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________________ परिवाडी आगम शब्दकोश परिसप्प ३०८ परिवेस[परि+विष्]–परिवेसिज्जइ, नाया०१।८।२००. परिवाडी [परिपाटी] नाया० ११८२० से २४. अंत० –परिवेसेइ, नाया० १॥२॥३८ __ ८८ से ११, २०, २१, २७ परिवेसंतिया [परिवेषयंतिका] नाया० ११७।२६ परिवाय [परिवाद] पण्हा० ८६ परिवेसेमाण [परिवेषयत् ] नाया० १।८।१६६ परिवायय [परिव्राजक ] आ० चू० १।३२ परिव्वय [परि+वज्] -परिव्वए, आ० २।१०८.आ० परिवार [परिवार] सू० २।२।३, ८, १६. ठा० ४।५४२. चू०१६।७.सू०१।११७८. –परिव्वएज्जा,सू०१।१०।१०. सम० ७७३, ८८।१; प्र० २२७।२. भ० २।६५,१२०; -परिव्वएज्जासि, सू० १।१।८८.-परिव्वयंति,आ० ३१४, १४, १७,११२; ६।११४; ६।४,१४६;१०।६५; श६२ ६६, ७०, ७४ से ७६,७६ से ८६, ६१ से १३,१२।३६; परिव्वाइगा [परिव्राजिका] नाया० १।८।१४१ १४।७४,७५; १६।१२१.नाया०१।१४।४०,१।१६।११. परिवाइया [परिव्राजिका] सू० २१७।१६. नाया० १४; २।१।१०. उवा० २।४० १८।१३६, १४०, १४३ से १४५, १४७, १४६,१५०, परिवारण [परिवारण] पण्हा० १।३० १५४, १५५ परिवारिय [पारिवारिक ] सम०प्र० १४४ परिव्वाय [परिव्राज] भ० १४।१०६ परिवारिया [परिवार्य] सू० १।३।१६ परिवायग [परिव्राजक] भ० १।११३; २।२४, ३३ ; परिवाल [परिवार] भ० ७११६ ११।१८६, १८६, १६३ से १९७; १४।१०७ से ११२. परिवाविया [परिवापिता] ठा० ४१५७६ नाया० ११२६५, ६८, ७० परिवासिय [परिवासित] आ० चू० १३१ परिव्वायगावसह [परिव्राजकावसथ] भ० २।३१; परिविच्छय [परिविक्षत] सू० १।३।२ ११।१८८, १६५ परिवित्तस [परि+वि+त्रस्] -परिवित्तसंति, आ० परिवायय [परिव्राजक] सू० २।७।१६. ठा० ६।६१. ६।१११. -परिवित्तसेज्जा, आ० ६।११० भ० १५॥१५, ४५. नाया० ११२५२, ५३, ५५ से ५७, परिविद्धंस [परि+वि+ध्वंस्] -परिविद्धंसति, भ० ७१, ७६, ८० परिवायावसह [परिव्राजकावसथ] भ० २।३१ परिविद्धत्थ [परिविध्वस्त] सू० २।३।२ से १००. भ० परिसअ [परिषद् ] सम० ३०।१।६ १६।५२ परिसंकमाण [परिशंकमान ] स १।१०।२० परिवुड [परिवृत] आ० चू० १५।१४. भ० ६।१२२; परिसंकित [परिशङ्कित] पण्हा० ३।५ १२।५२. नाया० १।५।२७; १।१६।४४, ५०. उवा० परिसंखाय [परिसंख्याय ] सू० ११७।२० ७।४२. विवा० १।२।५४; ११३।५५; १।६।२८,१७।२३ परिसंत [परिश्रान्त] नाया० १११४१७६ परिवुद्धि [परिवृद्धि] सम० १६१७; प्र० ६२ परिसक्किर[परिष्वष्कित] नाया०१।१।३३ परिवुत [परिवृत] आ० चू० ११११६; १२।१३ परिसग [परिषत्क] भ० १४१२२, २५ परिवुसित [पर्युषित] आ० ८।४३, ६२, ८५, १११ परिसड [परि+शट्] -परिसडइ, आ० चू० १।११३ ६।४०,६०.आ० चू०३१४,५ -परिसडंति, ठा० २।२२४ परिवूढ [परिवृद्ध] आ० चू० ४।२५, २६ परिसडिय [परिशटित] भ० ७।११६; १६।५२.नाया० परिवहणय [परिबृहण] सू० २।२।४ १।२।४; ११६।४; १।६।१०; १।१२।२, ४, ६.पण्हा० परिवेढिय [परिवेष्टित] ठा० १०।१०३.भ० ७।११६; ६२ __ ८।४८२ से ४८४; १६।६१. नाया० १।१६।१६४ परिसप्प [परिसर्प] भ० ८।१०, १२ परिवेवमाण [परिवेपमान] आ० ८।४ परिसप्प [परि+सृप्]-परिसप्पंति, सू०१।३।२८ ४७२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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