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________________ पुष्पकाल-पुष्पफल शब्दरत्नमहोदधिः। १४३५ पुष्पकाल पुं. (पुष्पस्य काल:) स्त्रीना २६शननो | पुष्पध (पुं.) . तनl uतिमलिष्कृत पाएनो. समय. (पुं. पुष्पप्रधानः कालः) वसन्त.51, पुत्र. સમયમાં ફૂલ ઘણાં નિપજે છે તે સમય. पुष्पधी स्री. (पुष्पध+ङीप्) ulne. मलिष्कृत. थये.६. पुष्पकासीस न. (पुष्पमिव कासीसम्) में तनी सनी पुत्री. २.सी. धातु. पुष्पधारण पुं. (पुष्पं धारयति, धारि+ ल्यु) (नेश्वर पुष्पकीट पुं. (पुष्पप्रियः कीटः) (ममी, समा २७८ भगवान, विष्णु. डी. पुष्पधारिन् पुं. (पुष्पं धारयति, धृ+णिनि) ८. पा२५८ पुष्पकेतु न. (पुष्पस्य नेत्ररोगविशेषस्य केरिव) २नार. કસમાંજન, ફૂલમાંથી બનાવેલ એક અંજન-સરમો. पुष्पनिक्ष, पुष्पन्धय, पुष्पलिह, पुष्पलिह पुं. (पुष्पं पुष्पगण्डिका (सी.) गुहाभैथुन, सृष्टि विरुद्ध भैथुन. निक्षति, निक्ष् चुम्बने+अण्/पुष्पं धयति, धेट पुष्पगिरि, पुष्पचय, पुष्पावचय पुं. (पुष्पमयो गिरिः। पाने+खश् मुम्/पुष्पं लेढि, लिह+क्विप्/लिह+क) पुष्पाणां चयः/पुष्पाणामवचयः) भूसन पर्वत, दूसना मभरो. गतो, दूस मे58i 5२di . पुष्पनिक्षी, पुष्पन्धयी स्त्री. (पुष्पनिक्ष+स्त्रियां जाति. पुष्पघातक पुं. (पुष्पं हन्ति, हन्+ण्वुल्) diस.. __ङीष्) भमरी. (त्रि. हन्+ण्वुल् घातकः, पुष्पाणां घातकः) दूसना पुष्पनिकर, पुष्पनिचय पुं. (पुष्पाणां निकरः/पुष्पाणां નાશ કરનાર. निचयः) दूसनो समूह. पुष्पचामर पुं. (पुष्पं चामर इव यस्य) भीगर्नु , पुष्पनेत्र न. (पुष्पनिर्मितं नेत्रम्) रुपनु बनावेद नेत्र.. नेतर्नु उ. पुष्पन्धय पुं., त्रि. (पुष्पं धयति, धेट पाने+खश् मुम्) पुष्पज न., पुष्पद्रव, पुष्पनिर्यास, पुष्परस, पुष्पभव सनी २स. पान॥२ ममरो-मधमाजी... पुं. (पुष्पाज्जायते, जन्+ड/पुष्पाणां द्रव इव/पुष्पाणां पुष्पपत्र न. (पुष्पस्य पत्रम्) दूसनी पासेन नj ५i. निर्यासः/पुष्पाणां रसः । पुष्पाद् भवति, भू+ पुष्पपत्रिका स्त्री. (पुष्पपत्र+कन्+टाप, कापि अत अच्) दूसनो रसमय, म.5२६ (त्रि.) समांथी. उत्पन्न __इत्वम्) 5 तर्नु . थयेल- पलानि षट् पुष्परसस्य चापि विनिक्षिपेत् पुष्पपथ पुं. (पुष्यस्य स्त्रीरजसः पन्थाः सरणिः) स्त्रीने तत्र विमिश्रयेच्च-भावप्र० । અટકાવ આવવાનું દ્વાર, સ્ત્રીયોનિ. पुष्पद पुं. (पुष्पं ददाति, दा+क) 3, वृक्ष. (त्रि.) | पुष्पपाण्डु पुं. (पुष्पवत् पाण्डुः) मे तनो स.. ફૂલ આપનાર માળી વગેરે. पुष्पपिण्ड पुं. (पुष्पाणां पिण्ड इव) सोपालवन पुष्पदंष्ट्र पुं. (पुष्पमिव दंष्ट्राऽस्य) मे तनो ना. उ. पुष्पदन्त पुं. (पुष्पमिव दन्तो यस्य) वायुओएमा २९ पुष्पपुर न. (पुष्पवत् पाटलिपुष्पयुक्तं तद्वत् शोभाजनक તે નામનો દિગ્ગજ, તે નામે એક વિદ્યાધર, તે નામે वा पुरम्) पाटलिपुत्र ना२, कुसुमपुर, बर्नु पटना नवम हैन तीर्थ:२- सुविहिं च पुष्फदंतं-लोगस्ससूत्रे । शडे२- प्रासादवातायनसंश्रितानां नेत्रोत्सवं पुष्पते नामनो . शिवनो गरा- प्रसादविचकः शम्भोः पुराङ्गनानाम्-रघौ ६।२४।। पुष्पदन्तो गणोत्तमः-कथासरित्सागरे १।४९। ते. पुष्पप्रचय पुं. (पुष्प+प्र+चि+अच्) डाथ. वग२. 40.55 નામનો નાગ, તે નામનો વિષ્ણુનો અવતાર, શહેરના વગેરે સાધનથી ફૂલ લેવાં તે, ચોરીને ફૂલ લેવાં તે. દ્વારનો અધિપતિ. पुष्पप्रचाय पुं. (पुष्प+प्र+चि+घञ्) यवती ड्रेस पुष्पदन्तक पुं. (पुष्पदन्त+संज्ञाया कन्) मडावनी व ते. स्तुति. -'शिवमहिम्न' स्तोत्रमा २यनार, गन्धर्व- पुष्पप्रचायिका स्त्री. (पुष्प+प्र+चि+ण्वुच्+टाप् अत ___इत्वम्) अनु. स. वीei-yeai. पुष्पदामन् न. (पुष्पनिर्मितं दाम) दूसनी. भात, ते. पुष्पफल पुं. (पुष्पयुक्तं फलमस्य) 6y 3, मानो નામનો એક છન્દ. वेतो. विद्वान्. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016068
Book TitleShabdaratnamahodadhi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktivijay, Ambalal P Shah
PublisherVijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad
Publication Year2005
Total Pages838
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size23 MB
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