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________________ जलरत आवम सम्दकोश जहण जलरत [जलरत] ठा० ४११२२ : .. जवस [यवस] आ० चू० ३।४३, ४५, ५६ जलरुय [जलरुत] भ० ३।२७४ जवि [जविन्] सू० १।१।३३ जलवीरिय [जलवीर्य] ठा० ८।३६ जवित्तए [यापयितुम् ] सू० ११३।१८, ३७, ५६ जलहि [जलधि] नाया० १।११।१०।५ जवोदग [यवोदक] आ० चू० १३१०१, १५१ जलाभिसेय [जलाभिषेक ] भ० १११६४ जवोदय [यवोदक] ठा० ३।३७७ जलावण [ज्वालन] पण्हा० १११६ जस [यशस्] आ० चू० १६।५. सू० १।६।१४; १।६।२२. जलिय [ज्वलित] सू० १११७, ३१; १।६।१२. नाया० ठा० ३१७०, ७१, ३४०,४६५, ६।५; ८६. सम० १११।२४. पण्हा० १॥२७; २॥१३; १०१११ ८८ ३०११११५, ३३;प्र०६७, २३२।२, २४१. भ. जलुय [जलौकस् ] पण्हा० १॥३४ ३।२३०, २३६; ११।१३४; १४।६१, १०६, ११८; जलोघ [जलौघ] पण्हा० ३।२३ १५३५३; ४१।१०, ११,१५ से १७. नाया० ११०२०, जलोया [जलौकस्] भ० १३।१५३. अणु० ३।४६ . १८७६, १।१६।१८५, २६५, १।१८।१६. उवा० जल्ल [दे०] आ० चू० १३॥३५, ७२; १४।३५, ७२. 8t० २।४०, ४५, पण्हा० ४।४, ५, ७११; ६।२, ३,१०।२. १०।१४. सम० २२११. भ० ११४६; २१५५; ३११४५, विवा० ११३१७ ८।३१६, ३१६।१; १२।२१, २०१५. नावा. जसस | यशस्वत् ] आ० चू०१५।१७ १।११७६; १।१३।२०, २४, २।१।१६. पण्हा० ॥१॥ जसंसि [यशस्विन् ] आ० चू०४।२०. सू० १।६।३. सम० ६४,१०; १०.१४,१५ प्र० २४१.भ० २।९५८।२७२. नाया० ११११४.उवा० जल्लिय [दे०] भ० ६।२३ जल्लेस [यल्लेश्य ] भ० ३।१८३ से १८५, जसम यशस्वत् ठा० ७१६२।१. सम० प्र० २१८१ जल्लोसहिपत्त [जल्लौषधिप्राप्त ] पण्हा० ६६ जसमंत [ यशस्वत्] पण्हा० ४१६ जव [यव] आ० चू० १०।१६. ठा० ३।१२५. भ० ६।१२५, जसवती [यशस्वती] आ० चू० १५।२४.सम०प्र०२३५॥१ १२६६।१७७; १४।८५; २१११, ६ से ८, १०. नाया० जसस्सि | यशस्विन् ] आ०० २।२५ ११११११२, ११३. अंत० ३।७२, ७३. पण्हा० २।१३; जसोकित्तीरणाम [ यशःकोत्तिनामन् ] ठा० ८।१२३ ४१४, ८ जसोकित्तिनाम [ यशःकीत्तिनामन् ] सम० १७।१०; जव [जप] पण्हा० ७।११ २८.५; ४२६६ जवजव [यवयव] आ० चू० १०।१६. ठा० ३।१२५. भ० जसोधर [यशोधर] ठा० ५।५६; ६।३६।१ ६।१२६; १४१८५; २१११, १० जसोभद्द [यशोभद्र ] ठा० ८।३७ जवजवग [यवयवक ] भ० २१।६ से ८ । जसोया [यशोदा] आ० चू०१५।२२ जवण [जवन] नाया० १।१६।२०४, २०६ जसोहरा [यशोधरा] ठा० ८।६६।२ जवरण [यवन] पण्हा० १।२१ जस्स [यशस्] अंत० ५।३२; ६।५६; ८।१६, १७ जवणाणिया [यवनानिका] सम० १८०५ जह [हा] -जहति, ठा० ४।४१६. भ० २५४४०३ जवरिणज्ज [यापनीय] भ०१८।२०६,२०८,२१०. नाया० जह [यथा] सू० १।२।६. ठा० ८।२४।६. सम०प्र० ६४. १११७० से ७२ नाया०१।१।१००,१११।२१३३१.उवा० २।२१.पण्हा० जवरिया [यवनिका] भ० ११११३८, १४१. नीया. ११११३ १।१।२५, २८; ११८।१२० जहक्कम [यथाक्रम] सम०प्र० २४२१२ जवमज्झ [यवमध्य] भ० ६।१३४; २५।४५, ४७, ४८,५० जहण [जघन] नाया० १६०४१; १।१७।३६॥३, १२. जवमज्झा [यवमध्या] ठा० २।२४८; ४।६८ पण्हा०४।८. विवा०१०२१७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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