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________________ वैश्यवर्ग: ९] मणिप्रभाव्याख्यासहितः । १ माषादयः शमीधान्ये २ शूकधान्ये यवादयः । ३ शालयः कलमाद्याध पष्टिकाद्याश्च पुंस्यमी ॥२४॥ ५ तृणधान्यानि नीवाराः ५ स्त्री ' गवेधुर्गवेधुका। . ६ अयोग्रं मुसलोऽस्त्री ७ स्यादुदुखलमुलूखलम् ।। १५ ॥ ८ प्रस्फोटनं शूर्पमस्त्री ९ चालनी तितः पुमान् ।' १. 'स्यूतप्रसेवी , शमीधान्यम् (न), 'उरद आदि (मसूर, मूंग,......) अन्न' का नाम है ॥ २ शूकधान्यम् (न), 'हूँडवाले जौ आदि (गेंहू, धान,...), अन्न' का ___ शालिः (पु), 'कलम (जड़हन धान ), साठी आदि धान' का नाम है ॥ तृणधान्यम् (न), नीवारः (पु) 'तीनी, सांवा, कोदो आदि' का नाम है। ५ गवेधुः (+गवेदुः, मुकु०), गवेधुका (२ वी), 'मुनियों के अन्न विशेष' के नाम है ॥ ६ अयोग्रम (+अयोनिः), मुसलः (. पुन) 'मुसल' के २ नाम हैं । ७ उदूखलम्, सलूखलम् (न), 'मोस्खली' के २ नाम हैं। ८ प्रस्फोटनम् न), शूर्पम् ( + सूर्पम् । पु न ), 'सूप' के १ नाम हैं। ९ चालनी (सी। +चालनम् न), तितः (पु। + न), 'चालनी' के नाम है। १. स्यूतः (+ स्पोनः मुकु०), प्रसेवः (२ पु ), 'बोरा या कपड़े आदिके थैले के नाम हैं। १. 'गवेडु-पति मुकुटः ॥२. 'अयोनिः इत्येके पेठःइति क्षी० स्वा० ॥ ३. 'स्पोनप्रसेवो' इति पाठान्तरम् ॥ ४. तथा च रखकोषः-'मापो मुद्गो राजमाषः कुजस्थश्वणकस्तिलः । काकाण्डबीवर इति शमीधान्यगणः स्मृतः ॥१॥इति । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
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