SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 441
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पंचसत्तरि आगम शब्दकोश पंडव ५३ : ५६; ३४११, ४२, ५०, ५५, ६३. नाया० १११।६६ पंचिदियतिरिवखजोणिय उद्देसय [पञ्चेन्द्रियतिर्यर१।५।६, १७ ; २।१।४०. उवा० १।४. पाहा० १।१।२; योनिकोद्देशक ] भ०२४।२६५, २६७, ३००, ३०३ पंचिदियत्ता [पञ्चेन्द्रियता] ठा० ५।२०५; ६।८, १२ पंचसत्तरि [पञ्चसप्तति] भ० २०।३२ पंचिदियरतण [पञ्चेन्द्रियरत्न] ठा० ७६८ पंचसिह [पञ्चशिख] सू० ११७।१० पंचिदियरयण [पञ्चेन्द्रिय रत्न ] ठा० ७।६८ पंचसोगंधिय [पञ्चसौगन्धिक] उवा० १।२६ पंचिदियवह [पञ्चेन्द्रियवध] ठा० ४।६२८ पंचहा [पञ्चधा] भ० १२।७२ से ७७ पंचिदियसंजम [पञ्चेन्द्रियसंयम] सम० १७।२ पंचाणउइ [पञ्चनवति] ठा० ४।३२६. सम० ६५१ पंचुत्तर [पञ्चोत्तर] अंत० ८।२४ पंचाणुव्वइय [पञ्चानुवतिक] नाया० १।१६।१०१, पंचेंदिय [पञ्चेन्द्रिय ] आ० चू०१५॥३३. ठा० २।१७१, १०२:११३।३६: ११४१८७. उवा० १२३, ४५.५१, १८५, १८६. अंत० ५।४०. अणु ० ३।६, ६७. पण्हा० ५२; २०१३; ३।१३; ४।१३; ५॥१३, ६।१३; ७।३०, ११३१ ३१, ३७, ३८, ८।१४; ६।१३; १०११३ पंजर [पञ्जर सू० १।१।४६; २।१।३५. सम० प्र०१४६. पंचाल [पञ्चाल, पाञ्चाल] ठा० ७७५. नाया० नाया० १११८६. पण्हा० ११३०; ४।३; ७१७.विवा० ११८।१३८, १४७; १।१६।१२०, १२३, १३४, १४१, १।८।११ १४६ पंजरग [पञ्जरक] भ० ६।७३ पंचालाहिवहि [पाञ्चालाधिपति ] नाया० १।८।२७, पंजरदीव [पञ्जरदीप] भ० ११।१५६ ३६, १३८ पंजलि [प्राञ्जलि] नाया० १।६।४३ पंचास [पञ्चाशत् ] सम० ५०।१ पंजलिउड [प्राञ्जलिपुट] सम० प्र० २२६।४. नाया० पंचासीइ [पञ्चाशीति] सम० ८५।१ १।१।७, ६६, २०४; १।२।१४; १।५।१७; १।८।७६; पंचिदिय [पञ्चेन्द्रिय] सू०२।३।७७ से ८१. ठा०१।१६०, १।९।२८; १११४१८५; १।१६।२६५, २।११४.उवा० २००; २९८, १५६, १७३, २५३ से २५८, २६०, १५, २०; २।१०, ४०, ४५, ६।१०; ७१५, ८।११; २६३, २६७; ३।२३, ६३,६४, ६६, ६६, १००,१०१, ६।१०, १०१०. अंत०३।६१. विवा० १११।२५; ३२४; ४।१०४, १०६, ३६६, ५५२, ६१४; १४२ ११३१४० से १४५, १८०, २०४, २०५, २०७, २३८; ६।११, पंजलियड [कृतप्राञ्जलि] भ० १।१०; २।४३, ६६; ४०, ४८, ६८, १२१; ६७ से ११, २२।५ ६२,७१, ३।१३; ५८४; १४।१३२; १५॥१३;१८।१४४. उवा० ७२,१०1८, ६, २२, २३,६३,६४, १५२, १५३,१७१, ११४६; ३१४; ५१०, ७।३५ १७२,१७३. सम०१३।५, ७,१४।१; ७२।८; प्र०१३६, पंडग [पण्डक] आ० चू० १५।६६. सू० १।६।१०. ठा० १६२,१६७, १६१,२०४,२१२,२१३. नाया०१।१।१६, ३।४७४, ४७५; ६।३, ४. सम० ६।१,२:२५॥१. भ० १७, १८६; ११।८; ११५४८११७३; १११८६. २५१५७६. नाया०११५७२ उवा० १३१४; २१६,३।६; ४१६; ५।६; ६।६;७६; पंडगवण [पण्डकवन ] ठा० २।३४२; ४१३१६, ३१७. ८.६; ६।६; १०।६. पण्हा० १।१०. विवा० १।१।१३, भ० ६।५०; २०।८३, ८७ ७०; १।२।७, १०,२२; १।३।१०, ११; ११४१६, १०; . पंडयवण [पण्डकवन] सम० ६८।१ ११२४,८; १।६।२, ४; ११७१५,१।८।५, ६; १६।४,६ पंडरग [पाण्डुरक] आ० चू० १५।१३।। पंचिदियअसंजम [पञ्चेन्द्रियअसंयम] सम० १७१ पंडव [पाण्डव] नाया० १।१६।१६४,१६६, १६७,१७०, पंचिदियजातिनाम [पञ्चेन्द्रियजातिनामन् ] सम० १७२, १७४, १८१, १८३, १८४, १८६, १८८, १६०, २८।५ २००, २०३,२०४, २३३, २३७, २३६, २४१से२४४, Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy