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________________ सुसमा अंगसुत्ताणि शब्दसूची सुसमा[सुषमा]आ०१५।३.ठा०१।१२६, १३९; २।३०६, सुसिलिट्ठ [सुश्लिष्ट] भ० ११११३३. नाया० १११२४, ३१७; ३।६०, ६२,१०६से १११, ६।२३,२४; ७७०, ८६. पण्हा० ४७ १०।१४१. भ० ६।१६४; २५॥३२६ से ३३१,३३३ सुसीमा [सुसीमा] ठा० २।३४१; ८।५३।१, ७४.सम० सुसमाहर [ सु+सं+आ+ह ] --सुसमाहरे, सू० ०५।२, ३८ ११८२१ सुसील [सुशील ] सू० २।२।६३, ७१; २७।२३, २४. ससमाहि [सुसमाधि ] सू० १।३।७७ ___ठा० ३।१३६, ३१६ सुसमाहितलेस [ सुसमाहितलेश्य ] आ० ८।८१ सुसुज्ज [सुसूर्य ] सम० ६।१७ सुसमाहिय [ सुसमाहित ] भ० २५।५७८ सुसूर [सु सूर] सम० ५।१६ सुसमिय [ सुसमित ] सू० १।१६।६ -सुसूरेइ, नाया०१।१६।२८६ सुसर [ सुस्वर ] सम० १०।२२ सुसूरेत्ता [सुसूर्य] नाया० १।१६।२८६ सुसवण [सुश्रवण ] पण्हा० ४१७ सुसेण [सुषेण] विवा० ११४१६, २५, २८ से ३० सुसागय [ सुस्वागत ] भ० २।३६ सुसेणा [सुषेणा] ठा०५।२३३; १०।२६ सुसागर [ सुसागर ] सम० १।४३ सुसेह [सु+सेध ] -सुसेहंति, सू० १।३।२६ सुसाण [श्मसान] आ०८।२१, २३; ६।२।३. ठा०५।२१, सुस्समण [सुश्रमण ] आ० चू० १६।४ २२; १०।२१. नाया० १।२।११. अंत० ३।८७ से ८६, सुस्सर [सुस्वर] पण्हा० ४१७; ६।१०; १०।१४ १०१. पण्हा० ३१९८९ सुस्सरनाम [सुस्वरनामन्] सम० २८।५; ४२।६ सुसाणकम्मंत [श्मशानकर्मान्त] आ० चू० २।३६ से सुस्सरा [सुस्वरा] ठा० ४।१७३. भ० १०।८६. नाया० ४२; ३।४७; ४।२१, २२ २।५।२।४ सुसाणगिह [श्मसानगृह] भ० ३।२६८ सुस्सवण [सुश्रवण] पण्हा०४१६ सुसामण्ण [सुश्रामण्य] भ० २।५५, ६५. नाया० सुस्सूस [शुश्रूष्] -सुस्सूस, आ० ६।२४ १।१।१६४ सुस्सूसग [शुश्रूषक] भ० ८।२४२ सुसामण्णता [सुश्रमणता] ठा० १०।१३३ सुस्सूसणया [शुश्रूषणा] भ० १७।४८ सुसामाइय [सुसामायिक] सू० १।१६।६ सुस्सूसणा [शुश्रूषणा] भ० २५।५८४, ५८५ सुसामाण [सुसामान] सम० १७।१८ सुस्सूसमाण [शुश्रूषमाण] आ० ६।१०२.सू०१।६।३३; सुसारक्खिय [सुसंरक्षित] भ० १५१८६. नाया० २।१।६७, २।२।५१. भ० १११०, २।४३, ६६; १।१।१७ ३।१३,२८३; 8१४६; १११८५, १६५; १२।३६% सुसाल [सुशाल ] सम० १८१५ १४।१३२,१५॥१३, १८।१४४. नाया० १।१७, ६६, सुसाहिय [सुसाधित] पण्हा० ६१ २०४; ११।१७; १।२६% १३१४१८५,२।१।४. सुसाहु [सुसाधु] सू० २।२।६३, ७१; २।७।२३, २४. उवा०११५, २०, ४६; २११०, ३।१०,४।१०।१०; नाया० १११३॥४५॥१. पण्हा० ६।१७ से २१; ६।३, ६।१०; ७.१५, ३५; ८।११, ६।१०; १०।१०. अंत. ११; १०।११ ३३६१. विवा० १११।२५ सुसिक्ख [सु+शिक्ष् ] -सुसिक्खएज्जा, सू०१।१४।२५. सुस्सूसा [शुश्रूषा] अंत० ३।३७ -सुसिक्खंति,सू०१।८।४.-सुसिक्खे, सू० १।१४।१ सुह [सुख] आ० २।६३; ८।६१, ८४, ११०, १३०. सुसिक्खिय [सुशिक्षित] ठा० ७।४८।४ सू० १।१२८, २६, ६५; ११५४; ११७१८, १६; सुसिणिद्ध [सुस्निग्ध] पण्हा० ४।८ शा२८; २११५०, ५१; २।२।३४, ३५. ठा० ।२।२१६, २१७. सम०१६।१२ २१७५४।२५०.सम० प्र०६४,६६,६६. भ०२।१५, ७७५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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