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मोहणिज्जट्ठाण अंगसुत्ताणि शब्दसूची
रक्खेत ६।४६,६८; १४।१६ से २० ; १६।६१;२५।३६२,३६६, मोहदंसि [मोहदर्शिन् ] आ० ३।८३ ४००,४०१, ४५६।५; २६।२१, ५४; ४०।१. पाहा. मोहर [मौखर] ठा० १०।१३७. पण्हा० १०७ १०।१
मोहरिय [मौखर्य] ठा० ६।१०२. उवा० १।३६ मोहणिज्जदाण[ मोहनीयस्थान] ठा० १०।११५ मोहिय [मोहित] सम०प्र०६०.नाया०१६।३६,४१,५४१७; मोहणीयठाण [मोहनीयस्थान] सम० ३०।१
१।१२।४६।१. पण्हा० ३।१३; ४।३; ५२८
य[च] आ० ११६. आ० चू० ११२.सू०१।१।६.ठा०१।२४८. यल तल] भ० ११११३३
सम०६।१. भ० १।२।१. नाया० १।१।८. उवा० ११६. या [च] भ०१।२१२।१
अंत०१११६.अणु०११४.पण्हा० १११।३. विवा०१।११५ याअ/तात] अंत०६।३५, ३७, ६०, ६२, ६४ यज्जुब्वेद [यजुर्वेद] नाया० १।८।१३६
याइं अ[दे०] नाया० १८८५ यज्जुब्वेय [यजुर्वेद] विवा० १।५।६, १३
याण[ज्ञा]-याणति, ठा०७।७८.भ०१।४२३.-याणसि, ०६।११३, ८।१०५, १२५
नाया० १।१६।२४३.-याणामि, नाया० ११११४६. यत्थ[यत्र] नाया० १।१३।२४
उवा० ३।४४.-याणामो, भ० २।२ यम[यम] ठा० २।३२४
रइ[रति] आ०३।७; ६।२।१०.सू०१।६।११।२।२।६०.सम० रंग [ रक्त'] ठा०६।२२।६ प्र०२३३॥१.नाया०१।११८८,१५८,११३०८११७।४४।१०;
प० २४५।१ शहा२१से २४.विवा०१।२७,६२,१।४।२६
रंगत [रङ्गत् ] पण्हा० ३।२३ रइत[रचित] पण्हा० ४।८
रंगट्ठाण [रङ्गस्थान भ० ११।११२ रइप्पिया रतिप्रिया] भ० १०८६. नाया० २।५।२।३ रंगण [ रंगन, रञ्जन] भ० २०१७ रइय [रचित ] सम०प्र० १४४, २४१. भ० ५॥१४०; रंगमज्झ [ रङ्गमध्य ] ठा० ७।४८।४. भ० ६।२०८
७१७७, १८६ ; ६।२०४. नाया० १।१।१८, २४, ३३, रंधंतिया [रन्धयन्तिका] नाया० ११७।२६ ६५, ८६, ११२, ११३; ११८७२; १।१६।१८५,२५८. रभा| रम्भा ठा० ५।५६. भ० १०१७४. नाया०२।२।२ अंत० ३।७२, ७३. पण्हा० ४।४,५
रक्खंत [रक्षत्] भ० ६।२०४ रइय[रतिद]नाया० ११११३४. पण्हा० ४।४, ७, ८ रइल्लिय' [रजस्वत्] भ०६।२३
१. छंदोदृष्ट्या दीर्घत्वम् । रउस्सला [रजस्वला भ० ७।११७
२. अस्थि ='याई' इति द्वे अव्यये पदे। 'आई' इति अव्यय रएत्ता[रचयित्वा] भ० १११६४. नाया०१।१६।१५५ पदम् । 'अत्थि' पदस्य योगे 'याई' इति जातम। रओहरण[रजोहरण] सू०१।४।३७.पण्हा०८।५,६,१०।१० ३. रग्ग (हे ०२।१०) = रुग्ण = संस्कृत रक्त है, इसी से
सम्बन्धित रगअ है (=कोसम्भवस्त्रः पाइय० २६१%, १. पादपूतों वाक्यालङ कारे वा।
देशी०७,३); उदाहरण केवल रत्त के मिलते है।
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