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________________ टिङ्गादिसंग्रहवर्गः ५ ] मणिप्रभाव्याख्यासहितः । दासीसभं नृपसभं रक्षःसभमिमा दिशाः ॥ २७ ॥ १ उपशोपक्रमान्ता • तदादित्यप्रकाशने । कोपशकोपक्रमादि २ कन्धोशीनरनामसु ॥ २८ ॥ ३ भावेनणकचिद्भयोऽन्ये समूहे भावकर्मणोः । विशेष होनेके कारण 'चन्द्रगुप्तस्य सभा' इस षष्ठीतत्पुरुषमें भी 'चन्द्रगुप्त प्रभा' यहाँपर, नपुंसकलिङ्ग नहीं होता है । १ 'उपज्ञा और उपक्रम' का प्राथस्य प्रकाशन करना हो तो पष्ठधन्त से परे उपज्ञान्त ( जिसके अन्त में 'उपज्ञा' शब्द हो वह) शब्द १, 'उपक्रमान्त' (जिस के अन्त में 'उपक्रम' शब्द हो वह ) शब्द २, नपुंसकलिङ्ग होता है । ( 'क्रमशः उदा० -१ कस्योपज्ञा कोपज्ञं सर्गः, चन्द्रोपज्ञमसंज्ञकं व्याकरणम्, पाणिन्युपज्ञमकाक्ष्यकं व्याकरणम् ११ कस्योपक्रमः कोपक्रमः सृष्टिः, नन्दोपक्रमाणि मानानि ') । 'तदादित्व प्रकाशने' ग्रहण करने से 'देवदत्तोपज्ञा मृन्मयः प्रकारः, देवदत्तोपक्रमो रथः, ' में नपुंसकलिङ्ग नहीं होता है ॥ , ...... ५४५ २ 'उशीनर देशकी जो कन्था' इस अर्थ में संज्ञा ( नाम ) गभ्यमान रहे त षष्ठ्यन्त से परे 'कन्था' शब्द नपुंसकलिङ्ग होता है । ( 'जैसे- सौशमिकन्थम्र, बद्धिककथम् .. ') । 'उशीनर' ग्रहण करने से 'दाक्षिकन्या' ( यह नाम बाह्वोक देशमें प्रसिद्ध है ) यहाँपर, और 'नाम' ग्रहण करने से 'चैत्र कन्था' ( यह संज्ञा नहीं है ) यहाँ पर नपुंसकलिङ्ग नहीं होता है ॥ ......" , ३ न, ण, क, चित् ( 'च' की जिसमें ' इस्संज्ञा हुई हो ) प्रत्यय से भिन्न जो भाव में विहित 'कृत्संज्ञक अदन्त प्रत्यय १, और समूह अर्थ में भाव-कर्म में विहित जो अकारान्त तद्धित प्रत्यय २, तदन्त शब्द नपुंसकलिङ्ग होते हैं । ( 'क्रमशः उदा० - १ भूतम्, भवनीयम्, भवितम्यम्, भव्यम्, ब्रह्मभूयम्, सांराविणं वर्तते, सांकुटिनं वर्तते, ......7 1 २ ( समूह में तद्धित ) जैसे - भैवम्, औपगकम्, कैदार्यम्, कैदारकम्, राजकम्, यौवतम् औषकम् भावमै | · " - १. प्रत्ययादौ वर्तमानस्य चस्य 'चुटू' ( पा० सू० १ । ३ । ७ ) इत्यनेन प्रत्ययादेरन्ते वर्तमानस्य च 'इलन्त्यम्' ( पा० सू० १ । ३ । ३ ) इत्यनेनेरसंशा विधीयते । २. 'कृदति' ( पा० सू० १ । १ । ९३ ) इत्यनेन कृत्संज्ञा विधीयते । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
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