SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 328
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शम्ब-शयानक शब्दरत्नमहोदधिः। १९६३ शम्ब (भ्वा. प. सेट-शम्बति) ४. (चु० पर०-शम्बयति) | शम्भु . (शं मङ्गलं भवत्यस्मात्, शम+भू+दु) शिव, એકઠું કરવું, ઢગલો કરવો. विष्प, हासिद्ध, घोगा 4033ld, 3 (त्रि. शम्ब पुं. (शम्+ उणा० वन्) 4%४, भूसण समागम शम्+भू+डु) वृद्ध, ५२. २j साईं, सोढानो हो, सीधुं मेंय (त्रि. शम्भुतनय, शम्भुतनुज, शम्भुनन्दन, शम्भुपुत्र, शम्ब्+अच्) प्रसन्न, भाग्यवान, हरिद.. शम्भुसुत, शम्भुसूनु पुं. (शम्भोः तनयः शम्भोः शम्बर न. (शम्+अरन्) , व्रत, धन, यित्र, भौद्धन तनुजः/शम्भोः नन्दनः/शम्भोः पुत्रः/शम्भोः सुतः। मे व्रत. (त्रि.) श्रेष्ठ. (पुं. शम्ब्+अरन्) मे शम्भोः सूनुः) पति, पति स्वाभी.. तनो भृश, ते. ना. . हैत्य, मे. तनु भाछो, | शम्भुप्रिय, शम्भुवल्लभ न. (शम्भोः प्रियम्/शम्भोः તે નામે પર્વત, તે નામે એક જિનદેવ, યુદ્ધ, ચિત્રાનું वल्लभम्) धो भण. (त्रि. शम्भोः प्रियः, जा3, सोधनु, 13, साहार्नु, काउ. शम्भोर्वल्लभः) शिव, ब्रहमा, विष्णने प्रिय. शम्बरकन्द पुं. (शम्बरनामकः कन्दः) 415038. शम्भुप्रिया, शम्भुवल्लभा स्त्री. (शम्भोः प्रिया/शम्भोः शम्बरचन्दन न. (शम्बरस्य चन्दनः) २५२ पर्वतर्नु वल्लभा) दुहवी, पार्वती मालदी. यंहन. शम्या स्त्री. (शम्यतेऽनया, शम्+यन्+टाप्) मुंगीन शम्बररिपु, शम्बरशत्रु, शम्बरसूदन, शम्बरहन्, जीत, संगीतप्रसिद्ध भाण, 532, 3 यशपत्र. शम्बरहन्त, शम्बराराति, शम्बरारि पुं. (शम्बरस्य । शम्यापात पुं. (शम्यायाः पातः) 4133न ५७. रिपुः शम्म्बरस्य शत्रुः शम्बरमसुरं सूदयति हिनस्ति, शय (शेते सर्वमस्मिन्निति प्रायो वस्तुनः पराधीनत्वान्, सुद् + ल्यु/शम्बर हन्ति, हन् क्विप्/शम्बरं हन्ति, शी+अच्) हाथ, सर्प, शय्या, पथारी- रात्रिजागरपरो हन्+तृच्/शम्बरस्य अरातिः शम्बरस्य अरिः) शं५२ दिवाशयः-रघु० १९।३४। निद्रा ५९.. નામના અસુરનો શત્રુ કામદેવ. शयण्ड त्रि. (शी+अण्डन्) निद्राणु, सूई ४-८२.. शम्बरी स्त्री. (शम्बर+स्त्रियां जाति० ङोष्) 6४२.51 / शयथ पुं. (शेते इति, शी+णा० अथ) २५४१२, मृत्यु, વનસ્પતિ. मूंड, २, भा७j (त्रि. शी+अथच्) Gघसी.. शम्बल पुं. न. (शम्ब्+कलच्) sist, तीर, 37, शयथी स्त्री. (शयथ+स्त्रियां जाति० ङीष्) भूउ80, भुसारीमावान मातुं, मत्सर, द्वेष. हुरी, मादी. शम्बाकृत त्रि. (शम्बं कृष्टमप्यनुलोममाकृष्यते- | शयन न. (शी+भावे ल्युट) सू, सूई ४, निदा, शम्ब्+कर्षणार्थे-डाच्+कृ+क्त) सास-सवणु.२ शय्या, पथारी-शयनस्थो न भुञ्जीत- मनु० ४।७४ । ખેડેલું ખેતર વગેરે. . मैथुन. शम्बु, शम्बुक, शम्बुक्क पुं. (शम्ब्+ उन्/शम्बु+स्वार्थे | शयनास्पद न. (शयनस्य आस्पदम्) सूवान स्थ, कन्) ५.नी. छी५, ते ना. रामायप्रसिद्ध में सूवानी मोर... शूद्रता५स, शंभ, ते. ना. . हैत्य, थाना | शयनीय त्रि., शयनीयक न. (शी+आधारे अनीयर् / ગંડસ્થળનો એક ભાગ, હાથીની સૂંઢનો અગ્રભાગ. | ___ शेतेऽस्याम्, शी+अधिकरणे अनीयर्/शयनीय+स्वार्थे शम्बू पुं. स्त्री., शम्बूक (शम्ब+उन्+कू वा/शम्बू+स्वार्थे | कन्) सूवा 4045 शय्या, ५थारी- परिशून्यं शयनीयमद्य कन्) ५.एन. छी५. मे-रघु० ८।६६।-कान्तासखस्य शयनीयशिलातलं तेशम्भ त्रि. (शमस्त्यस्य, शम्+भ) अख्यावा. उत्तर० ३।२१। शम्भल (पुं.) ते नामे में. याम-यो विष्णुनी । शयनीयैकादशी स्त्री. (शयनस्य एकादशी) आषाढ કલ્કિઅવતાર થશે. સુદ અગિયારશ. शम्भली स्रो. (शम्भल+स्त्रियां जाति० ङीष्) दूती, | शयान त्रि. (शी+अनच्) सूंतु, चतुं. छुट्टए स्त्री. शयानक पुं. (शी+आनन्, ततः कन्) सप, १४॥२, शम्भव (पुं.) त्री छैन तीर्थं४२. अयं32, 318132. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016069
Book TitleShabdaratnamahodadhi Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktivijay, Ambalal P Shah
PublisherVijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad
Publication Year2005
Total Pages562
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy