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________________ १६५०. पार्श्वनाथ स्तोत्र-फलवर्द्धिमण्डन, सूरचन्द्रोपाध्याय / चारित्रोदय उ०, स्तोत्र, संस्कृत, १७वीं, 'आदि-श्रेयोमयं ही बलमालमालमा..., अन्त-एवं पार्श्वजिनेश्वर सुयमकै...', मु., स्तोत्ररत्नाकरद्वितीयभागः सटीकः, प्रकाशक-श्री यशोविजयजैनसंस्कृत पाठशाला, मैसाणा १६५१. पार्श्वनाथ स्तोत्र-यमकमय, सोमकीर्तिगणि / जिनकुशलसूरि, स्तोत्र, संस्कृत, १४वीं, आदि अभिनवस्तवनं जिनपावनं..., अन्त–नवनवन विनोदात् पार्श्वनाथ प्रमोदात्... गा. १६', अ. विजय धर्मलक्ष्मी ज्ञान मन्दिर, आगरा १६५२. पार्श्वनाथ स्तोत्र-गुप्तक्रिया, हेमभूषणगणि ( हेमशेखर) / जिनेश्वरसूरि, स्तोत्र, संस्कृत, १४वीं, 'आदि-वर्माङ्गजं जिनपतिं गुप्त..., अन्त–गुप्तागुप्ति क्रिया मिति... गा. ९', अ., विजय धर्मलक्ष्मी ज्ञान मन्दिर, आगरा, विनय. प्रतिलिपि १६५३. पार्श्वभक्तामर स्तोत्र-भक्तामर पादपूर्ति, विनयलाभोपाध्याय / विनयप्रमोदगणि, स्तोत्र, संस्कृत, १८वीं, अ. १६५४. पिङ्गलशिरोमणि, कुशललाभ उ० / अभयधर्म उ०, छन्दशास्त्र, राजस्थानी, १७वीं जैसलमेर, 'आदि-गणपति सरसति देह गुण शंकर सदा सुहाइ..., अन्त–रावल माल सुपाटपति तास कुंवर हरिराज कुशललाभ कवि वरणव्यो...', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि, मु., परम्परा अंक १३ राजस्थानी शोध संस्थान, चौपासनी १६५५. पिण्डकद्वात्रिंशिका, जिनप्रभसूरि / जिनसिंहसूरि, प्रकरण, प्राकृत, १४वीं, अ., ह. ज्ञान भं. पालणपुर १६५६. पिण्डविशुद्धिप्रकरण, जिनवल्लभसूरि / अभयदेवसूरि, प्रकरण, प्राकृत, १२वीं, आदि देविंदविंदवंदियपयार..., अन्त–इच्चेयं जिणवल्हेण गणिणा...', मु., जिनवल्लभसूरि ग्रन्थावली, पृ. २३ १६५७. पिण्डालोचनप्रायश्चितविधानप्रकरण, जिनप्रभसूरि / जिनसिंहसूरि, विधि, प्राकृत, १४वीं, 'आदि-कय पवयणप्पणामो..., अन्त-जंकिचि इत्थणुच्चियं...', अ., ह. ज्ञान भं., पालणपुर १६५८. पुञ्जाऋषि रास, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १६९८, आदि-श्री महावीर ना पाय...., अन्त–संवत सोल अठाणुअइ...', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ५५५ १६५९. पुण्डरीक कण्डरीक सन्धि, राजसार / धर्मसोमगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १७०३ अहमदाबाद. अ.. ह. अभय ग्र..बीकानेर, हरिसागरसरि ज्ञान भं..पालीताणा १६६०. पुष्पमाला प्रकरण ( उपदेशमाला, हेमचन्द्रीय ) टीका, साधुसोमोपाध्याय / सिद्धान्तरुचि उ०, प्रकरण, संस्कृत, १५१२, 'आदि-जयति जगदेकभानुः..., अन्त–नित्यसुखार्थिभिः...', मु., ऋषभदेव केसरीमल जैन श्वे० संस्था, रतलाम, ह. कैलाशसागरसूरि ज्ञान मन्दिर, कोबा १३०४८,१३२७६ १६६१. पुष्पमाला प्रकरण बालावबोध, मेरुसुन्दरोपाध्याय / रत्नमूर्ति उ०, प्रकरण, राजस्थानी, १५२२, अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर, चारित्र रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर 126 खरतरगच्छ साहित्य कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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