोश 179 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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