SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 665
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ वायस आगम शब्दकोश बावण्ण बायस [वायस] आ० ६।४।१०.आ० चू० ११६१. उवा. १०।२६ ७५०.पण्हा० ११६,२६ ; ३।५ वारुणी [वारुणी] ठा० ८६८।२; १०।३१।१. सम०प्र० वायसंगहिय [वातसंगृहीत] सू० २।३।८५ २३३।१. भ०१०।४११,७; १३१५१३१. पण्हा०१०।१७ वायसंसिद्ध [वातसंसिद्ध] सू० २।३।८५ वारेउ [वारयितुम् ] सू० १।३।२४ बारामपरिमंडल वायसपरिमंडल] सू० २।२।१८ वाल [वाल] आ० च० १३१३७,७४; १४१३७, ७४. स. वाया[वाच् ] आ० ८।५.आ०चू० ३।२२; ४।१; १६।२. २।२।४. ठा० २।२४०।२, ३, ७।३१. नाया०१।१।२४, __ सम०१८।१.पण्हा० २।१४ ३३, ६५, १३५; १।१६।२५८; १।१७।३३. पण्हा० वायाम [व्यायाम] भ० १४१३; १९।३४, ३५, नाया० ११११, ३७. विवा० १।८।१६ ११२४. उवा० ७.५० वाल [व्याल] भ० २।५२,६।१५०,१७७, २१४,१४११०६; वायावच्च [प्राजापत्य ] सम० ३०१३ १५२६६.नाया० १।१।१७. २०६; १।२।४, ६. पण्हा० वायु [वायु] नाया०१।५।३५; १।११।१०।३ ३६ वायुकुमार वायुकुमार] ठा० १।१५०;२।२१०.भ०१७।६३ वालग[वालक] पानविशेष, आ० चू १।१०४ वायुकुमारिंद[वायुकुमारेन्द्र ] ठा० २।३६१ वालग[व्यालक ] भ० ११।१३८, १५६. नाया०१।१।२५, वायुभूइ [वायुभूति] भ०३।१३, १५, २०, २४ ८६, १२६; ११८१४६ वायुभूति [वायुभूति] सम० १११४. भ० ३८ से १० वालग्ग [बालाग्र] ठा० २।४०५।१ भ०६।१२५, १३४ वार[वार] ठा० ६१७१; ,नाया० १।६।४,५, ६ वालय [वालज] विवा० १।६।१८, २३ वार द्वार] सम०३३।२. नाया० १।२।२८ । वालवीअणी [बालवीजनी] ठा० ५।७२ वारंवार [वा वार] नाया० १११६।१८३ वालवीयण [बालवीजन] भ० १३।१०२ वारग [वारक] उवा० ७।२२ वालिहाण [बालधान] भ०६।१४१. नाया० १।३।१०. वारण [वारण] पण्हा० ४।७ ___ उवा० ११४७;७।३३ वारत्त [वारत्त] अंत० ६।२, ६५ वालुअप्पभा [वालुकाप्रभा] ठा० ७।२४; ८।१०८ वारय [वारक] नाया० १।१६।७.उवा० ७७ वालुक [वालुङ्क] अणु० ३।५० वारवइ [द्वारवती] पण्हा० ४१५ वालुय [वालुका] सू०१।५।२०. ठा०४१३५४,३५५.सम० वारस [द्वादशन् ] पण्हा० १०।१ १५।१२. भ० ३।२५६।२ वाराह [वाराह ] सम० प्र० २३२।२, २४२।३ वालुयत्त [बालुकात्व] सू० २।३।६७ वारि [वारिसम०३०।१।१. भ०६।२३; ६।१८६,२१३; वालुयप्पभा [वालुकाप्रभा] ठा० ३।१२७, ७/१२) १३।११८.नाया०१।१।३३,१२७,१२८,१४८,१।२।३७, १०८०. अंत० ५।१६ ___३८, ५२,५३ ; ११५॥३३, ५५, ६०, ६१. पण्हा०१।३० वालु या [बालुका] सू०२।३।६७, भ० ६।१७७ ; ११।६४, वारिय [वारितवत्'] सू०१।६।२८ । १३३, १२।१२८; १५२१०१. नाया० शश१८, ८६, वारिया [द्वारिका] आ० चू० ११।१६ ११२, ११३ वारिया वारयित्वा] सू० १।६।२८ वालुयाकवल [वालुकाकवल ] अंत० ३७२, ७३ बारिसेण[वारिण] सम० प्र० २४८।५. अंत० ४१२,६; वालु यासंथारय [वालुकासंस्तारक] भ० १४११०६ ५।११. अणु० ११४ वाव [वि+आर] –वावेह, नाया० १७१० वारिसेणा[वारिषेणा] ठा० ४।३३६ ; ५।२३३,८६६१; वावड [व्यावृत्त] पण्हा० २०१३ वावण्ण [व्यापन्न] नाया० १८४२; १।१२।३. पण्हा. १. यहां वत् प्रत्यय अध्याहार्य है। १।२३; १०।१७, विवा० ११११३६ ६५० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy