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________________ Fa आगम शब्दकोश थोवय १०।११. विवा० १।१।४३, ४५; १।२।२, १७:११३।२, १०।३ १७; १।४।२; १।५।२, ११, १।६।६; ११७।१३; थलग [स्थूलक] सू० २।७।२०. पण्हा० ८।३ श६२,७; २।११४,१७ थूलय [स्थूलक] ठा०४।२४०।२.नाया० १।१३।४२.उवा० थिय [स्थित] नाया०१।६।४१ २६, ३२ से ३४. अंत०६।४१ थिर [स्थिर ] आ० चू० ४।२६, ३४; ५।२, ३०, ४६ से थेज्ज [स्थैर्य] नाया० १११:१०६, १०७, १४५, १५४, ४८; ६।२, ३१, ५४ से ५६.सू० १।५।२६.सम०२८।५ २०६; ११५।२०, ३०. अंत० ३।६८, ६६ प्र०६७, ६६. नाया० १८७२. उवा० ७.५०. पण्हा० थेर [स्थविर आ० चू०१।१३०, १३१; २।७२; ७।५७; श२६; ३१८; ४१७. विवा० १४११६७ ८।२६; ११११८; १२।१५. ठा० ३१३६२, ४८८; थिरतरग [स्थिरतरक] पण्हा० ७।१०; ६।४ ४।४३४; १४४,४६,।१, १०७,११६।१,१३६. थिरतो [स्थिरतस् ] सू० १११४१७ सम० ३०१२,४७।२, ६५२७२।४;७४।१७८१२; थिरत्त [स्थिरत्व] सम०प्र० ६५ ८३१३; ६२।२; ६५५; १००१५. नाया० ११११४, ६ थिरनाम [ स्थिरनामन् ] सम० ४२।६ से८, १६५, २०४, २०६ से २०६, २११; १२।६६, थिरसत्त [स्थिरसत्त्व] ठा० ४।४८६; ५।१६८ ७१ से ७३; १।५।३८, १०१; १।८।८, १२, २४ से थिल्लि [दे०,] सू० २।२।५८, ६३, ७१ २६; १।१२।३८से ४०,४३,४४; १।१४।८२; १११५२२०; थिविििवत [अनुकरणपद, थिवथिवायत्] विवा० १।१६।११ से १३, १५ से १७, २१ से २४,२६, ३१०, १७७ ३११, ३१५, ३१७, ३२०, ३२१, १।१६।८, ६, ११ थित्य [स्तिबुक ] सम० प्र० २०० से १३, १८, १९, २१ से २७, ३१, ३२, ३८, ४३, थी [स्त्री] आ० २।६०. पण्हा० ४।१, १५ ४६.; २१११३,४. उवा० १३ से५. अंत० ११२१, २३; थीणगिद्धि [स्त्यानगृद्धि] ठा०६।१४.सम०६।११;३१।१।। ६।८. अणु० ११८, ६; ३।२६, ५६. विवा० १६१७० थीपरिण्णा [स्त्रीपरिज्ञा] सम० २३११ १।२।७३; १।१०।१६; २।१।१६ से २१, ३५, ३६ थुक्कारिज्जमाण [थूत्कार्यमाण] नाया० १।१६।२६ थेरकप्पद्विति [स्थविरकल्पस्थिति] ठा० ३।४८२; थूण [स्थूण] आ० ५० ५॥३६; ६।३६; ७।११ थूणामंडव [स्थूणामण्डप] नाया० १।३।६, १५, १६ थेरग [स्थविरक] सू० ११७।१० थूभ [स्तूप] आ०चू० ३।४७;४।२१.ठा० ४।३३६.पण्हा० थेरभूमि [स्थविरभूमि] ठा० ३।१८७ १।१४; ४।४, ८ थेरय [स्थविरक] सू० १।३।२० थूभकरंडग [स्तूपकरण्डक] विवा० २।२।१ थेरवच्छलया | स्थविरवत्सलता] नाया० शा१८१ थूभमह [स्तूपमह] आ०चू० १।२४ थेरोवघातिय [स्थविरोपघातिक ] सम० २०११ थूभिअग्ग [स्तू पिकाग्र] सम० १२।१० थेव [स्तोक] नाया० ११८।२३६।२; १।११।१०।५ थूभिया [स्तूपिका] नाया० १।१।१८, ८६ थोर [दे०] नाया० १।१।१५६; १।६।१० थभियाग [स्तू पिका] सम० प्र० १४६ थोव [स्तोक] आ० २।१०२. सू०२।६।५३.ठा०२।३८८; थूल [स्थूल ] आ० ५।३१. आ० चू० ४।२५; १५।५७,७१. ३।४२७; ४।२४०।४.नाया० ११५॥३६ ; १।११।१०।४. सू० १।५।३०; २।६।३७. ठा०४।२४०।२; ५।२.पण्हा० पण्हा० २।५ थोवणमूसिय [स्तोकोनमुच्छ्रित] पण्हा० ४।८ १. मणिरयण थू भियाग (मणिरत्न स्तूपिकाक)। थोवय [स्तोकक] नाया० ११११३३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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