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________________ १७० शब्दरत्नमहोदधिः। [अरण्यकुसुम्भ-अरण्येऽनूच्य अरण्यकुसुम्भ पु. (अरण्यस्य कुसुम्भः) 40. सुंगी. | अरण्यमार्जार पु. (अरण्ये मार्जारः) रानी. ल.दा, अरण्यगज पु. (अरण्यस्थो गजः) nc. Stथी, ७3 0 . लि . ફાટેલો હાથી. अरण्यमुद्ग पु. (अरण्यस्य मुद्गः) दी. भृ. अरण्यगान न. (अरण्ये गीयते कर्मणि ल्युट०) सामवेहनी. अरण्ययान न. (अरण्ये यानम्) अयोग्य समये. वनम અંદર આવેલું જંગલમાં ગાવાનું એક ગાન. अरण्यघोली स्त्री. (अरण्यजा घोली) 9.5 तनी.cl. अरण्यरक्षक पु. (अरण्ये रक्षकः) नो वाण. मा. अरण्यराज पु. (अरण्यस्य राजेव) गलनो २०%1-सिंह. अरण्यचटक प. (अरण्यस्य चटकः) ,गली यसो. अरण्यराशि पु. (अरण्यसंज्ञकः राशिः) योतिषशास्त्र अरण्यचन्द्रिका स्त्री. (अरण्ये चन्द्रिका इव निष्फला પ્રસિદ્ધ સિંહ રાશિ. द्रष्टुरभावात्). गलमा यांहीना ठेभ. नि.क्षण अरण्यरुदित न. (अरण्ये रुदितम्) ४ i २७॥ सां.२.-अन्यथाऽरण्यचन्द्रिका स्यात्-मल्लिनाथः જેવું નિષ્ફળ કોઈ કર્મ, ફળ વિનાની ક્રિયા. कु० ७।२२ भांटि . अरण्यवायस पु. (अरण्यस्य वायसः) 10. गो, अरण्यचर त्रि. (अरण्ये चरति चर्+ट) वनय२, *140. રાની કાગડો. अरण्यज त्रि. (अरण्ये जायते जन्+ड) वनम त्यत्र अरण्यवास पु. (अरण्ये वासः) वनवास, . थना२. याल्या ४. अरण्यजार्द्रक न. (अरण्यजं आर्द्रकम्) 10. आहु. अरण्यवासिन् त्रि. (अरण्ये वसति वस्+णिनि) Avi अरण्यजार्द्रका स्त्री. (अरण्यजा आर्द्रका) 10. आहु. २।२ मुनि. वगैरे, वनवासी, वानप्रस्थी.. अरण्यजीर पु. (अरण्यस्थं जीरम्) रानी. १०२. अरण्यवासिनी स्त्री. (अरण्ये वसति वस् णिनि डीप्) अरण्यजीव त्रि. (अरण्येन तद्भवफलादिना जीवति | में तनो , गरम २3नारी स्त्री.. जीव-क) Mi 51. वगैरे 6५२ व-२. अरण्यविलाप पु. (अरण्ये विलापः) ॐबम २६न. अरण्यतुलसी स्त्री. (अरण्ये भवा तुलसी) मा तुलसीनी. २.. જાતિનો છોડ ઊંચાઈમાં ૪-૬ ફૂટનો હોય છે. अरण्यशालि पु. (अरण्यभवः शालिः) l योv. मायुर्वेमा नi uisi ad, ई, भू२७, वमन, अरण्यशूकर पु. (अरण्यस्य शूकरः) 10. २. અક્ષિરોગ, પ્રદાહ, વિસર્પ, પથરી રોગમાં લાભદાયક अरण्यश्वन् पु. (अरण्ये श्वेव हिंस्रः) . હોય છે. એના પાંદડાંના રસથી સુખપૂર્વક પ્રસૂતિ अरण्यषष्ठी स्त्री. (अरण्याय गन्तुं षष्ठी) येष्ठ शुद्धी થાય છે. આ તુલસી નેપાળ, આસામ અને બંગાળ 96. વગેરેમાં મળી આવે છે. अरण्यसभा सी. (अरण्यस्य सभा) 14-1. 2... अरण्यधर्म पु. (अरण्ये आचरणीयो धर्मः) वानप्रस्थधर्म. | अरण्यसूरण पु. (अरण्ये भवः सूरणः) 40. सू२५.. अरण्यधान्य न. (अरण्यस्य धान्यम्) 30. धान्य, | अरण्याध्यक्ष पु. (अरण्यरक्षणे अध्यक्षः) नो. अना४. . २जेवाण. अरण्डपण्डित पु. (अरण्ये पण्डितः) भू, भूट मानवी, | अरण्यानी स्त्री. (महदरण्यं ङीप् आनुक्) भौटुं द.. જે જંગલમાં જ પોતાનું પાંડિત્ય બતાવે, જ્યાં કોઈ | अरण्यायन न. (अरण्ये अयनमत्यस्य अच्) Ahi रोनार, टोनार न होय. વાનપ્રસ્થ ધર્મ પ્રમાણે વસવું તે. अरण्यपति पु. (अरण्यानां अरण्यस्थानां पतिः) अरण्येतिलक पु. (अरण्ये तिलकः) २रानी. त. १. रुद्रदेव, २. पा२३. शि... वगेरे. अरण्येऽनूच्य त्रि. (अरण्ये अनूच्यः यस्य) मात्रा वनमा अरण्यभव पु. (अरण्ये भवति भू+अच्) Lawi ભણવા યોગ્ય મંત્રથી સંસ્કાર યુક્ત કરેલ પુરોડાશ. थना२. अरण्येऽनूच्य पु. (अरण्ये अनूच्यः) मात्र नभ मावा अरण्यमक्षिका स्त्री. (अरण्यस्य मक्षिका) iस... योग्य मंत्र. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016067
Book TitleShabdaratnamahodadhi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktivijay, Ambalal P Shah
PublisherVijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad
Publication Year2005
Total Pages864
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size23 MB
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