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________________ अर्ज कर्ज पुं० शक्ति ; ताकात (२) उत्साह (३) ताण (४) प्रजोत्पादन शक्ति (५) कार्तिक मास (बळ आपनार) ऊर्जस् न० सामर्थ्य (२) अन्न ऊर्जस्वल, ऊर्जस्विन् वि० शक्तिमान; पराक्रमी; तेजस्वी ऊजित वि० समर्थ; बळवान (२) श्रेष्ठ ; उच्च ; भव्य (३) वृद्धियक्त; चडियातुं (४) न० सामर्थ्य ; शक्ति ऊर्ण न० ऊन (२) ऊन- वस्त्र ऊर्णनाभ, ऊर्णनाभि, कर्णपट पुं० करोळियो वच्चेनी वाळनी रेखा ऊर्णा स्त्री० ऊन (२) आंखनी भमरो ऊर्णायु वि० ऊन- (२) पुं० घेटो (३) करोळियो (४) ऊननो कामळो ऊर्गु २ उ० ढांक; संताडवू; वींटाळवं ऊर्ध्व वि० ऊभु; ऊंचु; उपरतुं (२) सीधुं; टटार (३) ऊंचु करेलु; उन्नत (४) न० उच्चता; ऊंचाई ऊर्ध्वकाय पुं०, न० शरीरनो उपलो भाग ऊर्ध्वग, ऊर्ध्वगति, ऊर्ध्वगामिन् वि० ऊंचे जनारं; चडनाएं ऊर्ध्वजानु, ऊर्ध्वज्ञ, ऊर्ध्वजु वि० ढींचण ऊंचा करीने बेठेलू ऊर्ध्वदेह पुं० मरण पछी थनारो देह (२) मरण पछी करवानी एक क्रिया ऊर्ध्वबाहु वि० ऊंचा हाथ करेलु ऊर्ध्वम् अ० ऊंचे (२) मोटेथी; मोटा ___ अवाजे (३) पछी; पछीथी। ऊर्ध्वमुख वि० ऊंचा मोवाळु; उपरनी बाजुए ऊघडतुं ऊर्ध्वरेतस् वि० जेना वीर्य- पतन थतुं नथी एवं; नित्य ब्रह्मचर्य पाळनारं ऊमि पु० स्त्री० भोजु ; तरंग (२)प्रवाह (३) लागणीनो तरंग; उत्कंठा; संकल्प ऊर्मिमालिन् पुं० समुद्र; महासागर (तरंगो रूपी माळाओवाळो) ऊर्व पुं० वडवानल (२) वादळ (३) समुद्र (४) पितृओनो एक वर्ग ऊर्वरा स्त्री० जुओ 'उर्वरा' ऊलूक पुं० जुओ 'उलूक' ऊपर वि० खाराशवाळं (जमीन) (२) पुं०, न० ऊष्म, ऊष्मन् पुं० जुओ 'उष्म', 'उष्मन्' ऊष्मोपगम पुं० उनाळो कह १ उ० तर्क करवो (२) मानवं; धारवू; अपेक्षा राखवी (३)विचारणा करवी अह पुं० तर्क ; कल्पना (२) परीक्षण; _ विचारणा (३) अध्याहार ऊहापोह पुं० चर्चा; विचारणा ऋ. १५० [ऋच्छति जQ (२) ३ ५० [इति] जवु (३) मळवू; मेळव, (४) ऊंचं चडावQ (अवाज) (५) ५ प० ऋणोति] ईजा करवी(६)हुमलो करवो -प्रेरक० [अर्पयति] नाखवू ; फैकवू; मकवू (२) आप; सोपवू (३) पार्छ आपq (४) वींधवं ऋक्थ न० धन; मिलकत ऋक्ष पुं० रीछ (२) पुं०, न० नक्षत्र (३) पुं० ब० व० सप्तर्षिना तारा ऋक्षराज पुं० रीछोनो राजा; जांबुवान (२) चंद्र (नक्षत्रोनो राजा) ऋग्वेद पुं० चार वेदोमांनो पहेलो वेद ऋग्वेदसंहिता स्त्री० ऋग्वेदनी ऋचा ओनो व्यवस्थित संग्रह ऋच् स्त्री० ऋग्वेद (२) ऋग्वेदनी ऋचा; मंत्र (३) स्तुति ; स्तोत्र (४) पूजा (५) शोभा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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